मुंबई। ऑल्ट बालाजी और ज़ी 5 ने अपना बहुप्रतिक्षित शो देव डीडी का दूसरा सीजन यानी सीजन 2 लांच कर दिया है। यह सीरीज शुरुआत में, सरत चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास देवदास पर आधारित था, लेकिन एक महिला के नजरिये से। भले ही यह बेहद पुरानी कहानी है, जिसे सदियों से लोग जानते हैं, लेकिन इस शो के बिल्कुल नए और फ्रेश अप्रोच के कारण आज भी यह प्रासंगिक है और इसकी कहानी आपको आखिरी तक बांधे रखेगी। जैसे.जैसे कहानी आगे बढ़ती है, प्लॉट में ट्विस्ट आते जाते हैं, जो कि शानदार है। आज के दौर के हिसाब से बनी यह कहानी, लेकिन ऐसे समाज की कहानी, जो अब भी पूरी तरह खुला नहीं है, देविका धरम द्विवेदी एक ऐसी लड़की है, जिसने दृढ़ निश्चय किया है कि वह सारी बेड़ियों को और अवधारणाओं को तोड़ेगी। मुख्य किरदार और इसका बिंदास और अलग हटके अंदाज़ देव डी डी की आत्मा है।
पहले सीजन में आपने देखा कि देविका, जो कि 22 साल की जयपुर लड़की है, जिसे इस बात से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता कि लोग उसके बारे में क्या सोचते हैं। वह तेज है, निडर है और आत्मविश्वास से भरपूर है। वह बाकी लड़कियों की तरह नहीं है, जो कि अपने परिवार द्वारा खींची गई लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करती हैं। देविका इन सारी अवधारणाओं को, बेड़ियों और सोच को तोड़ती है, फिर चाहे इसके लिए उसे अपने परिवार के खिलाफ भी क्यों न जाना पड़े। सीजन 1 की सफलता के बाद, अब दूसरे सीजन में दर्शक उसका अलग ही अवतार देखेंगे। जैसे-जैसे कहानी बढ़ रही है। हम देविका को उसको खुद की खोज करते देखेंगे। वह अपनी अहमियत को समझना शुरू करेगी कि उसकी जिंदगी केवल मर्दों पर आधारित नहीं है। वह इस बात को समझेगी कि उसका अस्तित्व उसकी जिंदगी में सिर्फ मर्द होने से नहीं है, बल्कि उसमें क्या काबिलियत है, इस पर निर्भर करती है। देविका धरम द्विवेदी पर हमें प्यार आता रहेगा। अब वह बदल चुकी है, हमने जितना सोचा है, उससे भी ज्यादा। अब वह और अधिक बेफिक्र, बिंदास, बोल्डर, साहसी और बहुत कुछ होने वाली है इस बार देव डी डी के नए सीजन में।
आशीमा वरदान इस बार में कहती हैं ” मेरा किरदार देविका का है, जो पूरी तरह से हालातों से लड़ने वाली रही है। वह उस हर चीज के लिए लड़ती है, जिससे वह प्यार करती है। उसका बेपरवाह अंदाज़ उस वक़्त बदलता है, जब वह एक ब्रेकअप से गुजरती है और उस फिर उसकी जिंदगी में उस खाली जगह को भरने के लिए कोई बेहद खास आता है। वास्तविक जिंदगी में मैं जैसी हूँ, देविका धरम द्विवेदी उससे बिल्कुल अलग है। जुदा है। सीजन 1 काफी कठिन था, और मुझे उसके लिए काफी वर्कशॉप्स में जाना पड़ा था, अपने निर्देशक के साथ। मैंने वहां सीखा कि कैसे स्मोक करना है, अपने बॉडी लैंग्वेज़ पर काम किया। सीजन 2 सीजन 1 से बिल्कुल अलग है और मैं इसे लेकर बेहद उत्साहित हूँ। “
अदिति का किरदार निभा रही नौहीद सायरसी कहती हैं ” मैं इस शो का हिस्सा इसलिए बनी हूँ, क्योंकि इसमें महिलाओं को मजबूत और सक्षम दिखा रहे हैं। इसके नैरेशन ने मुझे काफी बाँध कर रखा और मुझे लगता है कि शो में सबकुछ ही बेहद शानदार है। मैं अदिति के किरदार में हूँ, जो कि एक रिपोर्टर है। शो में बेहद खूबसूरत लोग शामिल हैं, हम सभी आपस में अच्छे दोस्त बन गए और हम सभी एक दूसरे के साथ सेट पर वक़्त बिताना पसंद करते है। ” सीजन वन में अनुराग का किरदार निभा रहे संजय सूरी कहते हैं कि ” मैं पहले पार्ट में था और जाहिर है कि सीजन 2 का भी हिस्सा हूँ। मेरे लिए, देव डी डी काफी कुछ कहता है। शो की नायिका देविका, समाज में जो दोगलापन और पाखंड है महिलाओं को लेकर, उसकी आवाज बनती है। यह कुछ अवधारणाओं को तोड़ता हुआ शो है तो साथ ही इसके किरदारों के माध्यम से कुछ गलतियों को स्वीकार भी कर रहा था। यही बात मुझे शो में खास लगी। देव डी डी प्यार, स्वीकृति और एक विराम देने की कहानी है “
देव डी डी के इस सीजन में दर्शक कई टैलेंटेड एक्टर्स को शानदार किरदार निभाते देखेंगे, जो इसकी कहानी को और खास बनाएंगे। अशीमा वरदान देविका धरम द्विवेदी के किरदार में हैं, वेटरन एक्टर संजय सूरी अनुराग के किरदार में हैं, इससे ही देविका प्यार करती है। वह उसका बॉस भी होता है और बेस्ट फ्रेंड के पिता भी। रश्मि अगडेकर चांदनी के किरदार में हैं, जो कि देविका की बेस्ट फ्रेंड होती है। पारितोष का किरदार अमन उप्पल निभा रहे हैं। वह एक चार्मिंग नेत्र रोग विशेषज्ञ होते हैं। देविका नाजुक हालातों में पारितोष से मिलती है। दीपिका अमिन देशपांडे और सुनील सिन्हा, देविका के माता-पिता के रोल में हैं। नौहीद सायरसी अदिति के किरदार में हैं। रुमना मोला राधा के किरदार में हैं। सीजन 2 में कुल 17 एपिसोड्स हैं और इस सीरीज का निर्माण हर्ष देधिया ने किया है। शो का निर्माण बालाजी टेलीफिल्म्स ने किया है। देव डी डी सीजन 2 ऑल्ट बालाजी और ज़ी 5 पर उपलब्ध है।
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