नयी दिल्ली। भारतीय फिल्म एक्जि़बिशन उद्योग में लीडर, पीवीआर लिमिटेड ने अपने पहले एवं सबसे प्रतिष्ठित सिनेमा, पीवीआर प्रिया का आज नई दिल्ली में अपने पहले पी (एक्सएल) फॉर्मेट के साथ आधुनिक एवं उन्नत रूप में नवोद्धार किया। भारतीय शहरों में बहुआयामी सामाजिक-सांस्कृतिक स्थानों की भावना का पुर्नविकास करने के प्रयास में पीवीआर ने स्थानीय निगम अधिकारियों, बसंत लोक मार्केट एसोसिएशन एवं अर्बन प्लानर्स के साथ गठबंधन में पीवीआर प्रिया कॉम्प्लेक्स, वसंत विहार में अर्बन प्लेस मेकिंग को कॉन्सेप्चुअलाईज़ व क्रियान्वित किया। अर्बन प्लेसमेकिंग दिल्ली में परित्यक्त पड़े हुए सार्वजनिक स्थानों को भविष्य के फलते-फूलते स्थानों में परिवर्तित करने में मदद करता है, जो लोगों की खुशी, स्वास्थ्य एवं रिक्रिएशन में योगदान देते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री, श्री अरविंद केजरीवाल ने रिबन काटने एवं दीप प्रज्जवलन के साथ पीवीआर की विरासत में नया अध्याय, ‘अर्बन प्लेसमेकिंग अभियान’ शुरू किया और प्रीमियम कमर्शियल हब, ‘प्रिया’ में स्थित सीजीएस द्वारा पॉवर्ड नए पीवीआर पी (एक्सएल) की शुरुआत हुई। बेहतरीन टेक्नॉलॉजिकल समाधानों के साथ, पीवीआर ने भारत का पहला अत्याधुनिक जायंट स्क्रीन फॉर्मेट प्रस्तुत करने के लिए सिनायोनिक के साथ साझेदारी की है, ताकि प्रशंसकों को लेटेस्ट लेज़र टेक्नॉलॉजी, रिमास्टर्ड कंटेंट एवं ज्यादा ब्राईट सिनेमा का अनुभव दिया जा सके। दिल्ली में पहला पी (एक्सएल) प्रस्तुत करते हुए पीवीआर ने अपने घरेलू विकसित लार्ज स्क्रीन फॉर्मेट को देश के नौ शहरों में विस्तारित किया है।
संजीव कुमार बिजली, ज्वाईंट मैनेजिंग डायरेक्टर, पीवीआर लिमिटेड ने कहा, ‘‘दर्शकों को नए युग की सुविधाओं के साथ विश्व-स्तरीय सिनेमा का अनुभव देने के उद्देश्य से पीवीआर प्रिया ने भारत में मल्टीप्लेक्स क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया। रि-ओपनिंग के साथ हमारा उद्देश्य अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखना और इसे सामाजिक परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में प्रस्तुत करना है।’’उन्होंने कहा, ‘‘नया पुर्नपरिभाषित प्रिया अपनी तरह का अलग प्रीमियम कमर्शियल हब है, जो एक लोकप्रिय स्थान के रूप में खोया हुआ वैभव और पहचान वापस स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पीवीआर सदैव से भारतीय संदर्भ में सर्वश्रेष्ठ वैश्विक विधियां अपनाने का प्रयास करता आया है। ‘प्लेसमेकिंग’ भी एक अभिनव एवं सफल लोक-केंद्रित दृष्टिकोण है, जो पूरी दुनिया में विशेषज्ञ शहरों में सार्वजिनक स्थानों को परिवर्तित एवं पुर्ननिर्मित करने के लिए इस्तेमाल करते हैं, ताकि नागरिकों को संलग्न रखने की मौलिक मानव जरूरतों को पूरा किया जा सके।’’
पीवीआर ने एक नॉट-फॉर-प्रॉफिट मल्टीडिसिप्लिनरी एप्लाईड-रिसर्च बेस्ड प्लेटफॉर्म, फ्यूचर इंस्टीट्यूट के साथ गठबंधन किया, जो भारतीय शहरों के सतत व समावेशी भविष्य के लिए प्रयास करता है। वसंत विहार में बसंत लोक कॉम्प्लेक्स के पुनः विकास के लिए ‘अर्बन प्लेसमेकिंग’ के क्रियान्वयन का उद्देश्य एक समय फलते-फूलते जन स्थल की खोई हुई चमक-दमक को फिर से वापस लाना है। यह प्रोजेक्ट स्ट्रीट में महिलाओं एवं बच्चों पर केंद्रित रहते हुए जन सुरक्षा बढ़ाना चाहता है और रोशनी के पर्याप्त बुनियादी ढांचे के साथ विशेष पहचान स्थापित करना चाहता है। एक स्वच्छ, हरित एवं सेहतमंद शहरी वातावरण व समावेशी विकास का परिवेश हासिल करने के लिए इस अभियान में अनौपचारिक रिटेल के संगठन एवं ऑन-साईट वेंडर्स संलग्न होंगे। इसमें एक्टिव ग्रीन्स, पार्क एवं प्लाज़ा के साथ फ्लोरिंग का अपग्रेडेशन एवं फोस के क्षेत्र में हर स्थान पर उपलब्धता में सुधार शामिल है, ताकि सभी को विविध उपयोग के लिए एक्टिविटी स्पेस मिल सकें और उचित स्ट्रीट आधारित फर्नीचर बेंच, कचरे के बिन एवं साईनेज़ का इंस्टॉलेशन हो सके।
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