फिरोजपुर। प्रधानमंत्री का फ़िरोज़पुर में रैली को सम्बोधित किये बिना लौट आना चर्चा का विषय बना हुआ है। पीएम मोदी मौसम खराब होने के कारण बठिंडा से वाया रोड फिरोजपुर पहुंच रहे थे कि तलवंडी भाई-फरीदकोट के बीच किसानों ने रास्ता जाम किया हुआ था। प्रदर्शनकारियों ने मोदी के काफिले को पंद्रह मिनट तक वहीं रोके रखा और फिरोजपुर जाने को रास्ता नहीं दिया। मोदी वहीं से वापस बठिंडा लौटे और अपने जहाज से दिल्ली रवाना हो गए।
उधर, भाजपा नेताओं का आरोप है कि यह सब कुछ पंजाब सरकार के इशारे पर हुआ है। जबकि भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों की बैठक होने पर उनकी ज्यादातर मांगों को स्वीकार करने पर सहमति बन चुकी थी।
रैली को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि उनकी रैली को असफल बनाने में पंजाब सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। पुलिस प्रशासन भी पंजाब सरकार के इशारे पर काम कर रहा है। 21 जगहों पर कुछेक लोगों को सड़कों पर बिठाकर भाजपा कार्यकर्ताओं की बसें रोकी गई हैं। उन्हें रैली स्थल तक पहुंचने नहीं दिया है। पुलिस ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं का साथ नहीं दिया। फरीदकोट के रास्ते उनके कार्यकर्ताओं की बसें रोक खानपान की सामग्री फेंक दी गई हैं।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू सीएम के सपने देख रहा है लेकिन वास्तव में कुछ करने लायक नहीं है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लोगों से झूठे वादे करने में लगा है। सरकारी खजाने में पैसा नहीं है और चन्नी वादे बड़े-बड़े कर रहा है। चन्नी मेरा नाम लेकर पंजाब की जनता से कहा रहा है कि साढ़े चार साल में कैप्टन ने कुछ नहीं किया। अगर मैंने कुछ नहीं किया तो पंजाब में ढाई लाख नौजवानों को नौकरियां किसने दीं। पंजाब की गरीब जनता को पांच लाख की सेहत बीमा सुविधा दी है। ये लोग पंजाब को बर्बाद करने पर तुले हैं।