Monday, December 23, 2024
Home Blog Page 47

उत्तराखंड सरकार ने जिस दलित माता को नौकरी से निकाला उसे केजरीवाल सरकार देगी नौकरी

0

नई दिल्ली। उत्तराखंड सरकार ने भोजन बनाने वाली दलित माता को नौकरी से निकाल दिया है। अब केजरीवाल सरकार ने भोजन बनाने वाली माता को नौकरी देने का ऐलान किया है। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र पाल गौतम ने आज प्रेस वार्ता के जरिए उत्तराखंड के सरकारी स्कूल में हुए छुआछूत के मामले पर भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार को घेरा है।

हाल ही में खबर आई थी कि उत्तराखंड के चंपावत के एक सरकारी स्कूल में दलित भोजनमाता द्वारा बनाए गए मिड डे मील को ऊंची जाति के छात्रों ने खाने से इंकार किया। जिसके तुरंत बाद ही स्कूल मैनेजमेंट कमेटी ने दलित भोजनमाता सुनीता देवी जी को ही काम से ही निकाल दिया। नौकरी से निकालने की वजह यह बताई गई कि उनकी नियुक्ति गलत तरीके से हुई थी।

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बच्चों को समझाने की बजाय स्कूल के अधिकारियों ने दलित महिला को ही नौकरी से निकाल दिया। नफरत फैलाने वाले लोगों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। सुनीता को नौकरी से निकालना मतलब यही हुआ कि जातिवाद को बढ़ावा देना। अभिभावकों का तर्क था कि विद्यालय में सामान्य वर्ग के छात्र बहुमत में हैं। इसलिए भोजन माता की नियुक्ति भी इसी वर्ग से की जानी चाहिए। अभिभावक चाहते हैं कि भोजन माता के रूप में सामान्य वर्ग की महिला की नियुक्ति की जाए।

कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए: योगी

0

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने ट्रेसिंग एवं टेस्टिंग का कार्य सतत जारी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 38 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 20 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 282 है।

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जनपद अम्बेडकर नगर, अमेठी, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बांदा, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, चित्रकूट, एटा, इटावा, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोण्डा, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, कासगंज, कौशाम्बी, कुशीनगर, महोबा, मैनपुरी, मऊ, मिर्जापुर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर तथा सुल्तानपुर में कोविड का एक भी मरीज नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण को और तेज करने के लिये प्रभावी प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 18 से 20 लाख कोविड टीकाकरण का लक्ष्य रखा जाए, जिससे एक समय सीमा के अन्दर सभी लक्षित आयु वर्ग को वैक्सीनेट किया जा सके। टीकाकरण की उपयोगिता के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए।

ऑल्ट बालाजी पर 2022 में होगा कई अन्य धमाकेदार शो का आगमन

0

साल 2021 ऑल्ट बालाजी समेत सभी के लिए काफी अच्छा साल रहा है। जबकि इस महामारी में हर कोई अपने घर की दीवारों के भीतर कैद था, भारत के अग्रणी मंच ऑल्ट बालाजी ने लगातार बने रहने का एक तरीका खोजा और अपने दर्शकों का मनोरंजन किया। अपनी स्थापना के बाद से 89+ ओरिजिनल लॉन्च करने के बाद, ऑल्ट बालाजी एक्सक्लूसिव कंटेंट बनाने में आगे रहा है। वर्ष 2021 में ही, ऑल्ट बालाजी ने सभी की पसंद को ध्यान में रखते हुए विभिन्न शैलियों में 20 शो लॉन्च किए है। महामारी के कारण जीवन में आये ठहराव के बावजूद यह मंच भारत में सबसे तेजी से बढ़ते और सबसे चर्चित ओटीटी प्लेटफॉर्म के रूप में उभर कर सामने आया है।

यह प्लेटफॉर्म लगातार न्यूज़ में बना रहा है और विभिन्न क्षेत्रों में इन्नोवशन्स के साथ बैंचमार्क स्थापित करने में सफल रहा है। सबसे उल्लेखनीय में से कुछ रणनीतिक ब्रांड साझेदारी हैं जो उन्होंने वर्ष के दौरान बनाई हैं। ऑल्ट बालाजी ने मिशन ग्रीन मुंबई के साथ मिलकर 100 पेड़ लगाने और अपने शो कार्टेल के जरिये आरे जंगल को बचाने के लिए कुछ दिलचस्प और अभिनव पहल भी शुरू किये थे, जिसे मीडिया, इंफ्लुएंसर्स, क्रिटिक्स और मशहूर हस्तियों द्वारा भी सरहाया गया था। ऑल्ट बालाजी के चौथे सफल वर्ष के लिए पहले से ही जश्न अपने चरम पर है। ईटी नाउ बिजनेस अवार्ड्स में ऑल्ट बालाजी द्वारा डिजिटल कंपनी ऑफ द ईयर जीतने और व्हाइट पेज इंटरनेशनल में भारत के सबसे प्रशंसित ब्रांड 2020 जैसे खिताब जीतते हुए, ऑल्ट बालाजी ने कई पुरस्कार अपने नाम किये हैं।

शो की अपनी विस्तृत सूची में से, सबसे ज्यादा रेटिंग वाले और सबसे ज्यादा देखे जाने वाली सीरीज़ में कार्टेल, द मैरिड वुमन, ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3, गिरगिट, पंचबीट सीजन 2, हिज स्टोरी, मैं हीरो बोल रहा हूँ और कई अन्य शामिल हैं। ऑल्ट बालाजी की हालिया एक्शन-थ्रिलर वेब श्रृंखला कार्टेल को आईएमडीबी पर 8.2 पर रेट किया गया था; जबकि ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3 को 8.7 और मैं हीरो बोल रहा हूँ को 8.7 की रेटिंग मिली है। ऑल्ट बालाजी ने बैंग बैंग, क्रैश, द मैरिड वुमन, कार्टेल और कई अन्य समान रूप से शक्तिशाली सीक्वेल जैसे ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3, पंच बीट 2, देव डीडी 2 जैसे प्रतिष्ठित शो बनाने की लिगेसी बनाई है, जिसे दर्शकों ने सरहाया है।

द टेस्ट केस 2, मेंटलहुड सीज़न 2, अपहरन 2, बोइस लॉकर रूम, #Hashtagwarrs और कई अन्य शानदार शो जल्द लॉन्च किए जाएंगे। ऑल्ट बालाजी आगामी वर्ष में लगभग 25-30 शो लॉन्च करके अपने दर्शकों का मनोरंजन करना जारी रखेगा। प्लेटफॉर्म द्वारा पिछले साल दिए गए कुछ प्रमुख शो की सूची इस प्रकार है:

• बैंग बैंग
कास्ट: फैसल शेख (मिस्टर फैसू), रूही सिंह, आयम मेहता, अमन गंडोत्रा, गुरप्रीत बेदी

• हेल्लो जी
कास्ट: न्यारा बनर्जी, मृणालिनी त्यागी, अक्षय शेट्टी, कशिश राय, दीपाली शर्मा, राहुल वर्मा इत्यादि।

• देव डीडी 2
कास्ट: असीमा वरदान, संजय सूरी, नौहीद सिरुसी, अमन उप्पल, रश्मि अगडेकर, सुनील सिन्हा और दीपिका अमीन देशपांडे इत्यादि।

• एलएसडी – प्यार, स्कैंडल और डॉक्टर
कास्ट: राहुल देव, पुनीत जे पाठक, ईशान ए खन्ना, तनाया सचदेवा, सिद्धार्थ मेनन, सृष्टि गांगुली रिंदानी, आयुष श्रीवास्तव, नेहा हिंगे, पुलकित मकोल इत्यादि।

• क्रैश
कास्ट: ज़ैन इमाम, रोहन मेहरा, अदिति शर्मा, कुंज आनंद और अनुष्का सेन

• द मैरिड वुमन
कास्ट: रिद्धि डोगरा, मोनिका डोगरा, सुहास आहूजा और इमाद शाह

• बेकाबू – सीजन 2
कास्ट: सुभा राजपूत, ताहिर शब्बीर, प्रिया बनर्जी, पौलोमी दास, ताहा शाह बादुशा, तुषार खन्ना, स्मरण साहू इत्यादि।

• मैं हीरो बोल रहा हूँ
कास्ट: पार्थ समथान, पत्रलेखा, अर्सलान गोनी

• हिज़ स्टोरी
कास्ट: सत्यदीप मिश्रा, प्रियामणि राज, मृणाल दत्त

• ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3
कास्ट: सिद्धार्थ शुक्ला, सोनिया राठी, एहान भट, सलोनी खन्ना, तानिया कालरा

• पंच बीट सीजन 2
कास्ट: प्रियांक शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, खुशी जोशी, हर्षिता गौर, संयुक्ता हेगड़े, काजोल त्यागी, निखिल भांबरी, समीर सोनी, निकी अनेजा वालिया इत्यादि।

• कार्टेल
कास्ट: ऋत्विक धनजानी, तनुज विरवानी, जितेंद्र जोशी, सुप्रिया पाठक, प्रणति राय प्रकाश, दिव्या अग्रवाल, गिरिजा ओक गोडबोले, अमेय वाघ, मोनिका डोगरा, तनिष्ठा चटर्जी, आदि।

• गिरगिट
कास्ट: नकुल रोशन सहदेव, तानिया कालरा, तृप्ति खामकर, शाहवर अली, समर वर्मानी, अश्मिता जग्गी, अलेक्जेंडर इलिक इत्यादि।

• पवित्र रिश्ता… इट्स नेवर ठू लेट
कास्ट: शाहीर शेख, अंकिता लोखंडे, पूजा भामराह, असीमा वर्धन, पीयूष रानाडे, रणदीप राय और उषा नाडकर्णी।

पीएम-युवा मेंटरशिप योजना के तहत 75 चयनित लेखकों की घोषणा

0

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत(शिक्षा मंत्रालयके अंतर्गत)ने आज आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के अंतर्गत पीएम-युवा मेंटरशिप योजना के तहत ‘भारत का राष्ट्रीय आंदोलन’ विषय पर आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की। योजना के अनुसार, इस प्रतियोगिता के माध्यम से 30 वर्ष से कम आयु के युवा लेखकों के लिए छात्रवृत्ति-सह-परामर्श योजना के लिए 75 लेखकों का चयन किया जाना था।
इसके बाद MyGovऔर राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारतके माध्यम से 1 जून-31 जुलाई 2021 तक अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 22 आधिकारिक भाषाओं और अंग्रेजी में लगभग 16000 प्रविष्टियां पूरे देश से प्राप्त हुईं, जिनमें कुछ भारतीय प्रवासी समुदाय से भी शामिल थें। सभी पुस्तक प्रस्तावों को विशेषज्ञों के पैनल द्वारा पढ़ा गया और जांच की तीन परतों के माध्यम से परखा गया।
31 जनवरी 2021 को मन की बात संबोधन के दौरान, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था: “मैं अपने युवा मित्रों से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, उनसे जुड़ी घटनाओं और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वीरता की कहानियों के बारे में लिखने का आह्वान करता हूं।” जिसके बाद युवा लेखकों के लिए पीएम-युवा मेंटरशिप योजना को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारतके साथ कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में शुरू किया गया था।
चयनित 75 लेखकों में से 38 पुरुष और 37 महिलाएं हैं। इसके अलावा, दो 15 वर्ष से कम आयु के हैं, जबकि 15-20 वर्ष के आयु वर्ग में 16 लेखक हैं, 21-25 वर्ष के आयु वर्ग 32लेखक हैं और 25 लेखक 26-30 वर्ष के आयु वर्ग में हैं।
चयनित लेखकों को छह महीने की मेंटरशिप दी जाएगी जिसमें उन्हें प्रख्यात लेखकों और राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की संपादकीय टीम के मार्गदर्शन में अनुसंधान और संपादकीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनके पुस्तक प्रस्तावों को पूर्ण पुस्तकों के रूप में प्रकाशित किया जा सके। आजादी का अमृत महोत्सव पहल के हिस्से के रूप में न्यास उनकी प्रकाशित पुस्तकों का बाद में अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद करेगा। मेंटरशिप के दौरान, चयनित लेखकों को 6 महीने की अवधि के लिए प्रति माह ₹50,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी। इसके अलावा, लेखकों को उनकी पुस्तकों के सफल प्रकाशन पर 10% की रॉयल्टी देय होगी।

ब्रेनली सर्वे: 74% भारतीय स्‍टूडेंट्स गणित से जुड़े सवालों के लिये ऑनलाइन मदद लेते हैं

0

मुंबई। गणित शायद सबसे रोमांचक विषयों में से एक है, जो स्‍टूडेंट्स को जीवन की महत्‍वपूर्ण कुशलताएं देता है, जैसे एनालिटिकल थिंकिंग, समस्‍याओं को हल करना, क्रिटिकल थिंकिंग और क्‍वांटीटेटिव रीज़निंग। ऑनलाइन लर्निंग प्‍लेटफॉर्म ब्रेनली ने मैथेमैटिक्‍स डे से पहले कोविड-19 के कारण आये ‘न्‍यू नॉर्मल’ में गणित के साथ स्‍टूडेंट्स के रिश्‍ते पर गहन शोध किया है। ब्रेनली पर 350 मिलियन से ज्‍यादा स्‍टूडेंट्स और पेरेंट्स सवाल करने से लेकर समझने तक का फायदा लेते हैं। इसके सर्वे के मुख्‍य परिणाम नीचे दिये जा रहे हैं: ब्रेनली के 67% स्‍टूडेंट्स अपने टीचर्स के सपोर्ट के बिना गणित के सवालों को हल करने में चुनौतियों से जूझते हैंगणित जैसे पेचीदा विषय के मामले में स्‍कूलों का अचानक बंद हो जाना और दूर से पढ़ाई करना स्‍टूडेंट्स को निश्चित रूप से असमंजस में डाल सकता है। ब्रेनली के सबसे नये सर्वे के अनुसार, 67% स्‍टूडेंट्स को अपने टीचर्स के सपोर्ट के बिना गणित के सवालों को हल करने में कठिनाई होती है।
अच्‍छी बात यह है कि टेक्‍नोलॉजी के मामले में उन्‍नत ऑनलाइन लर्निंग टूल्‍स के कारण स्‍टूडेंट्स शिक्षा के परिदृश्‍य में तेज बदलाव के हिसाब से ढल सके। यहां तक कि, चार में से तीन स्‍टूडेंट्स (76%) ने बताया कि उन्‍हें गणित की पढ़ाई में मजा आता है। यह पढ़ाई के मौजूदा परिदृश्‍य के साथ उनके कम्‍फर्ट लेवल को दर्शाता है। ऑनलाइन लर्निंग प्‍लेटफॉर्म्‍स गणित से जुड़ी समस्‍याओं के लिये स्‍टूडेंट्स को गुणवत्‍तापूर्ण सहायता देते हैंऑनलाइन सहायता वाले लर्निंग मॉडल ने महामारी के दौरान पढ़ाई जारी रखने में स्‍टूडेंट्स की मदद करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है और वे स्‍कूलों के दोबारा खुलने के बाद भी ऑफलाइन पढ़ाई के पूरक बने हुए हैं।
अभिनव और इंटरैक्टिव ऑनलाइन लर्निंग प्‍लेटफॉर्म्‍स स्‍टूडेंट्स के लिये गणित को सीखना बहुत आसान बनाते हैं, जैसा कि ब्रेनली के सर्वे में पता चला है। इस सर्वे के परिणामों के अनुसार, 74% स्‍टूडेंट्स ने ब्रेनली जैसे प्‍लेटफॉर्म्‍स को गणित से जुड़े उनके सवालों को हल करने में मददगार पाया है। इन परिणामों पर ब्रेनली के चीफ प्रोडक्‍ट ऑफिसर राजेश बिसानी ने कहा, “ब्रेनली में हम स्‍टूडेंट्स की गणित में आने वाली चुनौतियों को गहराई से समझते हैं, खासकर जब वे घर से पढ़ाई कर रहे होते हैं। इस जरूरत को देखते हुए ब्रेनली ने ब्रेनली मैथ सॉल्‍वर नामक एक टूल लॉन्‍च किया था, जो गणित की सबसे जटिल समस्‍याओं के समाधान देकर यूजर्स की सहायता करता है। इस मैथेमैटिक्‍स डे पर हम गणित से जूझ रहे या मदद चाह रहे सभी स्‍टूडेंट्स को एआई संचालित इस टूल से फायदा लेने के लिये प्रोत्‍साहित कर रहे हैं, ताकि वे विस्‍तृत चरणबद्ध व्‍याख्‍याओं के साथ समाधानों तक पहुंच सकें, कॉन्‍सेप्‍ट्स को समझें और इस विषय में बेहतरीन प्रदर्शन करें।”

ज्लेड ने संवेदनशील जगहों के लिए बैलिस्टिक मैनस्केपिंग ट्रिमर्स पेश किए

0

नयी दिल्ली। भारत के सबसे तेजी से बढ़ने वाले प्रीमियम मेन्स केयर ब्रांड ज्लेड ने ‘ज्लेड बैलिस्टिक’ के तहत अपने नवीनतम मैनस्केपिंग ट्रिमर्स पेश किए हैं। यह ट्रिमर पुरुषों के शरीर के अंतरंग और संवेदनशील जगहों के लिए हैं । ज्‍लेड अत्‍याधुनिक खूबसूरती और स्मार्ट एर्गोनॉमिक्स से प्रेरित है। नवीनतम संकलन अप्रैल 2021 में लॉन्‍च हुआ है और ब्रांड के संपूर्ण विकास के लिए एक नए ग्राफ की शुरुआत हुई है।

ज्लेड बैलिस्टिक अपने बैलिस्टिक मैनस्केपिंग ट्रिमर पेश करके भारत में मैनस्केपिंग की अवधारणा को पारिभाषित करने वाला अब तक का पहला ब्रांड है। भारत में यह अपनी तरह का पहला और अकेला सच्चा मैनस्केपिंग ट्रिमर है। इसे अंतरंग और संवेदनशील अंगों के लिए खासतौर से डिजाइन किया गया है। इस ट्रिमर में सिरामिक ब्लेड लगे हुए हैं और इनकी सेफएज टेक्नालॉजी से सहज ट्रिमिंग होती है। इसमें कटने या खरोंच लगने का डर नहीं रहता है। यह उपकरण 100% वाटरप्रूफ है और सेफएज टेक्नालॉजी, ली आयन बैटरी से लैस है जो तेजी से चार्ज होती है और 90 मिनट तक चलती है।

इस मामले पर ज्लेड के प्रवक्ता ने कहा, “मैनस्केपिंग अंग्रेजी के दो शब्दों को मिला कर बना है। पहला शब्द है “मैन” और दूसरा शब्द है “लैंडस्केपिंग”। इसका मतलब है, पुरुषों के शरीर के बालों को सौंदर्य या साफ-सफाई के लिए काटने, छांटने, वैक्सिंग या शेविंग अथवा प्लकिंग जैसी विधियों से हटाना। मैनस्केपिंग शरीर के हर तरह के बालों पर लागू होता है। आइब्रोज से लेकर कान, बांह, बगल, सीना, पीठ, से लेकर गुप्तांग और आस-पास के हिस्‍से तथा पैर। आधुनिक पुरुष शरीर को सजा-संवारकर सुंदर रखने, त्वचा का ख्याल रखने और कुल मिलाकर अच्छा दिखने का ख्याल रखता है। ज्लेड मैनस्केपिंग बैलिस्टिक ट्रिमर को अलग करने वाली मुख्य खासियत यह है कि इसमें बदलने योग्य हेड भी हैं। चूंकि हमलोग शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्से की बात कर रहे हैं इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि हेड को 3-6 महीने में बदल दिया जाए। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उसका उपयोग कितना करते हैं।”

पुरुषों के ग्रूमिंग उद्योग की बढ़ती प्रेरणा पुरुषों के ग्रूमिंग का विकास है जहां उत्पादों और तरीकों को आधुनिक पुरुष की आवश्यकताओं के लिहाज से खास तौर से डिजाइन किया जा रहा है। इससे उपभोक्ता के पास उपलब्ध विकल्पों की कमी को भी दूर किया जा रहा है। फिर भी यह अभी तक महिलाओं के सौंदर्य और निजी केयर वर्ग में उपलब्ध उत्पादों के मुकाबले कुछ भी नहीं है। पुरुषों के सौंदर्य के क्षेत्र में आए बदलाव के मद्देनजर ज्लेड के बैलास्टिक ने खुद को पुरुषों के हाईजीन से संबंधित प्रमुख उत्पाद के रूप में स्थापित किया है। बैलास्टिक ट्रिमर के अलावा इसके और भी ऐसे उत्पाद हैं जो शरीर के अंतरंग हिस्सों की साफ-सफाई के काम आते हैं।

आईआईसी विंटर फेस्टिवल में गिटार वादक सतीश शर्मा ने बांधा समां

0

नयी दिल्ली। नाचूं सारी-सारी रात… जैसे पॉपुलर गानों से लोगों का दिल जीतने वाले प्रख्यात गिटार वादक सतीश शर्मा के साथ अगर तबले पर दिग्गज कलाकार हुसैन खान जुगलबंदी कर रहे हों तो माहौल कैसा होगा, इसका केवल अनुमान लगाया जा सकता है। इस जुगलबंदी का जो भी साक्षी बनेगा, उसके लिए वह शाम न केवल यादगार बन जाएगी, बल्कि लंबे अरसे तक उस सांगीतिक माहौल से उनके लिए निकल पाना भी संभव नहीं हो सकेगा। कुछ ऐसा ही माहौल पिछले दिनों इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में आयोजित विंटर फेस्टिवल में देखा गया, जब सतीश शर्मा और हुसैन खान ने क्रमश: गिटार और तबले पर ऐसी जुगलबंदी पेश की कि लोग मंत्रमुग्ध हो गए। दरअसल, इन दिग्गज कलाकारों का एकमात्र मकसद अपने स्पेशल हुनर से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को हर आम—ओ—खास तक पहुंचाना था।
बॉलीवुड फिल्मों, जुबान और गुटरगू में अपनी रचनाओं के लिए अलग से पहचाने जाने वाले सतीश शर्मा ने कार्यक्रम में सप्त गिटार नामक अपनी नई और अनूठी रचना के साथ प्रदर्शन किया। दरअसल, सप्त गिटार दुनिया का पहला सात तार वाला नायलॉन का फ्रेटलेस गिटार है। सतीश शर्मा ने अपने नए आविष्कार और फ्यूजन के बारे में बताया, ‘बचपन से जब मैंने गिटार सीखा था, मेरी एकमात्र इच्छा थी कि मैं गिटार पर केवल भारतीय राग बजाऊंगा। लेकिन, कुछ साल पहले जब मैं एक गीत पर काम कर रहा था तो मैंने फिर से गिटार के साथ शास्त्रीय संगीत बजाने की कोशिश की। मेरे दिमाग में यह बात इस​लिए भी आई, क्योंकि मुझे यकीन—सा हो गया था कि मैं इस विधा को आगे ले जाने में कामयाब हो सकता हूं। दरअसल, मैं हमेशा अपनी संतुष्टि के लिए काम करता हूं। मुझे इस बात से बहुत ज्यादा मतलब नहीं रहता कि लोगबाग इसे स्वीकार करेंगे या नहीं। मुझे यह बात संतुष्टि देती है कि अगर कोई चीज मुझ जैसे कलाकार को पसंद है तो वह संगीत रसिकों को भी जरूर पसंद आएगी। इस फ्यूजन के साथ भी ऐसा ही हुआ।’
‘सूफी फ्यूजन’ के बारे में सतीश शर्मा ने कहा कि सूफी का मतलब ईमानदारी और सच्चाई है, जबकि फ्यूजन से मतलब कई तरह के पश्चिमी वाद्ययंत्र। हमारा मकसद दोनों के बीच एक अलग तरह का मिश्रण करके उनमें शास्त्रीय संगीत का तड़का लगाकर लोगों तक पहुंचाना है। चूंकि सूफी संगीत कर्णप्रिय होता है, इसलिए उसमें अगर फ्यूजन का मधुर तड़का लग जाए तो फिर सोने पर सुहागा हो जाएगा। पश्चिमी वाद्ययंत्र की मदद से दोनों का मिश्रण कर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को पेश करना अपने आप में कुछ नया करने जैसा है। हमारा मकसद भी यही था और हमने यही किया भी।

रणवीर सिंह और शाहिद कपूर के बाद, कार्तिक आर्यन क्रिकेट फिल्म में आएंगे नज़र

0

स्पोर्ट्स फिल्में भारत में सबसे पसंदीदा शैलियों में से एक हैं और ’83 व जर्सी जैसी फिल्में जल्द ही रिलीज होने के लिए तैयार हैं और अब ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि जल्द ही एक अन्य ऐसी फिल्म की घोषणा हो सकती है। रणवीर सिंह और शाहिद कपूर के बाद कार्तिक आर्यन की भी क्रिकेट फिल्म आ सकती है? धमाका की सफलता का आनंद ले रहे वर्कहॉलिक स्टार, कार्तिक ने हाल ही में दिल्ली में शहजादा का लंबा व चुनौतीपूर्ण शेड्यूल पूरा कर लिया है और अब अपने सोशल मीडिया पर एक मिस्टीरियस पोस्ट साझा किया है।

बॉलीवुड के शहजादा ने अपने सोशल मीडिया पर क्रिकेट जर्सी पहने हुए खुद का एक वीडियो साझा किया है जहाँ वह पिच पर बल्लेबाजी करते हुए नज़र आ रहे हैं और इस वीडियो ने उनके प्रशंसकों को सरप्राइज कर दिया है जहाँ फैंस यह अनुमान लगा रहे है कि क्या अभिनेता जल्द कोई क्रिकेट फिल्म करने जा रहे है। उन्होंने इसे कैप्शन देते हुए लिखा, “Coming soon 🏏”

टॉप सुपरस्टार हमेशा स्पोर्ट्स फिल्मों के लिए पसंदीदा विकल्प रहे हैं और रणवीर सिंह व शाहिद कपूर क्रमशः ’83 व जर्सी में क्रिकेटर की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं और कार्तिक आर्यन स्पष्ट रूप से इस तरह की भूमिका निभाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है, खासकर धमाका की सुपर सफलता के बाद जो दर्शकों को एक नए अवतार में इम्प्रेस करने के लिए एंडलैस प्यार प्राप्त कर रहे हैं। वर्कफ्रंट पर, कार्तिक के पास ‘शहजादा’, ‘फ्रेडी’, ‘भूल भुलैया 2’, ‘कैप्टन इंडिया’ और साजिद नाडियाडवाला की अनटाइटलड फिल्म जैसी बिग टिकट फिल्में शामिल हैं।

क्या आप जानते हैं कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक कुशल डांसर भी हैं?

0

नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक ऐसे अभिनेता हैं जो अपनी विविध भूमिकाओं से हमें प्रभावित करने में अक्सर सफल रहे हैं। वह एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत को गौरवान्वित किया है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी अभिनेता ने सभी भूमिकाओं को इतनी सहजता से निभाया है कि ऐसा लगता है कि वे उनके लिए विशेष रूप से तैयार की गई हैं। विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं के साथ एक्सपेरिमेंट करने के बाद, नवाज़ुद्दीन एक अभिनेता के रूप में पर्दे पर डांस करने का प्रयास करके कुछ हटकर करने के लिए उत्साहित हैं।

जबकि नवाजुद्दीन ने हमेशा यह कहा है कि उन्हें डांस करना पसंद है और उनके पास म्यूजिक के लिए रिधम है, लेकिन उन्होंने अब तक जिस तरह की भूमिकाएँ निभाई हैं, उन्हें कभी भी अपना डांस टैलेंट एक्सप्लोर करने का अवसर नहीं मिला है। लेकिन जैसा कि वह हमेशा एक्सपेरिमेंट करने के लिए तैयार रहते हैं, उन्हें हाल ही में किसी ऐसी चीज पर हाथ आजमाते हुए देखा गया, जो उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है और वो ‘डांसिंग’ है। ‘टिकू वेड्स शेरू’ में अभिनेता सह-कलाकार अवनीत कौर के साथ सालसा करते नजर आएंगे, जबकि ‘जोगीरा सारा रा रा’ में वह कंटेम्प्रेरी डांस करते हुए दिखाई देंगे।

नवाजुद्दीन के एक करीबी सूत्र ने बताया, ‘बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन नवाजुद्दीन को डांस करना बहुत पसंद है। वह अब हर डांस फॉर्म पर अपना हाथ आजमा रहे हैं, चाहे वह साल्सा हो या कंटेम्प्रेरी, जब भी उन्हें शॉट्स के बीच समय मिलता है तो वह अपने स्टेप्स को तैयार करते हुए दिखाई देते हैं। अब जब उन्हें डांस करने का मौका मिल गया है तो वह निश्चित रूप से इससे भी दर्शकों को इम्प्रेस करने के लिए तैयार हैं।” नवाज़ुद्दीन के इस दूसरे पक्ष को देखना निश्चित रूप से उनके प्रशंसकों के लिए एक ट्रीट होगी, क्योंकि वे अपने पसंदीदा अभिनेता को बड़े पर्दे पर सालसा और कंटेम्प्रेरी डांस करते हुए देखने का इंतजार नहीं कर सकते!

शबाना आज़मी ने दिल्ली के एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल में रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी सुविधा का शुभारंभ किया

0

नई दिल्ली। पहली बार कैंसर की व्यापक देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य से,
एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली ने द्वारका में एक नई रेडियोन्यूक्लाइड चिकित्सा सुविधा शुरू की है। इस सुविधा का शुभारंभ दिग्गज फिल्म अभिनेत्री शबाना आज़मी ने किया था। रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी विभिन्न कैंसर और बिनाइन स्थिति के उपचार के लिए रेडियोधर्मी दवाओं का उपयोग करती है। यह सुविधा मौजूदा ऑन्कोलॉजिकल सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण होगी, जिससे यह एक समग्र ऑन्कोलॉजी सुविधा बन जाएगी। जो चीज इसे और अधिक विशिष्ट बनाती है, वो ये है कि रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी के अलावा, एडवांस्ड कैंसर उपचारों का समाधान एक ही स्थान पर किया जायेगा। इसके अलावा एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली कैंसर के सभी संभावित रूपों का इलाज करने में सक्षम होगा। इस सुविधा की देखरेख नुक्लिअर मेडिसिन चिकित्सकों, चिकित्सा फिसिसिस्ट, टेक्नोलॉजिस्ट्स और तकनीशियनों की अत्यधिक कुशल, अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा की जाएगी, जिनके पास नुक्लिअर मेडिसिन से इस रोग को ठीक करने का व्यापक अनुभव है। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा यह एक और रोगी-केंद्रित पहल है जो कि सुनिश्चित करती है कि रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्राप्त हो।
रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी (I-131) की शुरुआत के साथ, एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली में अब कैंसर की देखभाल के लिए अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक ​​तौर-तरीके और अत्याधुनिक उपचार के विकल्प मौजूद हैं। पीईटी सीटी, गामा कैमरा, मॉलिक्यूलर पैथोलॉजी, जेनेटिक, मैमोग्राम जैसी
डायग्नोस्टिक सुविधाओं के साथ रोबोटिक सर्जरी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, लिनैक रेडिएशन थेरेपी, न्यूक्लियर मेडिसिन, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और दर्द प्रबंधन उपलब्ध होने से किसी भी आयु के कैंसर रोगी के लिए देखभाल करना बेहद आसान हो गया है। रेक्टल/पेल्विक कैंसर के मुश्किल दुर्गम सर्जिकल मामलों को अब आसानी से संचालित किया जा सकता है और इसके लिए डाविन्ची रोबोटिक प्रणाली की शुरूआत हुई है जो कि एक अत्याधुनिक लीनियर एक्सेलरेटर है और इसकी सहायता से गतिमान अंगों जैसे फेफड़े, हृदय आदि का इलाज उच्च परिशुद्धता, उन्नत गति और सटीकता के साथ किया जा सकता है।
सुविधा शुरू करने पर अभिनेत्री शबाना आज़मी ने कहा;कैंसर विनाशकारी हो सकता है, और जो लोग पहले से ही कैंसर से पीड़ित हैं उन्हें अपने जीवन में हर दिन संघर्ष करना पड़ता है। कैंसर रोगियों को ठीक होने के लिए चिकित्सा सहायता एवं मोरल सपोर्ट, दोनों की ही जरूरत है। यह एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली द्वारा नई चिकित्सा शुरू करने और कैंसर से पीड़ित रोगियों के लिए एक ही स्थान पर सभी उपचार प्रदान करने की एक बड़ी पहल है। इस सुविधा और समर्पित कैंसर प्रबंधन टीमों के लॉन्च के साथ, मुझे यकीन है कि एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल अपने मरीजों के लिए कैंसर की हर लड़ाई लड़ेगा। लॉन्च पर बोलते हुए, श्री रमन भास्कर, हॉस्पिटल निदेशक, एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल ने कहा, “रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी और हमारी नई रोबोटिक सर्जरी टीम के साथ एचसीएमसीटी मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली हमारे कैंसर रोगियों के लिए सबसे सुविधाजनक और व्यापक उपचार केंद्रों में से एक बन जाएगा। यह कई दशकों से हमारे डीएनए में निहित रोगी केंद्रित दृष्टिकोण और क्लीनिकल एक्सेलेंस का एक और उदाहरण है। शबाना आज़मी जी के साथ इस दिन हम रियायती मूल्य में 100 रोगियों को रेडिएशन ट्रीटमेंट देकर कैंसर के खिलाफ उनकी लड़ाई में अपना भी दे रहे हैं।”