लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट’ की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 25 नए मामले सामने आये हैं। इसी अवधि में 42 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 646 है। पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कुल 2,38,888 कोरोना टेस्ट किये गये। राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 59 लाख 89 हजार 652 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के आकलनों को देखते हुए संक्रमण से बचाव व उपचार की तैयारी को निरन्तर सुदृढ़ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार सभी मेडिकल कॉलेजों में बड़ी संख्या में पीकू एवं नीकू बेड तैयार कर लिए गए हैं। चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्साकर्मियों के प्रशिक्षण का कार्य सतत प्रगति पर है। ऑनलाइन एवं साक्षात दोनों माध्यमों से प्रशिक्षण कराया जा रहा है। प्रदेश के लिए अब तक स्वीकृत 551 ऑक्सीजन संयंत्रों में से 257 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हो गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य पूरी सक्रियता से संचालित किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी वैक्सीनेशन सेण्टर पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता रहे। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में विगत दिवस तक 04 करोड़ 84 लाख 43 हजार 141 कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षण संस्थाओं में 16 अगस्त, 2021 से विद्यार्थियों की आधी उपस्थिति के साथ पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ किया जाए। उच्च शिक्षण संस्थाओं में भी प्रत्येक दशा में 01 सितम्बर, 2021 से शिक्षण कार्य प्रारम्भ करने की तैयारी की जाए। प्रत्येक शिक्षण संस्थान में कोविड प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित कराया जाए। मास्क एवं दो गज की दूरी के नियम का पालन किया जाए। संस्थान में सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता रहे। शिक्षण संस्थाओं में 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के कोरोना टीकाकरण के सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जाए।
मुुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के तथा नगर विकास विभाग द्वारा नगरीय क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं शौचालयों आदि की साफ-सफाई का कार्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों मंे स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए स्वाधीनता दिवस के उपरान्त मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों के पुनः आयोजन की तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि आरोग्य मेलों के दौरान स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही, आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्ड भी बनाएं जाएं।
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