Tuesday, December 24, 2024
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पुनीत इस्सर ने डीजीपी हरि नारायण के रूप में ‘द कश्मीर फाइल्स’ के मोशन पोस्टर में मीडिया की भूमिका पर उठाए सवाल

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मुंबई। तीन दशकों से अधिक की अपने सफ़र में कई यादगार कैरेक्टर्स चित्रित करने के बाद, अनुभवी अभिनेता पुनीत इस्सर अब विवेक रंजन अग्निहोत्री की बहुप्रतीक्षित ‘द कश्मीर फाइल्स’ में एक पुलिस वाले की प्रभावशाली भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगे। पलायन नाटक में पुनीत के करैक्टर डीजीपी हरि नारायण और उनके पुलिस बल को बिट्टा (चिन्मय मंडलेकर द्वारा अभिनीत) के आदेशों का पालन करने के लिए मजबूर किया गया था। इसलिए, सभी अच्छे इरादों के साथ वह अपने अच्छे दोस्त पुष्कर (अनुपम खेर) की रक्षा करने में सक्षम नहीं रहते है जिस वजह से हरि को अपने दोस्त की उम्मीदों पर खरा न उतरने का गिल्ट रहता है।

पुनीत इस्सर द्वारा कश्मीर और आतंकवाद की दुर्दशा में मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाने वाला मोशन पोस्टर आंखें खोलने वाला है। अपने टाइटल पर खरा उतरते हुए, ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक सच्ची कहानी है, जो कश्मीरी पंडित समुदाय के कश्मीर नरसंहार की पहली पीढ़ी के पीड़ितों के वीडियो इंटरव्यू पर आधारित है। यह कश्मीरी पंडितों के दर्द, पीड़ा, संघर्ष और आघात का दिल दहला देने वाला नरेटिव है और लोकतंत्र, धर्म, राजनीति और मानवता के बारे में आंखें खोलने वाले तथ्यों पर सवाल उठाता है।

अपनी पिछली समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्म ‘द ताशकेंट फाइल्स’ के लिए प्रशंसा बटोरने के बाद, जिसने इस साल की शुरुआत में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था, ज़ी स्टूडियोज़ और लेखक-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने एक अन्य हार्ड-हीटिंग फिल्म पेश करने के लिए फिर से सहयोग किया है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ 26 जनवरी, 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित, इस ड्रामा में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, भाषा सुंबली और चिन्मय मंडलेकर जैसे अभिनेताओं की तारकीय भूमिका है। ज़ी स्टूडियोज़ और तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्मित, विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ 26 जनवरी, 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।

जमाअत इस्लामी हिन्द ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ क़ानून बनाने की मांग की

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नई दिल्ली। “मुसलमानों और दलितों के खिलाफ घृणा अपराध और लिंचिंग में विगत दिनों में बहुत वृद्धि हुई है। असामाजिक और आपराधिक तत्वों के साथ कुछ सुसंगठित समूह और गौरक्षक गिरोह इतने साहसिक हो गए हैं कि दिन के उजाले में लिंचिंग को अंजाम देते हैं, उन्हें फिल्माते हैं और सोशल मीडिया पर प्रसारित करते हैं। वे बेखौफ होकर ऐसा करते हैं क्योंकि पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की गई है और इसलिए उन्होंने इसे एक संकेत के रूप में लिया है कि सरकार को अल्पसंख्यकों और हाशिए के लोगों की सुरक्षा की चिंता नहीं है। इससे आम नागरिकों में डर पैदा हो रहा है। जमाअत झारखंड सरकार की ‘भीड़ हिंसा रोकथाम और मॉब लिंचिंग विधेयक 2021’ के पारित किए जाने सराहना करती है। ये बातें जमाअत इस्लमी हिन्द के उपाध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने आज जमाअत के मुख्यालय में आयोजित मासिक प्रेस कांफ्रेंस में कहीं।
उन्होंने बताया की राजस्थान और पश्चिम बंगाल के बाद झारखंड भारत का तीसरा राज्य है जिसने मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून पारित किया है। देश के अन्य राज्यों में भी मॉब लिंचिंग के खिलाफ क़ानून लाने की आवश्यकता है। जो लोग हिंसा और क़त्लेआम की बात करते हैं वे धर्म के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हैं। जमाअत महसूस करती है कि अपने नागरिकों के जीवन की रक्षा करना केंद्र और राज्य सरकारों का कर्तव्य है। इसलिए, उन्हें आगे बढ़ना चाहिए और इसी तरह के ‘मॉब लिंचिंग रोकथाम’ विधेयकों को जल्दी से पारित किया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लिंचिंग हमारे देश में इतिहास बन जाए। प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने कहा कि जमाअत कुछ सुव्यवस्थित समूहों द्वारा खुले तौर पर ‘इस्लामोफोबिक’ और एक विशेष समुदाय को लक्षित करने वाले घृणास्पद भाषण देने के फैसले पर गंभीर चिंता व्यक्त करता है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि नफरत की यह राजनीति वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए (खासकर जब चुनाव आसपास है) की जाती है ताकि सरकार और सत्ता प्रतिष्ठान के विकास प्रदर्शन से लोगों का ध्यान अन्य भावनात्मक मुद्दों पर स्थानांतरित हो जाए।
मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए शादी की कानूनी उम्र बढ़ाकर 21 करना चिंता का विषय है। माताओं और नवजात शिशुओं के खराब स्वास्थ्य का कारण गरीबी और कुपोषण है। यदि खराब स्वास्थ्य देखभाल और गरीबी इतने उच्च स्तर पर बनी रहती है, तो आयु सीमा बढ़ाने से स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह प्रकृति के नियम के खिलाफ है। इसकी वजह से मनोवैज्ञानिक, चिकित्सा, सामाजिक और मानवाधिकार जैसी समस्याएं जन्म लेंगीं । अगर यह प्रस्ताव कानून का रूप लेता है, तो यह आदिवासी समुदायों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और कानून प्रवर्तन मशीनरी उन्हें और परेशान करेगी । देश के विधानसभा चुनावों और कोविड वायरस से सम्बंधित पूछे गए सवाल के जवाब में प्रोफेसर सलीम इंजीनियर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव में विशाल राजनीतिक रैलियां देखने को मिल रही हैं। प्रधान मंत्री सहित सरकार में शीर्ष पदों पर काबिज सत्ताधारी दल के नेता इन राजनीतिक रैलियों में भाग ले रहे हैं जो सभी स्वास्थ्य सावधानियों की अवहेलना हैं।

भारत में तेज़ी से बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले

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नयी दिल्ली। एक ताज़ा अध्यन से पता चला है कि भारत में कोरोना के मामले बहुत तेज़ी से बढ़ेंगे। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पॉल कट्टूमन ने ईमेल के जरिये ये कहा है कि इस बात की संभावना है कि भारत रोज के मामलों में विस्फोटक वृद्धि की अवधि देखेगा। इंडिया कोविड ट्रैकर के डेवलपर्स, पूरे भारत में संक्रमण दर में तेज वृद्धि देख रहे हैं। ट्रैकर ने 24 दिसंबर के नोट में छह राज्यों को “महत्वपूर्ण चिंता” के रूप में देखा, जिसमें नए मामलों की समायोजित वृद्धि दर 5% से अधिक थी। ट्रैकर के अनुसार, यह 26 दिसंबर तक 11 भारतीय राज्यों में फैल गया था।
भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 241 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए। ये मामले 21 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के सबसे अधिक 238 मामले, महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं।

काशी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शुरू

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वाराणसी। तीन दिवसीय काशी भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का पहला संस्करण आज उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में शुरू हुआ। राज्य के पर्यटन और संस्कृति मामलों के मंत्री नीलकंठ तिवारी ने शहर में एक भव्य कार्यक्रम में अभिनेता अनुपम खेर, फिल्म निर्माता राहुल मित्रा, भारतीय फिल्म और टेलीविजन निदेशक संघ के अध्यक्ष अशोक पंडित, निर्देशक सतीश कौशिक और मधुर भंडारकर, सांसद—अभिनेता रवि किशन, कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, विनोद बच्चन सहित अन्य बॉलीवुड हस्तियों की उपस्थिति में उत्सव का उद्घाटन किया।
अनुपम खेर और अशोक पंडित जहां वाराणसी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर आयोजित एक पैनल चर्चा में भाग लेंगे, वहीं पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता राहुल मित्रा फिल्म निर्माण के केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश के महत्व और दूसरे दिन क्षेत्रीय सिनेमा की क्षमता पर अपनस विचार रखेंगे। इसके बाद गायक कैलाश खेर और अभिनेत्री हेमा मालिनी सहित अन्य कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। उल्लेखनीय है कि काशी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव जनवरी 2022 में गौतमबुद्ध नगर जिले के यमुना एक्सप्रेस—वे विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र के सेक्टर-21 में महत्वाकांक्षी फिल्म सिटी के निर्माण कार्य की शुरुआत से पहले हो रहा है।

जामिया छात्रों के स्टार्टअप ‘गुरुकूल’ का 2 मिलियन अमरीकी डालर की कंपनी बनने के लिए प्री-सीड फंडिंग सुनिश्चित

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दिल्ली स्थित एडटेक स्टार्टअप गुरुकूल, जिसके तीन संस्थापक हैं और अधिकांश टीम सदस्य जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और पूर्व छात्र हैं; उसने एक भारतीय-अमेरिकी एंजेल इन्वेस्टर, परवेज जसानी (सीईओ, जूली वेंचर इंक) और फ्रीफ्लो वेंचर बिल्डर्स से प्री-सीड राउंड में $150,000 USD का निवेश जुटाया है।

2019 में स्थापित, गुरुकूल एक शैक्षिक नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म है जो शिक्षार्थियों और शिक्षकों को जोड़ने के लिए फ़िजिटल (फ़िजिकल + डिजिटल) टूल का एक सूइट प्रदान करता है। 25 से अधिक टूल और एक विशाल कंटेंट पूल के साथ, गुरुकूल स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों को ऑनलाइन जाने और अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करने के लिए सशक्त बना रहा है जो शिक्षार्थियों को उन्हें खोजने, उनसे जुड़ने और सीखने में सक्षम बनाता है।

फंडिंग राउंड पर बोलते हुए, गुरुकूल के संस्थापक और सीईओ, आदिल मेराज, जोकि वर्तमान में जामिया में मनोविज्ञान के छात्र हैं, ने कहा, “हम अपने रणनीतिक निवेशकों के साथ अपनी यात्रा शुरू करने के लिए उत्साहित हैं, जो हमारी दृष्टि में विश्वास करते हैं और हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की गहरी समझ रखते हैं। डिजिटल रूप से, सीखना और सामाजिककरण अलग-अलग धाराओं के रूप में उभरा है जिसके परिणामस्वरूप शैक्षिक उपकरण, सामग्री, शिक्षार्थी और शिक्षक विशिष्ट डोमेन में बिखरे हुए हैं। एक शैक्षिक नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म होने के नाते गुरुकूल एक ही समय में प्रकाशक, शिक्षण मंच, मार्केटप्लेस और एग्रीगेटर बनने में सक्षम बनाता है। गुरुकूल ने डिजिटल डिवाइड को पाट दिया है और सभी हितधारकों को एक भौतिक दुनिया में साथ लाया है।”

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को मुफ्त और हाइपरलोकल बनाने के लिए कुछ राज्य सरकारों के सहयोग से, गुरुकूल ने ‘पढाई इंडिया टूल’ लॉन्च करने की योजना बनाई है। हाल ही में इसे पायलटिंग के लिए उच्च शिक्षा, बिहार सरकार की द्वारा अनुमोदित किया गया है। सर्वोत्तम ओपन सोर्स और शिक्षकों से सर्वश्रेष्ठ सामग्री को एक साथ लाते हुए, पढाई इंडिया में 8 क्षेत्रीय भाषाओं में 3000+ क्यूरेटेड पाठ्यक्रम हैं। इसमें K-12, प्रतियोगी परीक्षाओं और स्किल इंडिया के लिए लाइव क्लासेस, अध्ययन सामग्री, टेस्ट सीरीज़ और प्रश्नावली भी हैं।

स्टार्टअप ने एक मजबूत टीम बनाने के लिए फंड्स का उपयोग करने, अपने प्रौद्योगिकी मंच को मज़बूत करने में निवेश करने, भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार को तेजी से बढ़ाने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से अपने बढ़ते गुरुकूल परिवार के लिए सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की अपनी योजना की पुष्टि की।

सह-संस्थापक और सीओओ- खानसा फहद, जो वर्तमान में जामिया में बी.टेक अंतिम वर्ष में हैं, उन्होंने कहा, “हमारी कहानी सफलता की कहानी नहीं है। हमारी कहानी संघर्ष, अस्तित्व और धैर्य की कहानी है। हमारी कहानी एक अधूरे सपने की कहानी है और अधिक से अधिक सीखने तथा सहानुभूतिपूर्ण दुनिया बनाने का एक अटूट विश्वास है!”

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत: अरविंद केजरीवाल

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नई दिल्ली। चंड़ीगढ़ नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने आज ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आम आदमी पार्टी पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में उतरी थी और भाजपा के गढ़ रहे चंडीगढ़ नगर निगम की 14 वार्डों में जीत दर्ज की। इस ऐतिहासिक जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के सभी विजयी उत्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी की यह जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए ‘आप’ की ईमानदार राजनीति को चुना है। वहीं, दिल्ली के डिप्टी सीएम एवं ‘आप’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह जीत संकेत है कि अगर विकल्प हो, तो लोग ‘ईमानदारी और काम करने वाली राजनीति’ को मौक़ा देना चाहते हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय स्तर पर भी एक विकल्प बन कर उभरी है। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर चर्चा है कि चंडीगढ़ के बाद दिल्ली एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी का परचम लहराएगा। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम से चली जीत की यह लहर दिल्ली नगर निगम तक पहुंचेगी।

भारतीय जनता पार्टी के गढ़ रहे चंडीगढ़ नगर निगम के कुल 35 वार्डों में बीते 24 दिसंबर को मतदान हुआ था। वर्तमान में चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा की ही सरकार थी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी पहली बार मैदान में उतरी थी। आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने के लिए दिन-रात मेहनत की। गत 19 दिसंबर को ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित कर वहां की जनता से आम आदमी पार्टी की ईमानदार राजनीति को एक मौका देने का आह्वान किए थे। चंडीगढ़ की जनता ने ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी ईमानदार राजनीति पर मुहर लगाने का निर्णय लिया और चंड़ीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को 14 वार्डों में ऐतिहासिक जीत दिला दी। भाजपा के भ्रष्टचार से परेशान जनता ने उसके मेयर तक को हरा दिया। चंडीगढ़ नगर निगम में इस जीत से साफ है कि इस बार पंजाब बदलाव चाहता है।

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत पर खुशी व्यक्त की है। ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की यह जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए ‘आप’ की ईमानदार राजनीति को चुना है। ‘आप’ के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है।’’

कुरआन केवल मुसलमानों की ही पुस्तक नहीं है ये सभी के मार्गदर्शन के लिए है : प्रोफेसर सलीम इंजीनियर

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नई दिल्ली। ‘‘इस संसार में हर दौर में ईश्वर की ओर से पैग़म्बर और नबी आते रहे हैं और यही पैग़ाम लाए कि इस संसार में शान्ति स्थापित की जाए।’’ ये बातें जमाअत इस्लामी हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने ‘‘मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना’’ विषय पर आयोजित एक विशाल सर्वधर्म सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कुरआन केवल मुसलमानों की ही पुस्तक नहीं है, ये समस्त मानजाति के मार्गदर्शन की किताब है। सारी मानव एक कुटुम्ब के समान हैं। नफरत और हिंसा का मूल कारण वास्तविक धर्मा नहीं है। तमाम मज़हब की शिक्षा नफ़नरत, ज़ुल्म और हिंसा के विरुद्ध है। कुछ लोग और समूह अपने को दूसरों से बड़ा और दूसरों को नीच समझते हैं और राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का ग़लत इस्तेमाल करते हैं और यही समाज में नफरत और हिंसा का मूल कारण है।

‘जय कल्याण श्री’ (अलीगढ संस्करण) के संपादक डॉक्टर राजीव प्रचण्डिया ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि ये ‘‘मज़हब नहीं सिखात आपस में बैर रखना’’ मात्र एक नारा या युक्ति नहीं अपितु ये एक विचार है, कोई धर्म ऐसा नहीं जो ये कहता हो कि झगड़ा करो या बैर रखो। गुरूद्वारा मसूदाबाद के ज्ञानी प्रभजोत सिंह जी ने कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरू नानक जी ने कहा है कि ‘‘ऊँची ज़ात उसकी है जिसके कारनामें ऊँचे हों। न हम हिन्दू हैं न मुस्लिम। हमें उस प्रभु ने अपने नूर से बनाया है। और हम सब एक हैं और इन्सान हैं।’’

राष्ट्रीय संगठन ‘दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इण्डिया’ के श्री जय सिंह सुमन बौद्ध ने कहा कि गौतम बुद्ध ने सदा समानता और मोहब्बत की बात की। श्री सुमन ने आगे कहा कि बौद्ध धर्म छुआ-छूत को समाप्त करने का प्रयास किया।

‘हरे कृष्ण भक्ति केन्द्र’ के श्री दीपक शर्मा जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गीता में कहा है कि जितने भी मनुस्य हैं वो सब ईश्वर की संतान हैं। आपने आगे कहा कि जो धर्म अनुसार चले वो देव है, और जो धर्म के विपरीत चले वो असूर है। चर्च ऑफ दी एसेन्शन अलीगढ़ के रिवरेंड लारेंस दास जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अगर हमारे अंदर प्रेम, शान्ति, नम्रता हो तो हमें आपस में बैर ही नहीं रहेगा।

जमाअत इस्लामी हिन्द उत्तर प्रदेश, पश्चिम के प्रदेश अध्यक्ष जनाब अहमद अज़ीज़ खान ने सम्मेलन के समापन भाषण में कहा कि समस्त धर्मगुरुओं ने अपने विचार में यही का कि प्रेम, और इन्सानियत ही असल जीवन का कारक है। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न धर्म के धर्मगुरुओं को उपहार स्वरूप इस्लामिक पुस्तक दी गयी। सम्मेलन का आरम्भ पवित्र कुरआन के पाठ से हुआ। कार्यक्रम का परिचय जनाब जुनैद सिद्दीकी ने कराया।

’द कश्मीर फाइल्स’ से शारदा पंडित का मोशन पोस्टर हुआ रिलीज़!

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मुंबई। अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार और चिन्मय मंडलेकर द्वारा चित्रित महत्वपूर्ण कैरेक्टर्स का आकर्षक मोशन पोस्टर लॉन्च करने के बाद, बहुप्रतीक्षित ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्माताओं ने अब भाषा सुंबली का एक अन्य दिलचस्प पोस्टर रिलीज़ कर दिया है।
शारदा पंडित की भूमिका निभाते हुए, भाषा सुंबली ने पुष्कर नाथ पंडित की बहू और शिव व कृष्ण की मां की भूमिका निभाई है। कश्मीर में हुई हिंसा में अपने पति को खोने के बाद, शारदा वह ताकत है जो परिवार को जोड़े रखती है।
अपने टाइटल पर खरा उतरते हुए, ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक सच्ची कहानी है, जो कश्मीरी पंडित समुदाय के कश्मीर नरसंहार की पहली पीढ़ी के पीड़ितों के वीडियो इंटरव्यू पर आधारित है। यह कश्मीरी पंडितों के दर्द, पीड़ा, संघर्ष और आघात का दिल दहला देने वाला नरेटिव है और लोकतंत्र, धर्म, राजनीति और मानवता के बारे में आंखें खोलने वाले तथ्यों पर सवाल उठाता है।
अपनी पिछली समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्म ‘द ताशकेंट फाइल्स’ के लिए प्रशंसा बटोरने के बाद, जिसने इस साल की शुरुआत में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था, ज़ी स्टूडियोज़ और लेखक-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने एक अन्य हार्ड-हीटिंग फिल्म पेश करने के लिए फिर से सहयोग किया है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ 26 जनवरी, 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित, इस ड्रामा में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, भाषा सुंबली और चिन्मय मंडलेकर जैसे अभिनेताओं की तारकीय भूमिका है।
ज़ी स्टूडियोज़ और तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्मित, विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ 26 जनवरी, 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।

निया शर्मा, यावर मिर्ज़ा ने “सात समुन्दर ” सॉन्ग केक काटकर लॉन्च किया

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मुंबई। बॉलीवुड में आजकल पुराने गीतों के रिक्रिएशन का दौर है। मशहूर एक्ट्रेस निया शर्मा और सुपरमॉडल यावर मिर्ज़ा ने फ़िल्म विश्वात्मा के ब्लॉकबस्टर सांग “सात समुन्दर पार” को नए अंदाज़ में पेश करने की कोशिश की है। सारेगामा म्यूज़िक से रिलीज़ इस गाने को अबतक 1. 6 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं। मुम्बई में इस सांग को लांच किया गया तो यहां निया शर्मा, यावर मिर्ज़ा, सिंगर देव नेगी, संगीतकार विवेक कर और गीतकार अभेंद्र कुमार उपाध्याय सहित पूरी टीम मौजूद थी। यहां निया शर्मा और यावर मिर्ज़ा ने खूब डांस किया और केक काटकर कामयाबी को सेलेब्रेट किया गया।
निया शर्मा इस गाने में अपने स्टाइलिश और बोल्ड अंदाज के कारण खूब चर्चा में हैं। ‘सात समंदर पार’ में निया के ठुमकों ने दर्शकों को क्रेजी कर दिया है। सात समंदर पार’ के नए वर्जन को देव नेगी और निकिता गांधी ने अपनी खूबसूरत आवाज़ दी है। सात समुंदर पार’ गाने को विवेक कर ने कम्पोज किया है। नए लिरिक्स अभेन्द्र कुमार उपाध्याय ने लिखे हैं। ‘निया शर्मा ने इस सेलिब्रेशन के मौके पर कहा कि यावर का यह पहला सॉन्ग है, उन्हें मुबारक हो। दर्शकों को यह गीत पसंद आ रहा है, तो अच्छा लग रहा है।
यावर मिर्ज़ा ने बताया कि इसका ऑडियो, वीडियो और डायरेक्शन कमाल का है। दर्शकों का रेस्पॉन्स अच्छा आ रहा है। मिलियंस में व्यूज आ रहे हैं। मैं खुश हूं कि मेरे पहले सांग को इतना बढ़िया रिस्पांस मिल रहा है। निया की पेरफॉर्मस कमाल की है और सोशल मीडिया पर हम दोनों के शॉट्स वायरल हो रहे हैं।
निया ने कहा कि सात समुंदर एक आइकोनिक सांग है इसके रिक्रिएशन को शूट करते समय मैं काफी एक्साइटेड थी। मुझे मालूम था कि लोग इस गीत की तुलना ओरिजनल सांग से करेंगे लेकिन यह इतना अच्छा डांस नम्बर है मैं इसका हिस्सा बनना चाहती थी। यावर मिर्ज़ा ने कहा कि काफी पॉजिटिव रिएक्शन आ रहे हैं। यह पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है। मुदस्सर खान ने इसे बखूबी कोरियोग्राफ और डायरेक्ट किया है। 3 मिनट के गाने में दर्जनों लोगों की मेहनत लगी होती है। यावर ने बताया कि इस सांग के लास्ट में टू बी कंटिन्यूड लिखा आ रहा है तो पब्लिक हमसे उम्मीद कर रही है कि इसका सेकंड पार्ट भी आएगा। तो देखिए शायद हम इसका सीक्वल भी लेकर आएं।
निया शर्मा ने कहा कि मेरे कई म्यूज़िक वीडियो आने वाले हैं और यह कहने में मुझे कोई हिचकिचाहट नही है कि मेरा घर म्यूज़िक वीडियो की वजह से चल रहा है। संगीतकार विवेक कर ने बताया कि मैं सात समंदर के ओरिजनल कम्पोज़र विजू शाह का शुक्रिया अदा करता हूँ। आनंद बख्शी जी ने इसे खूबसूरती से लिखा था। यह हमसब का फेवरेट सांग रहा है। इसका रिक्रिएशन करते समय मैंने सिर्फ हुक लाइन वही रखी है बाकी सब नया करने की कोशिश की है।
गीतकार अभेन्द्र कुमार उपाध्याय ने कहा कि मेरे लिए यह इतिहास और गर्व की बात है कि मैंने आनंद बक्शी साहब के लिखे गीत के रिक्रिएशन में कुछ लाइंस लिखी है। देव नेगी ने कहा कि इतने बड़े गाने को रिक्रिएट करना और गाना हम सब के लिए बड़ी चुनौती रही, लेकिन हमने इसे अपनी तरह से कोशिश की और लोग पसन्द कर रहे हैं। टीवाईएफ प्रोडक्शन प्रस्तुत सात समुन्दर पार के निर्माता यावर मिर्ज़ा, को प्रोड्यूसर रुचिका महेश्वरी हैं। डायरेक्टर व कोरियोग्राफर मूदस्सर खान, डीओपी सुरेश बीसवेणी, , प्रोडक्शन कंट्रोलर लविश कुकरेजा और एडिटर विकाश पवार हैं।

जामिया फैकल्टी डॉ. मनसफ आलम को क्लाउड कंप्यूटिंग में “अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान उत्कृष्टता पुरस्कार 2021”

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नयी दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के लिए एक और बड़ी ख़बर आयी है। डॉ. मनसफ आलम, एसोसिएट प्रोफेसर, बिग डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग और आईओटी लेबोरेटरी, कंप्यूटर विज्ञान विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) को सेंटर फॉर प्रोफेशनल एडवांसमेंट द्वारा “क्लाउड कंप्यूटिंग में अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान उत्कृष्टता पुरस्कार 2021” से सम्मानित किया गया है। क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान है।
डॉ. आलम भारत सरकार के यंग फैकल्टी रिसर्च फेलो, डेइटी हैं और एप्लाइड इनफार्मेशन साइंस जर्नल के प्रधान संपादक भी हैं। आईईईई, स्प्रिंगर, एल्सेवियर साइंस और एसीएम द्वारा प्रकाशित प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं तथा प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की प्रोसीडिंग्स में उनके कई शोध लेख प्रकाशित हैं साथ ही उन्होंने175 आमंत्रित वार्ताएं भी प्रस्तुत की हैं। उनके शोध के क्षेत्र में क्लाउड कंप्यूटिंग, क्लाउड डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (सीडीबीएमएस), बिग डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग शामिल हैं।


वह एल्सेवियर साइंस द्वारा प्रकाशित सूचना विज्ञान जैसी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की विभिन्न पत्रिकाओं के समीक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं। वह विभिन्न प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की कार्यक्रम समिति के सदस्य भी हैं। उनकी पीएचआई द्वारा डिजिटल लॉजिक डिज़ाइन, अरिहंत द्वारा कॉन्सेप्ट ऑफ़ मल्टीमीडिया, और स्प्रिंगर द्वारा इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स: कॉन्सेप्ट्स एंड एप्लिकेशन नामक तीन पुस्तकें प्रकाशित हैं।
सेंटर फॉर प्रोफेशनल एडवांसमेंट, विजयवाड़ा, भारत इंटरनेशनल मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च फाउंडेशन (http://www.imrfedu.org) की एक इकाई के रूप में काम करता है, जो दुनिया भर में एक प्रसिद्ध पंजीकृत निकाय है, जिसकी वर्तमान में 120 से अधिक देशों में उपस्थिति है।