Sunday, December 22, 2024
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जामिया के छात्र ने डी डब्ल्यू पर्यावरण पत्रकारिता प्रतियोगिता जीती

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नयी दिल्ली। आकिब फ़याज़, जिन्होंने हाल ही में अनवर जमाल किदवई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (एजेके-एमसीआरसी), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) से कनवर्जेंट जर्नलिज्म में एमए पूरा किया है, उन्हें भारत से ड्यूश वेले (डी डब्ल्यू) पर्यावरण पत्रकारिता कार्यक्रम का विजेता घोषित किया गया है। कश्मीर में जलमार्गों के संरक्षण पर आकिब की फिल्म ने भारत की शीर्ष शॉर्टलिस्ट की गई फिल्मों से पुरस्कार जीता। उन्होंने एजेके-एमसीआरसी, जामिया में अपनी पढ़ाई के दौरान इस फिल्म का निर्माण और निर्देशन किया था।
जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने इस उपलब्धि के लिए आकिब को बधाई दी, खासकर इसलिए कि जामिया के मीडिया छात्रों को सामाजिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक मुद्दों को उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे विश्वविद्यालय के अन्य मीडिया छात्रों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिलेगी।
प्रतियोगिता का आयोजन डी डब्ल्यू के विंग डी डब्ल्यू अकादमी द्वारा किया गया था और इस वर्ष का विषय “द ग्रेट रीवर्स ऑफ़ इंडो-पैसिफिक-लाइफलाइन्स एंड सोर्स ऑफ़ कनफ्लिक्ट” था, जोकि ‘जर्मन फेडरल फोरेन ऑफिस’ द्वारा समर्थित था। डी डब्ल्यू एक जर्मन पब्लिक स्टेट स्वामित्व वाला अंतर्राष्ट्रीय ब्रॉडकास्टर है जो अपने वैश्विक कवरेज के लिए जाना जाता है।

मधुमेह रोगियों के लिए ‘हॉर्लिक्स डायबिटीज प्लस’ लॉन्च

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गुरुग्राम। भारत हमेशा मधुमेह से जुड़े हुए जोखिमों से ग्रस्त रहा है। अगले 25 वर्षों में मधुमेह का दर दोगुना होने का अनुमान है तथा रोग की व्यापकता दर में भारत, चीन के बाद #2 रैंक पर है। भारत की 7.3% जनसंख्या मधुमेह से ग्रसित है और यह एक उभरता हुआ खतरा बना हुआ है। 10.3% जनसंख्या प्री-डायबिटिक है, हर 2 में से 1 रोगी का डायग्नोसिस ठीक से नहीं हो पाता है।* मधुमेह के साथ आने वाले प्रमुख जीवन-परिवर्तनों की वजह से, लगातार समाधान खोज रहे उपभोक्ताओं को मधुमेह को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने की आवश्यकता है।

मधुमेह के इन खतरनाक आंकड़ों और उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हॉर्लिक्स ने, हॉर्लिक्स प्लस रेंज को पोषण संबंधी कमियों को दूर करने के लिए तैयार किए गए विशेष ब्रांडों के सेगमेंट में प्रवेश किया है। हॉर्लिक्स द्वारा पेश किया गया डायबिटीज प्लस एक पौष्टिक पेय है जिसे भारतीय वयस्कों के लिए डिजाइन किया गया है जिसमें उच्च फाइबर (दोहरे मिश्रण फाइबर का 22%) होता है। शोध से पता चला है कि एक बैलेंस्ड आहार जिसमें फाइबर शामिल होता है, रक्त में ग्लूकोज और लिपिड को कम करने में मदद करता है। हॉर्लिक्स डायबिटीज प्लस प्रोटीन में हाई है और इसमें 16 महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसमें फाइबरसोल-2 और न्यूट्रियोज फाइबर होता है जो कि तृप्ति को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है एवं कैलोरी का सेवन कम करने में भी सहायक है।

आहार के महत्व पर और मधुमेह प्रबंधन के लिए जीवन शैली पर टिप्पणी करते हुए डॉ बंशी साबू, अध्यक्ष, आरएसएसडीआई के ने कहा, “भारत में मधुमेह के लिए, एक अस्वास्थ्यकर आधुनिक आहार और कम गतिविधि पैटर्न को प्रमुख कारण माना जाता है और इसे बदलने की जरूरत है। अध्ययनों से पता चला है कि फाइबर से भरपूर मधुमेह पोषण (एफडीएन) के कई लाभ हैं, जिनमें ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार, ग्लूकोज स्पाइक्स में कमी, प्लाज्मा लिपिड सांद्रता को कम करना और T2DM रोगियों में वजन प्रबंधन करना शामिल है।“

हॉर्लिक्स डायबिटीज प्लस ने मधुमेह रोगिओं के लिए हाल ही में फाइबर के महत्व को उजागर करने के लिए अपना पहला टीवीसी पेश किया। हॉर्लिक्स डायबिटीज प्लस के टीवीसी पर टिप्पणी करते हुए कृष्णन सुंदरम, उपाध्यक्ष, नुट्रिशन, एचयूएल ने कहा, “मधुमेह एक महामारी के बराबर है और भारत 24 करोड़ प्री-डायबेटिक्स और मधुमेह रोगिओं के साथ इसके बढ़ते बोझ का सामना कर रहा है।” हम जानते हैं कि पोषण प्रबंधन और जीवन शैली इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हम हॉर्लिक्स डायबिटीज प्लस लॉन्च कर रहे हैं, जो विशेष रूप से मधुमेह रोगिओं के लिए एवं उन लोगों के लिए जिन्हे मधुमेह का ख़तरा है के लिए तैयार किया गया है। अपने संचार के माध्यम से, हम उपभोक्ताओं को इसके बारे में शिक्षित करना चाहते हैं कि डायबिटीज प्लस, मधुमेह रोगियों के लिए उच्च फाइबर का प्रोडक्ट है जिसमें उच्च फाइबर का दोहरा मिश्रण है, जो कि आपकी दैनिक फाइबर आवश्यकता का 26% पूरा करता है।“

कार्तिक आर्यन का नया गाना ‘कसूर’ हुआ रिलीज़

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मुंबई। कार्तिक आर्यन उर्फ ​​अर्जुन पाठक बहुत जल्द एक धमाका करने के लिए पूरी तरह तैयार है और जैसे-जैसे उनकी बहुप्रतीक्षित रिलीज नजदीक आ रही है जिज्ञासा अपने चरम पर है और ऐसे में, निर्माताओं ने प्रतीक कुहाड़ की आवाज़ में उनका नवीनतम गाना ‘कसूर’ रिलीज कर दिया है। मृणाल ठाकुर के साथ कार्तिक आर्यन की केमिस्ट्री गाने कसूर में प्रतीक कुहाड़ की सुरीली आवाज के साथ मनमोहक और प्यारी लग रही है। इस खूबसूरत ट्रैक के साथ उनकी बेहतरीन एक्टिंग पहले से ही दर्शकों का दिल जीत रही है। प्रमुख अभिनेता इस साल धमाका के साथ चमकने के लिए पूरी तरह तैयार है। फिल्म में एक न्यूज रिपोर्टर की भूमिका निभाते हुए, उन्होंने प्रशंसकों को पहले रिलीज की गई यूनिट्स में अपने नए अवतार के साथ प्रत्याशित कर दिया है, जिससे फिल्म सीजन की सबसे प्रतीक्षित फिल्मों में से एक बन गई है। कार्तिक आर्यन 19 नवंबर से राम माधवानी के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म में अर्जुन पाठक के रूप में प्रभावित करने के लिए तैयार हैं।

एयरपोर्ट पर ज़ब्त हुईं हार्दिक पांड्या की 5 करोड़ की दो घड़ियां

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या एक नई मुसीबत में फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। टी 20 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम से भी बाहर कर दिया गया है। खिलाड़ियों की दुबई से वापसी भी हो गई है। इसी कड़ी में भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे। खबरों के मुताबिक एयरपोर्ट पर हार्दिक पांड्या की कस्टम विभाग ने जांच की। इस दौरान क्रिकेटर के पास से 5 करोड़ रुपये की दो घड़ियां मिली हैं। इसके बाद से हार्दिक पांड्या को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार बातें कही जाने लगी।

इस मामले को लेकर जब हार्दिक पांड्या से सवाल किया गया तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बताया जा रहा है कि हार्दिक पांड्या के पास इन घड़ियो का बिल भी नहीं था। इससे भी सवाल उठ रहे हैं। खबर के मुताबिक कस्टम विभाग ने हार्दिक की दोनों घड़ियों को जब्त कर लिया है। इस मामले को लेकर विभाग ने अपने स्तर पर जांच भी शुरू कर दी है।

मामला बढ़ता देख खुद क्रिकेटर हार्दिक पांड्या ने इस पर सफाई दी है। हार्दिक पांड्या की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया। विज्ञप्ति में पांड्या की ओर से कहा गया है कि सोशल मीडिया पर गलत धारणाएं फैलाई जा रही है। मैं स्वेच्छा से मुंबई हवाई अड्डे के सीमा शुल्क विभाग में मेरे द्वारा लाए गए सामानों की घोषणा करने और अपेक्षित सीमा शुल्क का भुगतान करने के लिए गया। पंड्या ने कहा कि घड़ी की कीमत लगभग ₹1.5 करोड़ है, न कि 5 करोड़ और सभी खरीद दस्तावेज सीमा शुल्क विभाग को जमा किए गए थे।

क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है सरकार

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नयी दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी को लेकर केंद्र सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है। जानकारी के मुताबिक संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। यह खबर ऐसे वक्त में आ रही है जब क्रिप्टो करेंसी को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है। इसी को लेकर भाजपा नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली एक संसदीय समिति ने विभिन्न हित धारकों के साथ क्रिप्टो वित्त और क्रिप्टोकरंसी के गुण दोष पर चर्चा की। इस बैठक में एक बार सामने निकल कर आया और वह यह है कि कई सदस्य क्रिप्टो करेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की बजाय इसे बाजार को विनियमित करने के पक्ष में है।

सरकार संसद में क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है। हालांकि इसके इस्तेमाल को लेकर विभिन्न प्रकार की आशंका जताई जा रही है। निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ आकर्षित करने और आतंक के वित्तपोषण के लिए किए जाने की आशंका है। अभी देश में क्रिप्टो करेंसी को लेकर कोई विशेष नियमन नहीं हैं। न ही देश में इस पर प्रतिबंध ही लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को क्रिप्टो करेंसी पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इससे संकेत मिलता है कि सरकार इस मुद्दे से निपटने को सख्त नियामकीय कदम उठा सकती है। सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित विधेयक निवेशक संरक्षण पर केंद्रित होगा क्योंकि क्रिप्टो करेंसी जटिल संपत्ति वर्ग में आती है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद सरकार का इस विधेयक को शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में पेश करने का इरादा है।

मशरूम उत्पादन बना रहा है आत्मनिर्भर

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फूलदेव पटेल, मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार


कोरोना के बाद बेरोजगारों की तादाद बढ़ गई है. युवा आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं. दरअसल कोरोना की भयावहता ने उन्हें स्थानीय स्तर पर ही रोजगार और मजदूरी करने के लिए बाध्य कर दिया है. कुछ युवा तो अपने राज्य में उचित अवसर नहीं मिलने की वजह से दूसरे प्रांत में पुनः जाने को मजबूर हैं. हालांकि प्रत्येक राज्य में भौगोलिक वातावरण के अनुसार कृषि आधारित रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं. बावजूद इसके युवा उचित मार्गदर्शन और योजनाओं की सही जानकारियां तथा प्रशिक्षण नहीं मिलने के कारण असमंजस की स्थिति में हैं. वह चाहते हैं कि मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी उद्योग, मशरूम की खेती, उन्नत और नकदी खेती बाड़ी करके अपने जीवन को नई दिशा दें. यदि सरकारी स्तर पर युवाओं को योजनाओं का लाभ मिले तो निस्संदेह युवा अपने ही राज्य में वैकल्पिक कृषि आधारित काम से कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं.


हर युवाओं की तरह शशि भूषण तिवारी भी पढ़ाई-लिखाई के बाद रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों में रोजगार तलाशते रहे. अंततः दिल्ली, मुंबई आदि महानगरों से निराश-हताश लौटकर मशरूम का उत्पादन शुरू किया और बन गए मशरूम मैन. आज अपने जिले के साथ-साथ अन्य राज्यों में बटन मशरूम के उत्पाद और सप्लाई से लाखों कमाई करके युवाओं के चहेते बन गए हैं. शशि भूषण ने जीविकोपार्जन के लिए जमीन लीज पर लेकर मशरूम का उत्पादन आरंभ किया. इसकी खेती करके न केवल अपने जीवन को संवारा बल्कि दर्जनों लोगों के जीवन में उम्मीद की नई किरण भी जगाई. बेरोजगारों को प्रशिक्षित करके अपने ही यूनिट में रोजगार से लैस किया.


बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर प्रखण्ड अंतर्गत जसौली पंचायत के गोहा धनवती गांव के शशि भूषण तिवारी मशरूम की खेती (उत्पादन) के लिए अपने इलाकों में काफी चर्चित हैं. वह बी.ए पास करने के बाद घर की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से दिल्ली चले गए. वहां आज़ादपुर मंडी स्थित एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करने लगे. पहली बार स्थानीय स्तर पर उन्हें एक भोज में आमंत्रित किया गया. वहीं मशरुम की सब्जी पर उनकी नजर पड़ी. उन्होंने मशरूम की विशेष जानकारी प्राप्त करने के लिए काफी प्रयास किये, पता चला कि यह दिल्ली के किसी भी सब्जी मंडी में आसानी से मिलता है. इसके बाद उन्होंने इसके उत्पादन से संबंधित जानकारियां एकत्रित की. उन्होंने मशरूम की खेती (उत्पादन) के बारे में दिल्ली के आसपास हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ आदि जगहों से जाना. 

कहते हैं कि अगर मन में लगन हो तो मंजिल आसान हो जाती है. शशि भूषण ने भी मन में ठान लिया कि अब अपने राज्य में ही मशरूम का उत्पादन करना है. इसके लिए सबसे पहले मशरूम उत्पादन केंद्र में काम करना शुरू किया. नौकरी करने के दौरान मशरूम उत्पादन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की. कुछ महीने बाद नयी उमंग, नया जोश के साथ बिहार में ही मशरूम की खेती (यूनिट) करने का मन बनाया. वह अपने गृह जिला लौट आए और गांव में ही तक़रीबन एक एकड़ से अधिक की जमीन चालीस वर्ष के लीज पर लेकर मशरुम का उत्पादन शुरू किया. उन्होंने जून 2021 में मशरूम उत्पादन की बीड रखी. आज इस यूनिट से महज दो माह बाद से प्रतिदिन 1400-1500 किलो मशरूम का उत्पादन हो रहा है. इस संबंध में स्वयं शशि भूषण तिवारी बताते हैं कि बाजार में मशरुम की मांग बढ़ती जा रही है. वर्तमान में इसकी कीमत लगभग 150-200 प्रति किलो है. इसकी सप्लाई नेपाल, असम, बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी तेजी से बढ़ रहा है. स्थानीय स्तर पर मुज़फ़्फ़रपुर के अतिरिक्त बेतिया, मोतिहारी, वैशाली और राजधानी पटना में भी इसकी मांग हो रही हैं. 

वर्तमान में शशि भूषण के साथ जुड़ कर 75 महिलाएं और 50 पुरुष रोज़गार प्राप्त कर रहे हैं. यानी इस यूनिट से लगभग 600-700 परिवारों का भरण-पोषण हो रहा है. मशरूम को उगाने में तीस दिन एवं उसके खाद तैयार करने मे 20-25 दिन का समय लगता है. खाद सामग्री में गेहूं की भूसी, नारियल का बुरादा, मिट्टी आदि से बीड तैयार की जाती है. इसका उत्पादन 30 दिनों में पूरा हो जाता है. वह बताते हैं कि उन्हें मशरूम यूनिट को शुरू करने में चार करोड़ पच्चीस लाख रुपए की लागत आई. जिसमें बैक आँफ इंडिया द्वारा ऋण के रुप में दो करोड़ पच्चीस लाख मिले. उन्होंने बताया कि उनके यूनिट को शुरू करने में उद्यान विभाग, पटना के डायरेक्टर नंद किशोर एवं कृषि सचिव एन श्रवण का विशेष योगदान है.

वर्तमान में शषि भूषण केवल यूनिट में ही उत्पादन नहीं करते हैं, बल्कि आसपास के लोगों को भी प्रशिक्षित करके रोजगार से जोड़ने में दिलचस्पी रखते हैं. परमजीत, संजीत, अखिलेश, प्रकाश सिंह, माला देवी, रिंकू देवी, सोनाली कुमारी, आरती कुमारी, रुखसार खातून, अफसा खातून, मोमिना बेगम आदि छोटे किसान व बेरोजगार उनसे प्रशिक्षित होकर न केवल मशरूम से जीविकोपार्जन कर रहे हैं बल्कि आर्थिक स्वावलंबन के साथ-साथ उनके परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. स्वयं शषि भूषण का पुत्र बीएससी एग्रीकल्चर तथा पुत्री डेंटल की पढ़ाई पूरी कर रही है. आज पूरा परिवार मशरूम उत्पादन के सहारे आनंदमय जीवन जी रहा है. वह कहते हैं कि कम पूंजी से भी इस कार्य को पूरा किया जा सकता है. आहिस्ते-आहिस्ते पूंजी और निर्यात बढ़ाकर आमदनी बढ़ाई जा सकती है. वह युवाओं को सलाह देते हुए कहते हैं कि इस काम को शुरू करने से पहले किसी भी कृषि विश्वविद्यालय या केवीके से मशरूम उत्पादन एवं विपणन का प्रशिक्षण प्राप्त कर लेनी चाहिए. साथ ही इस संबंध में सरकार की योजनाओं की जानकारी कृषि विभाग से प्राप्त करनी चाहिए. बगैर प्रशिक्षण के उत्पादन और मार्केटिंग की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

इस संबंध में मशरूम यूनिट के प्रोजेक्ट मैनेजर रवि शंकर बताते हैं कि मशरूम के लिए तापमान कम-से-कम 20 डिग्री एवं अधिकतम 22 डिग्री तक होनी चाहिए. वह कहते हैं कि मशरूम उत्पादन के संबंध में बिहार में जागरूकता की कमी है. यदि युवाओं को इसके फायदे बताए जाए तो निःसंदेह वह घर से ही छोटे स्तर पर इसकी शुरुआत कर जीविकोपार्जन करने में सामर्थ्य हो सकते हैं. उन्हें अन्य प्रदेशों में भटकने की नौबत नहीं आएगी. रवि शंकर कहते हैं कि आज एक बड़ी आबादी मानसिक और शारीरिक रूप से रुग्ण होते जा रही है. अनियमित खानपान, रहन-सहन, अवसाद और अपर्याप्त पोषक तत्वों की वजह से शरीर रोग ग्रस्त होता जा रहा है. गर्भवती मां को गर्भावस्था के दौरान उपयुक्त देखभाल व पौष्टिक आहार उपलब्ध न होने के कारण कुपोषण की समस्या बढ़ रही है. परिणामतः नवजात शिशु को जन्म लेते ही पोषण के लिए आईसीयू में रखना पड़ रहा है. ऐसे में मशरूम में मौजूद तत्व के जरिए बच्चों का संपूर्ण पोषण किया जा सकता है. मशरूम पाउडर को दूध में मिलाकर पिलाने से आवश्यक तत्वों की कमी दूर की जा सकती है. यानि कम पैसे लागत से सभी तत्वों की पूर्ति की जा सकती है.

क्षेत्र की जिला पार्षद पूनम देवी कहती हैं कि यह बड़ी ही खुशी की बात है कि मेरे जिला पार्षद क्षेत्र-1 में लघु उद्योग के रुप में मशरुम की खेती हो रही है. इससे लोगों को रोजगार भी मिल रहा है और पोषक तत्व भी प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि वह बिहार सरकार से मांग करेंगी कि इसी तरह के उद्योग जिला में अधिक से अधिक लगाया जाए ताकि न केवल ग्रामीण क्षेत्रों की गरीबी एवं भुखमरी मिटे बल्कि लोगों को रोज़गार के लिए परदेस भी जाने की ज़रूरत न हो. बहरहाल, शशि भूषण का यह उत्पादन केंद्र जिला में काफी चर्चित हो रहा है. आये दिन युवाओं की टोली प्रशिक्षण एवं उत्पादन के तरीके सीखने आ रही है. यदि इस तरह की यूनिट छोटे स्तर पर भी शुरू हो जाए तो, सेहत के साथ-साथ कमाने के लिए भी लोगों का पलायन रुक सकता है. (चरखा फीचर)

नुसरत भरुचा ने ‘छोरी’ में प्रेग्नेंट दिखने के लिए 25 दिन पहले प्रेग्नेंट बॉडी सूट पहनना कर दिया था शुरू

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मुंबई। नुसरत भरुचा ‘छोरी’ के साथ दर्शकों को रोमांच से भरे सफ़र पर ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। फिल्म का टीज़र हाल ही में रिलीज़ किया गया था जहाँ हमें उन्हें एक गर्भवती महिला की भूमिका निभाते हुए एक बिल्कुल नए अवतार में देखने मिला। नुसरत ने फिल्म की शूटिंग से काफी पहले प्रेग्नेंट बॉडी सूट पहनना शुरू कर दिया था।

हॉरर फिल्म ‘छोरी’ में मां के रूप में नजर आने वाली नुसरत ने फिल्म की शूटिंग शुरू करने से 25 दिन पहले प्रेग्नेंट बॉडी सूट पहनने का फैसला किया था। अभिनेत्री ने एक गर्भवती महिला के करैक्टर में ढलने और सेट पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने का फैसला किया। अपने फैसले पर विचार साझा करते हुए नुसरत ने कहा,”चूंकि मैं अभी असल जिंदगी में इतनी जल्दी गर्भवती नहीं होने वाली हूं, मैंने उनसे बॉडीसूट बनवाया था ताकि यह महसूस कर सकूं कि बच्चे को जन्म देने वाली महिलाएं किस स्थिति से गुज़रती हैं। मैंने इसे फिल्म की शूटिंग शुरू होने से 20-25 दिन पहले पहन लिया था और खाने, सोने, बाथरूम जाने, घूमने-फिरने और इसके साथ आने वाले प्रतिबंधों को समझने के लिए मैंने अपने सभी काम ईमानदारी से किए। मुझे गर्भावस्था से जुड़ी हर चीज को सेल्फ-लर्न करने में सक्षम होने के लिए खुद को इसमें पूरी तरह से शामिल करना था और फिर उन्हें एक अधिक रियलिस्टिक पहलू के साथ सेट पर लाना था जिससे जनता जुड़ सके। हालांकि, यह मेरे लिए कोई प्रॉप नहीं था, बल्कि मेरा एक हिस्सा था, मुझे इसकी इतनी आदत हो गई थी कि जब शूटिंग शुरू हुई, तो मुझे बॉडी सूट में रिहर्सल के बीच आराम करते हुए अधिक कंफर्टेबल महसूस हुआ।”

प्रेग्नेंसी के मॉडर्न अस्पेक्टस पर अपने विचार साझा करते हुए, नुसरत ने यह भी कहा, “चूंकि हमने एक बहुत ही रियलिस्टिक सिनेमा का रुख कर लिया है, इसलिए हमें दर्शकों को हर चीज चम्मच से खिलाने की जरूरत नहीं है। यह इतना सूक्ष्म और अचेतन होना चाहिए कि एक लेवल पर दर्शक यह मानने के लिए आश्वस्त हों कि आप वास्तव में पारंपरिक क्रियाओं के माध्यम से उन्हें बताए बिना गर्भवती हैं। सोते समय या बाथरूम में जाते समय या मिड-स्क्वाट्स करते समय बॉडी सूट के साथ एडजस्ट करना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन सबसे अहम बात हर महिला की गर्भावस्था अलग होती है और कभी-कभी इसे अपने साथ कैरी करना मुश्किल होता है। ”

नुसरत को साक्षी के रूप में और शहर से एक सुनसान गांव तक के उनके सफर को देखने के लिए प्रशंसक बेहद उत्साहित हैं, जहां वह पैरानॉर्मल चीजों को अनुभव करती हैं। नुसरत ने पहले कभी नहीं देखे गए इस अवतार के साथ अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाई है जो निश्चित रूप से दर्शकों को उनकी सीट से बांधकर रखेगी। विशाल फुरिया द्वारा निर्देशित और टी-सीरीज़, क्रिप्ट टीवी और अबुदंतिया एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित, छोरी 26 नवंबर 2021 में दुनिया भर के 240 देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम करने के लिए तैयार है।

दृश्यम 2 का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर लांच

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मुंबई। अमेजन प्राइम वीडियो ने अपनी तेलुगु क्राइम-थ्रिलर दृश्यम 2 का ट्रेलर लॉन्च किया, जिसमें आइकॉनिक वेंकटेश डग्गुबाती ने तेलुगु हिट दृश्यम में निभाई गई अपनी भूमिका को दोहराया है। फिल्म में सितारों की चमकदार लड़ी मौजूद है, जिसमें मीना, कृतिका, एस्तेर अनिल, संपत राज और पूर्णा जैसे एक्टर शामिल हैं। जीतू जोसेफ द्वारा निर्देशित और डी. सुरेश बाबू, एंटनी पेरुम्बवूर तथा सुरेश प्रोडक्शंस, मैक्स मूवीज और राजकुमार थिएटर्स के राजकुमार सेतुपति द्वारा निर्मित- दृश्यम 2 का प्रीमियर 25 नवंबर को भारत में अमेज़न प्राइम वीडियो पर तथा दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में होगा।

दृश्यम 2 की शुरुआत उसी बिंदु से होती है, जहां पर पहली फिल्म समाप्त हुई थी। यह दर्शकों को एक रोलरकोस्टर सफर पर ले जाती है, क्योंकि रामबाबू (वेंकटेश डग्गुबाती) के परिवार को बीती हुई घटनाओं का इंवेस्टिगेशन करने की धमकी मिली है। आगामी अमेज़न ओरिजिनल फिल्म ज्यादा तीखेपन और रोमांच के दम पर ऊंचे दांव लगाती है, जिसके साथ दर्शक इस प्रचंड और दिलचस्प कहानी में डूब जाते हैं, क्योंकि घर का मुखिया एक बार फिर से अपने परिवार की रक्षा करने का प्रयास करता है। इसके 6 साल पहले एक घातक रात की घटनाओं ने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया था।

अमेज़न प्राइम वीडियो इंडिया के हेड ऑफ कंटेंट लाइसेंसिंग, मनीष मेंघानी ने कहा, “अमेज़न प्राइम वीडियो भारत की कहानियों और स्टोरीटेलर के लिए एक ग्लोबल शोकेस बन गया है।” “अनूठी कहानियों को खोजना और उनकी आवाज बनना हमारी कंटेंट प्रोग्रामिंग का केंद्र रहा है। रामबाबू की कहानी को दर्शकों की मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के मद्देनजर अपनी स्ट्रीमिंग सर्विस पर वर्ष की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में शामिल- दृश्यम 2 को रिलीज करना हमारी स्वाभाविक पसंद थी। इस फिल्म के साथ वेंकटेश, जीतू जोसेफ और सुरेश बाबू सहित कलाकारों और रचनाकारों की एक शानदार टीम जुड़ी हुई है। इनका एक साथ आना दुनिया भर के 240 देशों एवं क्षेत्रों में मौजूद हमारे दर्शकों के लिए रोमांचकारी एटरटेनमेंट में तब्दील हो गया है। इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च करते हुए मैं बस इतना कह सकता हूं कि ‘रामबाबू और उनकी फेमिली के आपकी स्क्रीन पर दस्तक देने के साथ कुछ रोमांचक एटरटेनमेंट हासिल करने के लिए तैयार हो जाइए।”

“हम अपने सभी प्रशंसकों, दर्शकों और साथ ही दुनिया भर में मौजूद क्रिटिक्स के आभारी हैं, जिन्होंने हम पर इतना प्यार और तारीफ बरसाई है। हमें जो प्रतिक्रिया मिली और दृश्यम ने जो कल्ट-स्टेटस हासिल किया, वह अभूतपूर्व था। इसने हम सभी को दृश्यम 2 के साथ उस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया”- कहना है वेंकटेश डग्गुबाती का। वह आगे बताते हैं, “सीक्वेल के साथ आखिरकार हम उन तमाम अटकलों पर विराम लगा देना चाहते हैं, जो हमारे प्रशंसक वर्षों से हमारे साथ शेयर कर रहे हैं कि अपने परिवार की रक्षा करने की शपथ लेकर आगे बढ़ने वाले रामबाबू की लाइफ में क्या और कैसे हो सकता है। दृश्यम 2 दर्शकों को एक भावनात्मक और रोमांचक सफर पर ले जाएगी, जिसके प्लॉट में ऐसे ट्विस्ट और टर्न मौजूद हैं, जो सस्पेंस को जिंदा रखते हैं और हमारे दर्शकों की प्यास बढ़ाते हैं। मुझे खुशी है कि हम अमेज़न प्राइम वीडियो पर दृश्यम 2 का प्रीमियर कर रहे हैं, जो दुनिया भर के दर्शकों को अपनी फेमिली के साथ अपने घरों में आराम से बैठ कर फिल्म देखने का मौका देगा।“

दृश्यम 2 के राइटर और डाइरेक्टर जीतू जोसेफ ने कहा: “दृश्यम 2 मेरे दिल के बहुत करीब है। वर्षों से हर कोई मुझसे पूछता आया है कि क्या हम कोई सीक्वल लेकर लौट रहे हैं, और मुझे हमेशा से पता था कि इस इपिक फ्रैंचाइज़ को दर्शकों के लिए मैं जरूर वापस लाऊंगा। लेकिन मेरा मानना है कि हर चीज का अपना सही वक्त होता है। कहानी को आगे बढ़ाने के बारे में लाखों बार अपने विचार बदलने के बाद और आखिरकार अपने सभी कास्ट और क्रू के सहयोग से इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए कड़ी मेहनत करने के बाद अब मैं इस फिल्म को अपने दर्शकों के पेश करने के लिए तैयार हूं। हम उनकी प्रतिक्रियाएं सुनने के लिए बेताब हैं। अमेज़न प्राइम वीडियो से हाथ मिलाना हम सभी के लिए सोने पर सुहागा जैसी बात है।”

“राम सेतु” के सेट पर जैकलीन फर्नांडीज और अक्षय कुमार के बीच दिखी जबरदस्त केमिस्ट्री

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मुंबई। जैकलीन फर्नांडीज साल की शुरुआत से ही चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। इस साल अपनी फिल्म रिलीज़ और योलो फाउंडेशन में व्यस्त रहने के बाद, अभिनेत्री को हाल ही में अपना नया शेड्यूल शुरू करते हुए देखा गया। इस बीच, सह-कलाकार अक्षय कुमार के साथ जैकलीन का वीडियो फैंस के लिए एक विसुअल ट्रीट रहा है।

खूबसूरत अदाकारा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कुछ वीडियो के माध्यम से अक्षय कुमार के साथ अपने मजेदार पलों को साझा किया है। दोनों को राम सेतु की शूटिंग के लिए ट्रेवलिंग करते वक़्त मस्ती करते देखा गया, जैकलीन ने अक्षय की कैंडिड वीडियो को कॉमिक मूड में कैप्चर करते हुए पूछा, “हम किस शूट के लिए जा रहे हैं?” वह अभिनेता के साथ एक अच्छा इक्वेशन साझा करती है, यही वजह है कि दोनों हंसमुख मूड में अपने ऑफ-सेट समय का आनंद ले रहे हैं।

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जैकलीन अक्षय कुमार के साथ ऑन-स्क्रीन एक जादुई केमिस्ट्री क्रिएट करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ऑफ-सेट झलक के साथ इन दो सितारों की हिट जोड़ी ने फिल्म में एक सुपर फ्रेंडली और एलेक्टरीफाइंग कपल को देखने के लिए अधिक जिज्ञासु कर दिया है।

जैकलीन के पास सर्कस, राम सेतु, किक 2, भूत पुलिस, बच्चन पांडे और अटैक जैसी फिल्मों की एक लंबी सूची है। अभिनेत्री के पास कुछ अघोषित परियोजनाएं भी हैं और इस पोस्ट के साथ उन्होंने प्रशंसकों को उत्साहित कर दिया है और अब, फैंस उसी की घोषणाओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।