मुंबई। इंडियन स्कूल फाइनेंस कंपनी (आइएफएससी) एक गैर-बैंकिंग वित्तीयन कंपनी है। इसने भारत में स्कूलों और बच्चों को शिक्षण समाधान प्रदान करने वाले एक अग्रणी संस्थान, क्रिसेलिस के साथ साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। इस एमओयू का लक्ष्य सम्बद्ध स्कूलों को संपूर्ण सहायता प्रदान करना है। यह साझेदारी की मदद से स्कूलों को उनकी वित्तीय, परिचालनगत और शैक्षणिक ज़रूरतों के लिए ‘वन-स्टॉप सॉल्यूशन’ प्रदान किया जाएगा। यह कंसोर्टियम दोनों प्रतिष्ठानों को उनके सर्वश्रेष्ठ सहयोग और परिचालन में सहक्रियात्मक होने में भी मदद करेगा। इससे उनके सकारात्मक पहलू सरल होंगे और उन्हें भारत में अनेक स्कूलों को अपने प्रस्तावों में वृद्धि करने की शक्ति प्राप्त होगी। इस साझेदारी के माध्यम से आईएसएफसी को फंडिंग के लिए क्रिसेलिस के 1800 स्कूलों का ऐक्सेस प्राप्त होगा और बदले में क्रिसेलिस को सामग्रियों के लिए आइएसएफसी के 5000 स्कूलों का ऐक्सेस मिलेगा।
आइएसएफसी का उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने के माध्यम से स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को क्षमता निर्माण में सहायता करना और इस प्रकार स्टूडेंट्स के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ बनाना है। यह विशेष रूप से केवल शैक्षणिक संस्थानों की फंडिंग का व्यवसाय करने वाला विश्व का प्रथम उपक्रम है। आइएसएफसी मुख्यतः जिस क्षेत्र पर फोकस करता है उसमें सम्पूर्ण शिक्षा क्षेत्र, यानी सस्ते प्राइवेट स्कूल, अन्य प्राइवेट स्कूल, प्लेस्कूल, प्राइवेट डिग्री कॉलेज, वोकेशनल कॉलेज, कोचिंग सेंटर्स एवं अन्य सम्मिलित हैं।
क्रिसेलिस अपने समाधान थिंकरूम के माध्यम से शिक्षा की कायापलट करने का प्रवर्तक रहा है। क्रिसेलिस भारत में स्कूली शिक्षा में रूपांतरण के लिए वैश्विक एडटेक प्लेटफॉर्म, किड्सलूप के सहयोग से थिंकरूम मिश्रित शिक्षण पाठ्यक्रम मुहैया करता है। भारत में थिंकरूम के माध्यम से 1800+ स्कूलों और 9 लाख से अधिक बच्चों को लाभ पहुँचा है।
इस साझेदारी और इसकी संभावनाओं के बारे में आइएसएफसी के एमडी और सीईओ, संदीप विरखरे ने कहा कि, “शिक्षा समाज की सभी बुराइयों का रामबाण समाधान है। आइएसएफसी में हमलोगों की यही मान्यता है। हम विश्व में शैक्षणिक संस्थानों का निधीयन करने वाली पहली कंपनी रहे हैं और यह हमारे लिए अत्यंत गौरव का विषय है। बुनियादी स्तर से मानवीय शक्ति को विकसित करना किसी भी अन्य कार्य से भिन्न है। इसमें शिक्षा के माध्यम से बच्चे की संभावना को प्रकट करने के लिए महत्वपूर्ण घटकों की आवश्यकता होती है जिनमें से एक है वित्तीयन और दूसरा है शिक्षा की गुणवत्ता। क्रिसेलिस के साथ साझेदारी हमें इस उद्देश्य के लिए वित्तीय अंशदाता बनने के लिए सुसज्जित करेगी और शिक्षा की गुणवत्ता के साथ बृहत्तर आयाम गढ़ने में मदद मिलेगी।”
क्रिसेलिस के फाउंडर और सीईओ, चित्रा रवि ने कहा कि, “जीवन के हर क्षेत्र में गुणवत्ता का स्थान हमेशा ही परिमाण से ऊपर रहा है। क्रिसेलिस में हमलोगों ने शैक्षिक पाठ्यक्रम के विकास में इस सिद्धांत को आत्मसात किया है। हमारा लक्ष्य अपने प्रवर्तनकारी थिंकरूम प्रोग्राम के साथ शिक्षा व्यवस्था के भीतर मौजूद मध्यम अवस्था (मीडियॉक्रिटी) को समाप्त करना है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख ऋणदाताओं में से एक, आइएसएफसी के साथ साझेदारी हमारी सेवाओं के अम्ब्रेला के तहत और अधिक शिक्षण केन्द्रों को शामिल करने की हमारी चिंतन प्रक्रिया से मेल खाती है।”