मुंबई। पौराणिक कहानियां हमेशा से ही दर्शकों के बीच लोकप्रियता और आकर्षण का केन्द्र रही हैं। इन कहानियों से उनमें उम्मीद की एक किरण जगती है और दिशा मिलती है। विभिन्न देवी-देवताओं की कथाओं के बीच, भगवान शिव की रोचक कहानियों ने सभी उम्र के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यूं तो, भगवान शिव और उनके अलग-अलग अवतारों की कई दिलचस्प कहानियां प्रचलित हैं, लेकिन उनका एक अवतार ऐसा भी है जिसके विषय में न तो ज्यादा बात की गई है और न ही उसे कभी दिखाया गया है और यह है उनका बाल रूप। यही वजह है कि एण्डटीवी भारतीय टेलीविजन पर पहली बार भगवान शिव के बाल रूप की अनकही और अनसुनी कहानी अपने नए मायथोलाॅजिकल शो ‘बाल शिव‘ में प्रस्तुत कर रहा है।
ज़ी स्टूडियोज द्वारा निर्मित, इस शो में कई प्रतिभाशाली कलाकार नजर आयेंगे। इनमें आन तिवारी ‘बाल शिव‘ के रूप में, मौली गांगुली ‘महासती अनुसुइया‘ के रूप में, सिद्धार्थ अरोड़ा ‘महादेव‘ के रूप में, शिव्या पठानिया ‘देवी पार्वती‘ के रूप में, कृप कपूर सूरी ‘असुर अंधक‘ के रूप में, प्रणीत भट्ट ‘नारद मुनि‘ के रूप में, दानिश अख्तर सैफी ‘नंदी‘ के रूप में, दक्ष अजीत सिंह ‘इंद्र‘ के रूप में, अंजिता पूनिया ‘इंद्राणी‘ के रूप में, रवि खानविलकर ‘आचार्य दंडपानी‘ के रूप में, राजीव भारद्वाज ‘ऋषि अत्री‘ के रूप में और पल्लवी प्रधान ‘मैना देवी‘ के रूप में नजर आयेंगे।
इस शो में मां महासती अनुसइया और बेटे, बाल शिव के अटूट प्रेम की एक अनकही पौराणिक कथा दिखायी जायेगी। भगवान शिव ने कई अवतार लिये, लेकिन कभी भी बाल रूप और मां की ममता का आनंद नहीं पाया। भगवान शिव को अनंत और अजन्मा माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि देवी पार्वती के साथ उनके विवाह से उन्हें एक संतुलन को पाने में मदद मिली। प्रकृति और पुरुष के रूप में भगवान शिव और पार्वती एक-दूसरे के पूरक बनते हैं और एक-दूसरे को पूर्ण करते हैं। हालांकि, उनके साधु स्वभाव को देखकर, अक्सर देवी पार्वती को लगता है कि उनमें गृहस्थ जीवन की समझ नहीं है। देवी पार्वती की इच्छा को पूरा करने के लिये महादेव बाल रूप धारण करते हैं और महासती अनुसइया के एक आज्ञाकारी पुत्र बन जाते हैं। भगवान शिव, मां की ममता का अनुभव पाने और अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिये ऐसा करते हैं।
शो के बारे में बात करते हुए विष्णु शंकर, बिजनेस हेड – एण्डटीवी कहते हैं, “भारतीय पौराणिक कथाओं में असाधारण कहानियों का खज़ाना है और उनके प्रति हमारा आकर्षण असीम है। हम सभी उन्हें बचपन से कई बार सुनते हुए बड़े हुए हैं और फिर भी हम उन्हें बार बार सुनना और देखना पसंद करते हैं । उनका आकर्षण कभी भी कम नही होता। इनमें भगवान शिव और उनके विभिन्न अवतारों की किंवदंतियां और कथाएं हैं। पर उनका एक रूप है जिसके बारे में शायद ही कभी ज्यादा बताया या फिर दीखाया गया है। वह है उनका बाल रूप। एण्डटीवी, भारतीय टेलीविजन पे पहली बार लेकर आ रहे हैं हमारे शो ‘बाल शिव’ के मध्यम से महादेव की इस बाल रूप की अनकही, अनदेखी गाथा और माँ अनुसुया के साथ उनके खूबसूरत रिश्ते की कहानी। हम अपने सभी दर्शकों और भगवान शिव के भक्तों को इस शो को देखने और आनंद लेने के लिए आमंत्रित करते हैं।“
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