ए एन शिब्ली
नई दिल्ली। पिछले दिनों जयपुर पोलो ग्राउंड में खेले गए फाइनल में अचीवर्स ने जिंदल पैंथर को 9 गोल से 8 गोल से हराकर जूम कम्युनिकेशंस भोपाल-पटौदी कप (06 गोल) टूर्नामेंट का खिताब जीता। हुर्र अली को सबसे मूल्यवान खिलाड़ी और अचीवर्स पोलो टीम के मारे मिर्ची को सर्वश्रेष्ठ पोलो पोनी चुना गया। सुश्री शर्मिला टैगोर ने जूम कम्युनिकेशंस के कार्यकारी निदेशक गौरव कांत की उपस्थिति में खिलाड़ियों को ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए।
शर्मिला ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि यह टूर्नामेंट लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है और सभी पोलो खेल को पसंद कर रहे हैं। मैंने बहुत अच्छा समय बिताया और खेल का पूरा आनंद लिया।’
जूम कम्युनिकेशंस भोपाल-पटौदी कप का फाइनल एक रोमांचक मैच था, जो तेज गति से खेला गया, सभी खिलाड़ियों ने अपनी शानदार घुड़सवारी और स्टिक वर्क का प्रदर्शन किया। नवीन सिंह ने 5 गोल किए, बॉतिस्ता अलबर्डी ने 3 गोल किए और शमशीर अली ने अचीवर्स के लिए एक गोल किया, जबकि सिमरन एस शेरगिल ने 3 गोल किए, हुर्र अली और सिद्धांत शर्मा ने 2-2 गोल किए और महेंद्र सिंह राठौर ने जिंदल पैंथर के लिए एक गोल किया।
दिवाली के बहुत करीब होने के बावजूद 500 से अधिक लोग दर्शकों में खड़े थे। दिन के पहले मैच के दौरान, उनके कमांडेंट कर्नल अमित बेरवाल के नेतृत्व में राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड पोलो टीम ने ज़ूम कम्युनिकेशंस पोलो ट्रॉफी जीती, जबकि उनके कमांडेंट कर्नल विक्रमजीत कालोन के नेतृत्व में 61 वीं कैवलरी पोलो टीम उपविजेता टीम रही। 61 वीं कैवलरी और पीबीजी के बीच मैच बेहद प्रतिस्पर्धी था जिसमें पीबीजी ने 1 गोल के अंतर से जीत हासिल की। अंततः, भारतीय सेना की पोलो टीम ने दिल्ली पोलो सीज़न 2024 की पहली ट्रॉफी जीती। पूर्व भारतीय पोलो विश्व कप खिलाड़ी लेफ्टिनेंट कर्नल विशाल चौहान भी सीज़न के पहले मैच के दौरान खेलते हुए देखे गए।
भोपाल पटौदी कप टूर्नामेंट में शर्मिला टैगोर की शिरकत
नेहा धूपिया के हाथों राजौरी गार्डन में लाइमलाइट डायमंड्स के एक्सक्लूसिव स्टोर का उद्घाटन
ए एन शिब्ली
नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े लैब ग्रोन डायमंड ब्रांड, लाइमलाइट डायमंड्स ने भारत की राजधानी दिल्ली में अपने दूसरे एक्सक्लूसिव स्टोर का शुभारंभ किया। दिल्ली के प्रतिष्ठित राजौरी गार्डन इलाके में इस विशेष लैब ग्रोन डायमंड ज्वेलरी की मांग को पूरा करने के लिए यह स्टोर खोला है।नए स्टोर का उद्घाटन प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया, लाइमलाइट डायमंड्स के को-फाउंडर नीरव भट्ट के साथ लाइमलाइट डायमंड्स के डायरेक्टर करम चावला सहित कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां इसमें शामिल हुए।
1500+ स्क्वायर फीट में भव्य रूप से फैला यह स्टोर लाइमलाइट डायमंड्स के लिए एक और माइलस्टोन है, जिससे वे पूरे भारत में अपना विस्तार जारी रख रहे हैं। पिछले दो वर्षों में, ब्रांड ने तेजी से विकास की गति को देखा है। अब तक मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, जयपुर, वाराणसी, हैदराबाद, राजकोट, बैंगलोर, चेन्नई आदि सहित 35 से अधिक शहरों में मौजूदगी के साथ एलजीडी ज्वेलरी के लिए देश में इस ब्रांड ने तेजी से खुद को अल्टीमेट सॉलिटेयर डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया है।
ब्रांड के एक्सक्लूसिव कलेक्शन को निहारते हुए अभिनेत्री नेहा धूपिया ने कहा, “मैं इस स्टोर के लैब ग्रोन डायमंड ज्वेलरी के कलेक्शन से काफी आकर्षित हूं। वे भारत में बने हैं और मुझे लगता है कि हर भारतीय महिला इन डायमंड्स को पहनने में गर्व महसूस करेगी।”
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि सोने चांदी तो आप हमेशा खरीदने हो और खरीदने के बाद आपको लगता है कि बहुत पैसा खर्च हो गया अगले बार कुछ नहीं खरीदूंगा लेकिन इस धनतेरस पर आप *लाईमलाईट* से डायमंड ज्वेलरी खरीद सकते हो जो ज्यादा महंगा नहीं पड़ेगा और आपके बजट में आ जाएगा
लाइमलाइट डायमंड्स की फाउंडर और एमडी पूजा शेठ माधवन ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “दिल्ली में लाइमलाइट के पहले आउटलेट में हमारे कलेक्शन और डिजाइन को लेकर ग्राहकों से शानदार रिस्पॉन्स मिलने के बाद हम दिल्ली में अपना दूसरा स्टोर खोलने के लिए बेहद उत्साहित हैं! इस शहर को चमक-दमक हमारे ब्रांड को बड़े अच्छे से कॉम्प्लीमेंट करते हैं।
विश्व के सबसे बड़े जेवलेरी फेस्टिवल पर लकी लक्ष्मी योजना का एलान
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। इन दिनों त्योहार का सीज़न है। जिधर देखिये आपको खरीदारी करते हुए लोग नज़र आ जायेंगे। दीवाली के मौके पर खास तौर पर बड़े पैमाने पर गहनों की खरीदारी होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए गहने बेचने वालों के संगठन ने खरीदारों के लिए लकी लक्ष्मी योजना का एलान किया है। इस योजना के तहत 22 अक्टूबर से 9 दिसम्बर के दौरान जो लोग भी गहने खरीदेंगे उन्हें इनाम दिया जायेगा। तरह तरह यह इनाम कुछ खास रक़म के गहने खरीदने पर दिए जाएंगे। नयी दिल्ली में इसकी घोषणा करते हुए। इस अवसर पर बोलते हुए मनोज कुमार झा ने कहा कि ऐसी योजना शुरू करने का हमारा मक़सद यह होता है कि एक तो हम बड़े और छोटे सभी दुकानदारों का फायदा करें वहीँ हम चाहते हैं कि खुशियों की इस मौसम में अगर लोग गहने खरीदें तो उन्हें कुछ गिफ्ट भी ज़रूर दिए जाएँ। उन्होंने कहा कि किस तरह की खरीदारी पर किस तरह का गिफ्ट होगा इसकी जानकारी गहने की दुकान पर भी होगी और हमारी वेबसाइट पर भी है।
इस अवसर पर फिल्म एक्ट्रेस मुग्धा गोडसे भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि किसी भी महिला की सबसे पहली पसंद गहने ही होते हैं। त्योहार के इस सीज़न में महिलाएं अगर गहने खरीदती हैं और उन्हें गिफ्ट भी मिलते हैं तो यही बड़ी अच्छी बात है। जिन लोगों ने यह स्कीम शुरू की है उनकी प्रशंसा होनी चाहिए।
विनोद कापड़ी की नई फ़िल्म “पायर” ( चिता ) का वर्ल्ड प्रीमियर यूरोप में
मुंबई। ऑस्कर विजेताओं के साथ बनी राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता विनोद कापड़ी की नई फ़िल्म “पायर” (चिता) का वर्ल्ड प्रीमियर ,यूरोप के प्रतिष्ठित 28वें टैल्लिन ब्लैक नाइट्स अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल में होगा। इस साल टैल्लिन में चुनी गई ये अकेली भारतीय फ़िल्म है। फ़िल्म को वर्ल्ड कंपीटिशन श्रेणी में रखा गया है और प्रीमियर की तारीख़ 19 नवंबर 2024 तय हुई है। टैल्लिन की तरफ़ से आज ही दुनिया भर से चुनी गई फ़िल्मों की सूची जारी हुई है।
“पायर” उत्तराखंड के हिमालय की पृष्ठभूमि में रची 80 साल के दो बुजुर्गों की एक अद्भुत , अनोखी , कलेजा चीर देने वाली अविश्वसनीय प्रेम कहानी है। दिलचस्प बात ये है कि लेखक – निर्देशक विनोद कापड़ी ने फ़िल्म के लीड एक्टर के तौर उन दो बुजुर्ग लोगों पदम सिंह और हीरा देवी को कास्ट किया है , जिन्होंने फ़िल्म की शूटिंग से पहले जीवन ना कभी कोई कैमरा देखा है , ना ही कोई फ़िल्म।पदम सिंह और हीरा देवी दोनों ही उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले के बेरीनाग तहसील के रहने वाले हैं। पदम सिंह पहले भारतीय सेना में थे और रिटायरमेंट के बाद खेतीबाड़ी करते हैं जबकि हीरा देवी घर में भैंस पालने और जंगल से लकड़ी और घास काटने का काम करती हैं।
डायरेक्टर विनोद ने पहले इस फ़िल्म के लिए नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक शाह Shah को कास्ट किया था। दोनों तैयार भी हो गए थे। लेकिन फिर नसीर साहब ने विनोद के सामने एक संशय रखा कि हिमालय की कहानी में नसीर/रत्ना की casting से फ़िल्म की प्रमाणिकता पर असर पड़ सकता है।विनोद ने फिर नए सिरे से कासटिंग शुरू की और हिमालय के दूर दराज़ के दो दर्जन से ज़्यादा गाँवों में तीन महीने तक भटकने के बाद विनोद को उनके पदम सिंह और तुलसी देवी मिल ही गए। लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल ये थी कि दोनों ने अपनी ज़िंदगी में कभी भी कैमरे का सामना नहीं किया था। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अनूप त्रिवेदी के मार्गदर्शन में दो महीने तक चली वर्कशॉप के बाद दोनों कलाकार शूटिंग के लिए तैयार किए गए।
ख़ास बात ये भी है कि Pyre की शूटिंग पूरी होने पर फ़िल्म की फ़ुटेज देखने के बाद ऑस्कर विजेता फ़िल्म संगीतकार माइकल डैन्ना तुरंत “पायर” के लिए संगीत करने को तैयार हो गए। माइकल को “लाइफ़ ऑफ पाई” के लिए 2012 में ऑस्कर मिला था।जर्मन एडिटर पैट्रिशिया रॉमेल ने फ़िल्म को एडिट किया है।पैट्रिशिया ने ही “ दि लाइफ़ ऑफ अदर्स” फ़िल्म को एडिट किया था , जिसे 2006 में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म का ऑस्कर मिला था। भारत के विलक्षण गीतकार और “जय हो” जैसे गीत लिख चुके गुलज़ार ने “पायर” के लिए एक गीत लिखा है।
विनोद के मुताबिक़- ये उनका परम सौभाग्य है कि विश्व सिनेमा की इन तीन महान हस्तियों ने “पायर” में अपना योगदान दिया है। माइकल और पैट्रिशिया ने तो अपनी फ़ीस 90 फ़ीसदी तक कम कर दी और गुलज़ार साहब ने तो फ़ीस तक लेने से मना कर दिया।गुलज़ार सर ने यहाँ तक कहा कि जिस सिनेमा में उन्हें सत्यजीत राय के सिनेमा की झलक दिख रही हो , उसमें वो फ़ीस कैसे ले सकते हैं ?
यह फ़िल्म “पायर” उत्तराखंड में लगातार हो रहे पलायन के बाद वहाँ ख़ाली हो चुके गाँव , जिन्हें भूतिया गाँव भी कहा जाता है- की पृष्ठभूमि में एक बुजुर्ग दंपत्ति की सच्ची कहानी से प्रभावित है , जिनसे विनोद 2017 में मुनसयारी के एक गाँव में मिले थे। मृत्यु का इंतज़ार कर रहे इस बुजुर्ग दंपति के एक दूसरे को लेकर प्यार ने विनोद के दिल में ऐसी गहरी छाप छोड़ी कि उन्होंने ये फ़िल्म बनाने का फ़ैसला किया।
बुक कीपिंग को नया आयाम देगा Febi.ai
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। नयी दिल्ली में मीडिया की मौजूदगी में Febi.ai की घोषणा की गयी जो बुक कीपिंग को एक नया आयाम देगी। डोमेन विशेषज्ञता वाले लोगों द्वारा निर्मित Febiai ने अपनी प्री-सीरीज़ ए फंडिंग को लुमिस पार्टनर्स, वीरेंद्र राणा (जेपी मॉर्गन, पूर्व-प्रबंध निदेशक-भुगतान), अमित चौधरी (सह-संस्थापक- लेंसकार्ट), पद्मजा रूपारेल तथा (सह-संस्थापक-आईएएन), रोहन भार्गव (सह-संस्थापक-कैशकरो), रजत जैन (अध्यक्ष फिनो पेमेंट्स बैंक) और अन्य उल्लेखनीय निवेशकों से 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग हासिल की है।
2022 में स्थापित, Febi.ai को चार्टर्ड अकाउंटेंट और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों की टीम के द्वारा बनाया गया है। अपनी एआई क्षमताओं के माध्यम से, यह मैन्युअल डेटा प्रविष्टि और लेखांकन करते समय मैन्युअल त्रुटियों को समाप्त करता है, और चालान का सत्यापन करत्ता है. दस्तावेजीकरण प्रबंधन को स्वचालित करता है, कर अनुपालन को स्वचालित करता है और संस्थापकों और उद्यमियों को उच्च आत्मविश्वास के साथ अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने के लिए वास्तविक समय की व्यावसायिक अंतहीष्ट प्रदान करता है।
Febi.ai का मतलब फाउंडर्स एंटरप्रेन्योर बुक्स इनोवेशन (FEBI) है। यह नाम कंपनी के वित्त उद्योग में नवाचार की मजबूत नींव और उसकी उद्यमशीलता की भावना को दर्शाता है। वे लेखांकन और कर अनुपालन प्लेटफार्मों को स्वचालित करने, ग्राहक अधिग्रहण में तेजी लाने और अपने कार्यबल का विस्तार करने के लिए अपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं को और आगे बढ़ाने के लिए नई पूंजी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं।
Febi.ai की स्थापना सीए अमित जिंदल, सीए सौरभ जैन, आशु गोयल और सीए राहुल बंसल ने की थी। अर्न्स्ट एंड यंग के पूर्व सीए अमित जिंदल और सीए सौरभ जैन ने 350 सदस्यों की एक प्रसिद्ध वित्तीय सलाहकार परामर्श फर्म फेलिक्स एडवाइजरी का सफलतापूर्वक निर्माण और नेतृत्व किया है।
भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट और संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमाणित सार्वजनिक अकाउंटेंट अमित जिंदल के पास लेखांकन और कर अनुपालन में दो दशकों से अधिक का समृद्ध अनुभव है। अपनी पूर्व भूमिकाओं में, उन्होंने वित्त पेशेवरों और हितधारकों द्वारा मैन्युअल लेखांकन और कर अनुपालन में आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों को देखा। उन्होंने काम करने वाली टीमों और मौजूदा लेखांकन और कर अनुपालन प्लेटफार्मों के अंतिम उपयोगकर्ताओं के सामने आने वाली वास्तविक समय की समस्याओं को हल करने के लिए Febi.ai बनाने का निर्णय लिया।
Febi.ai के सीइओ अमित जिंदल ने अवसर पर कहा की “यह चार्टर्ड अकाउंटेंट समुदाय द्वारा बनाया गया है और यह उद्यमियों और सीए समुदाय को लेखांकन और कर अनुपालन कार्यों को प्रबंधित करने के लिए वास्तविक समय की अंतर्दृष्टि और प्रभावी तरीकों से सशक्त बनाएगा।” Febi.ai के आने से अकॉउंट की दुनिया बड़ी तब्दीली आएगी।
ग्रेटर कैलाश में भारतीय कैंसर संस्थान का उद्घाटन
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। फिल्म स्टार सुनील शेट्टी और मशहूर सिंगर मीका की मौजूदगी में भारतीय कैंसर संस्थान ने दिल्ली में अपने अनुसंधान और उपचार अस्पताल के उद्घाटन की घोषणा की। आईसीआई में, मरीज कीमोथेरेपी और सर्जरी दोनों के साथ-साथ टारगेट थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। रोगियों में उन्नत कैंसर चरण के मामलों में भी उपचार के विकल्पों पर विचार किया जाता है।
आईसीआई का निर्माण विविध डॉक्टरों और ऑन्कोलॉजिस्ट की मजबूत नींव पर किया गया है जो उच्चतम स्तर की देखभाल और सहानुभूति के साथ रोगियों का इलाज करते हैं। विशाल अनुभव के साथ, वे पूरी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के साथ जरूरतमंद लोगों को दयालु देखभाल प्रदान करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
दिल्ली और पूरे भारत में सही इलाज की तलाश करने वाला कोई भी व्यक्ति सही देखभाल के लिए आईसीआई का दौरा कर सकता है। उपचार में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए जीके1 के अस्पताल में पहले से ही कई लोग आ रहे हैं।आईसीआई के साझेदारों में से एक, लोकप्रिय गायक मीका सिंह ने भी अपने एनजीओ ‘डिवाइन टच’ और आईसीआई के बीच एक करीबी कामकाजी सहयोग विकसित किया है। उन्होंने और आईसीआई के संस्थापक सदस्य डॉ. तरंग कृष्णा दोनों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वे जरूरतमंद लोगों के लिए ‘परिवर्तन’ के बड़े कारण में योगदान देना जारी रखेंगे। इस अवसर पर मीका और सुनील शेट्टी दोनों ने कहा कि हमें ऐसे मरीज़ों की मदद को आगे रहना चाहिए।
“विधवा योद्धा: वह कारण जिसने मेरे जीवन को आकार दिया “किताब का अनावरण
ए एन शिब्ली
नई दिल्ली ब्रिटिश काउंसिल ऑडिटोरियम में लॉर्ड राज लूंबा द्वारा लिखित “विधवा योद्धा: वह कारण जिसने मेरे जीवन को आकार दिया “किताब का अनावरण ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून और पूर्व राजनयिक यश सिन्हा ने किया जहां इनके अलावा सुज़ैन टोबेल, ग्राहम टोबेल, डॉ. ज्ञानेश्वर मुले, एलिसन बैरेट, लेडी वीना लूम्बा, लॉर्ड राज लूम्बा, श्रीमती लक्ष्मी पुरी, डॉ अरुणा अभय ओसवाल, राजीव बेरी, हरजीव सिंह एवं अमित चौधरी भी उपस्थित थे*- कल्पना कीजिए: एक छोटे से शहर पंजाब में रहने वाला एक युवा लड़का, सात भाई-बहनों के एक खुशहाल परिवार का हिस्सा, प्यार करने वाले माता-पिता की गर्मजोशी का आनंद ले रहा है। लेकिन त्रासदी आती है और जीवन एक नाटकीय मोड़ लेता है। अपने पिता के निधन के साथ, राज लूंबा अपनी माँ, जो 37 वर्ष की कम उम्र में विधवा हो गई थी के गहरे दुःख और सामाजिक अलगाव को प्रत्यक्ष रूप से देखता है। इस व्यक्तिगत दिल टूटने की घटना से उनके जीवन में मिशन का बीज बोया – एक ऐसा मिशन जो एक दिन दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को बदल देगा।
लॉर्ड राज लूंबा की नई लॉन्च की गई किताब, “विधवा योद्धा: द कॉज दैट शेप्ड माई लाइफ़,” एक भावपूर्ण संस्मरण है जो इस उल्लेखनीय यात्रा का वर्णन करती है – करुणा, संघर्ष और विश्वास की शक्ति की कहानी। यह पाठकों को न केवल एक छोटे शहर के लड़के की मनोरंजक कहानी प्रदान करती है, जो यूनाइटेड किंगडम में धन और शक्ति के उच्च पदों पर पहुँच गया, बल्कि विधवापन से जुड़े कलंक को मिटाने के उसके अभियान का भी एक गहरा मार्मिक विवरण है। अन्याय का सामना करने के लिए लॉर्ड लूंबा की यात्रा उनकी माँ के प्रति एक व्यक्तिगत श्रद्धांजलि और बदलाव के लिए एक वैश्विक आह्वान दोनों है। उनकी चैरिटी, द लूंबा फाउंडेशन ने सैकड़ों हज़ारों लोगों के जीवन को छुआ है, लेकिन उनकी सफलता का असली शिखर 23 जून को अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के रूप में संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया जाना था – विधवा भेदभाव के खिलाफ़ लड़ाई में एक ऐतिहासिक क्षण। लॉर्ड राज लूंबा कहते हैं, “यह सिर्फ़ मेरी कहानी नहीं है” यह उन लाखों महिलाओं की कहानी है जो बहुत लंबे समय से अदृश्य रही हैं। विधवा योद्धा आशा की किरण है – यह याद दिलाता है कि बदलाव संभव है, चाहे समस्या कितनी भी गहरी क्यों न हो”_
संस्मरण का विमोचन ऐसे समय में हुआ है जब न्याय, समानता और सशक्तिकरण के विषय पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। दुनिया भर के राजनीतिक हस्तियों, व्यापारिक नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के समर्थन के साथ, “विधवा योद्धा” साहित्य का एक महत्वपूर्ण टुकड़ा बनने के लिए नियत है – जो पाठकों को व्यक्तिगत सफलता से परे देखने और उच्च उद्देश्य की सेवा करने के आह्वान को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
लेखक की जीवनी: पंजाब में जन्मे राज लूंबा एक सफल ब्रिटिश-भारतीय व्यवसायी हैं, जिन्होंने 1997 में निराश्रित विधवाओं का समर्थन करने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का फैसला किया। 25 वर्षों में लूंबा फाउंडेशन के शिक्षा और सशक्तिकरण कार्यक्रमों ने सैकड़ों हज़ारों विधवाओं और उनके आश्रितों के जीवन को बदल दिया है और 2010 में संयुक्त राष्ट्र को वैश्विक कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए हर साल 23 जून को अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के रूप में नामित करने के लिए प्रेरित किया। अब यू.के. के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य, लूम्बा दुनिया के सबसे गरीब और सबसे हाशिए पर पड़े लोगों के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं, और भेदभाव के अभिशाप को हमेशा के लिए मिटाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
इंडियन मेन्स वियर ब्रांड ‘तस्वा’ के ‘बारात बाय तस्वा’ में रणबीर कपूर उतरे रैम्प पर
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली: भारत में शादी के दौरान कपड़ों से लेकर स्टाइल तक पर काफी ध्यान दिया जाता है। आज के दौर की डिजाइनर शादी के लिए खूबसूरत व डिजाइनर परिधानों के शानदार प्रदर्शन के लिए आदित्य बिड़ला फैशन रिटेल लिमिटेड द्वारा ‘तस्वा’ ने दिग्गज फैशन डिजाइनर तरुण तहिलियानी के साथ मिलकर एक अविस्मरणीय फैशन शो ‘बारात’ का आयोजन किया, जिसमें तस्वा ने अपने ऑटम/विंटर 2024 वेडिंग कलेक्शन का अनावरण किया। यह भव्य कार्यक्रम रविवार, 13 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली के राजसी त्रावणकोर पैलेस में हुआ। खास बात यह कि इस स्पेशल फैशन शो की अमिट छाप इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों पर विशेष रूप से देखी गई। शाम का नाटकीय समापन बॉलीवुड आइकन रणबीर कपूर की अगुआई में हुआ, जिन्होंने बेजोड़ शैली और भव्यता के साथ भारतीय शादियों के सार का जश्न मनाया। दरअसल, तस्वा द्वारा ‘बारात’ जीवंत और जीवंत भारतीय शादी के जुलूस से प्रेरित थी, जिसे एक फैशन शोकेस के रूप में दुबारा तैयार किया गया था, जिसमें दूल्हे को दिखाया गया था। बारात, जो पारंपरिक रूप से दूल्हे के हर्षोल्लास के आगमन का प्रतीक है, को इस अपारंपरिक और अत्यंत आकर्षक फैशन शो में प्रस्तुत किया गया।
अपनी बेदाग शैली और करिश्मे के लिए मशहूर रणबीर कपूर ने शानदार भारतीय शादी-शैली की बारात के साथ शो का समापन किया, जो शाम का मुख्य आकर्षण बन गया। रणबीर कपूर इस फैशन इवेंट में फेमस डिजाइनर तरुण तहिलियानी के लिए शो स्टॉपर भी बने। रणबीर कपूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह दूल्हा बने नजर आ रहे हैं। उनका यह वीडियो खूब पसंद किया जा रहा है। वीडियो में रणबीर बारात और ढोल-नगाड़ों के साथ ग्रैंड एंट्री लेते नजर आ रहे हैं। वीडियो में रणबीर कपूर आइवरी और ब्लश पिंक शेरवानी और दुपट्टा लिए नजर आ रहे हैं और सिर पर पगड़ी पहने हुए हैं। उन्होंने पिंक कलर की मोजरी भी पहन रखी है। वीडियो में रणबीर कार में बारात के साथ ग्रैंड एंट्री लेते नजर आते हैं। जैसे ही वह रैंप पर आते हैं, सभी उनके साथ डांस करने लगते हैं और रणबीर भी सबका साथ देते हैं।
इस फैशन शो में अपनी भागीदारी के बारे में रणबीर कपूर ने बताया, ‘बारात कलेक्शन में रनवे पर कदम रखना एक रोमांचक अनुभव था, जो परंपरा और आधुनिक स्वभाव के मिश्रण का जश्न मनाता है! आज के दूल्हे समारोह का हिस्सा भर नहीं हैं, बल्कि वे कहानी का दिल हैं। इस संग्रह ने उन्हें अपनी जड़ों का सम्मान करते हुए अपनी व्यक्तिगत पहचान को व्यक्त करने का अवसर दिया। अपनी शानदार बनावट और बोल्ड सिल्हूट के साथ यह मेन्सवियर को फिर से परिभाषित करता है और सुनिश्चित करता है कि हर दूल्हे की यात्रा अविस्मरणीय हो!’
रणबीर के अलावा, रनवे पर कई बेहतरीन व्यक्तित्वों का एक पूरा लाइनअप था, जिन्होंने इस इवेंट में अपना अनूठा आकर्षण और स्टाइल भर दिया। उभरते सितारे विहान समत, मशहूर कॉमेडियन अनुभव सिंह बस्सी, मिशेलिन स्टार शेफ सुवीर सरन और लोकप्रिय डिजिटल इन्फ्लुएंसर, मोहक नारंग, मानव छाबड़ा, उन्नति मल्हारकर और अपूर्वा (जिन्हें ‘द रिबेल किड’ के नाम से भी जाना जाता है) ने तस्वा के असाधारण वेडिंग कलेक्शन को एक अलग शान और अंदाज के साथ पेश किया। उनमें से प्रत्येक ने अपने अंदाज से मॉडर्न भारतीय दूल्हे की पसंद और अंदाज को सबके सामने पेश किया। इस दौरान परंपरा को कंटेम्प्रेरी स्टाइल के साथ काफी आसानी से मिक्स किया गया। उनकी उपस्थिति ने शो में एक यूथफुल, डायनेमिक एनर्जी जोड़ी, जिसने ‘बारात बाय तस्वा’ इवेंट को व्यक्तित्व और फैशन का रियल फेस्टिवल बना दिया। अपने खास व्यक्तित्व के साथ, उन्होंने तस्वा के एथोस के एसेंस को सबके सामने रखा, जिससे यह इवेंट सभी मौजूद मेहमानों के लिए और भी यादगार बन गया।
दिल्ली में हुआ फिल्म ‘जिगरा’ का प्रमोशन
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। आलिया भट्ट ने अब एक एक्ट्रेस के तौर पर अपनी खास पहचान बना ली है। गंगूबाई में शानदार प्रदर्शन से सबको हैरान कर देने के बाद अब उनकी एक फिल्म आ रही है जिगरा। हाल ही में फिल्म ‘जिगरा’ की स्टारकास्ट प्रमोशन के सिलसिले में दिल्ली आई थी। नई दिल्ली के द इंपीरियल होटल में आयोजित प्रमोशनल कार्यक्रम में में फिल्म के लीड एक्टर आलिया भट्ट और वेदांग रैना के साथ-साथ निर्देशक वासन बाला भी मौजूद थे। यह फिल्म 11 अक्टूबर, 2024 को रिलीज होने वाली है। एक फिल्म अपने भाई के लिए एक बहन की मेहनत को दिखाती है। रणबीर की फिल्म ‘एनिमल’ के साथ ‘जिगरा’ की तुलना पर आलिया भट्ट ने कहा, ‘दोनों फिल्मों के बीच कोई तुलना नहीं है और मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे जीवन में रणबीर हैं। वह वास्तव में बेहतरीन सहायक हैं और मेरे सभी काम की प्रशंसा करते हैं।’
लावा ने भारत का पहला डुअल AMOLED डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन लांच किया
ए एन शिब्ली
नई दिल्ली। लावा इंटरनेशनल लिमिटेड एक ऐसी कंपनी है जिसे विशुद्ध भारतीय कहा जा सकता है। लावा ने इस फेस्टिव सीज़न में अपने बिल्कुल नए फ्लैगशिप स्मार्टफोन, लावा अग्नि 3 के लॉन्च की घोषणा की है। इसमें जो बात सबसे खास है वह है इसका सेकंडरी डिस्प्ले। अग्नि 3 को तीन अलग-अलग वेरिएंट: यानी चार्जर के बिना 8GB+128GB, चार्जर के साथ 8GB+128GB, और चार्जर के साथ 8GB+256GB में लॉन्च किया गया है। इस मौके पर श्री सुमित सिंह, हेड-प्रोडक्ट, लावा इंटरनेशनल लिमिटेड, ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “अग्नि 3 सचमुच इनोवेशन और सबसे उम्दा प्रदर्शन की एक मिसाल है, जो इस सीरीज़ को एक नई पहचान देने वाली है। यह सिर्फ़ एक स्मार्टफोन नहीं है; बल्कि इससे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत की क्षमता कभी पता चलता है और यह बात भी जाहिर होती है कि हम भारत में डिज़ाइन किए गए अव्वल दर्जे के प्रोडक्ट्स के साथ यूजर्स को शानदार अनुभव प्रदान करने के अपने वादे पर कायम हैं। मुझे पूरा यकीन है कि, अत्याधुनिक फीचर्स वाली इस नई सीरीज़ के लॉन्च के साथ अग्नि के फैन्स की संख्या भी बढ़ेगी, जो इस सेगमेंट में स्मार्टफोन के अनुभव के मायने को बदलने के लिए तैयार है।”
लावा अग्नि 3 अपने सेगमेंट का पहला ऐसा स्मार्टफोन है जिसमें डुअल AMOLED डिस्प्ले– यानी एक आगे की तरफ और दूसरा पीछे की तरफ लगाया गया है। 6.78-इंच का 1.5K 3D कर्व्ड AMOLED वाला प्राइमरी डिस्प्ले वाकई बेहद शानदार है जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट, HDR और वाइडवाइन L1 सपोर्ट की सुविधा मौजूद है, साथ ही यह 1.07 बिलियन कलर्स और 1200 nits का लोकल पीक ब्राइटनेस प्रदान करता है। इसके पीछे की तरफ 1.74-इंच का 2D AMOLED वाला सेकेंडरी डिस्प्ले मौजूद है, जो रियर कैमरे की मदद से सेल्फी लेने, कॉल का जवाब देने, क्विक नोटिफिकेशन प्राप्त करने के साथ-साथ म्यूजिक कंट्रोल, स्टेप्स एवं कैलोरी ट्रैकर, रिकॉर्डर इसी तरह के कई दूसरे एप्लीकेशंस का उपयोग करने के लिए एकदम सही है । इस शानदार मोबाइल को लावा की वेबसाइट और अमेज़न से खरीदा जा सकता है।