प्रथमेश माल्या
एवीपी-अनुसंधान, गैर-कृषि कमाडिटी और मुद्राएं, एंजेल वन लिमिटेड
दिवाली का मौसम है और इसके साथ ही ‘मुहूर्त’ निवेश की चर्चा भी हो रही है। आप अनुभवी निवेशक हों या फिर नौसिखिया व्यापारी, कारोबार के इस ‘ख़ास वक्त’ में उत्तेजना हमेशा सातवें आसमान पर होती है। हालांकि, ठीक किसी और कारोबारी दिन के समान ही निवेशकों को होशियार रहना चाहिए और निवेश का फैसला सोच-समझ कर करना चाहिए।
मुहूर्त निवेश क्या है
भारतीय रीति-रिवाज में ‘मुहूर्त’ को शुभ समय माना गया है। दिवाली पर अक्सर एक घंटा शेयर मार्केट निवेश के प्रति समर्पित किया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोगों की ऐसी आस्था है कि साल के ऐसे एक शुभ घंटे के दौरान निवेश करने से पूरे साल धन और समृद्धि का आगमन होता है।
शेयर बाज़ारों में मुहूर्त निवेश के लिए एक सीमित समय होता है। इस अवधि में ब्लॉक डील सेशन, प्री-ओपन सेशन, रेगुलर मार्केट सेशन, कॉल ऑक्शन सेशन और क्लोजिंग सेशन सम्मिलित हैं। इसके अलावा, ऐतिहासिक रुझानों से दिखाई देता है कि बाजार में मुख्यतः तेजी रहती है, (पिछले 25 वर्षों में लगभग 80% समय तक) ।
यहाँ कुछ करने और कुछ नहीं करने वाले कार्य दिए गए हैं जिनसे आपको लाभकारी मुहूर्त निवेश पाने में मदद मिलेगी।
क्या करें की सूची
टोकन परचेज
टोकन परचेज का अभिप्राय इस अवधि के प्रतिभूतियों में किये गए छोटी राशि के निवेश से है। चूँकि लिक्विडिटी की मजबूरी हो सकती है, इसलिए इस दिन बड़ा ऑर्डर नहीं करना हमेशा बेहतर होता है, क्योंकि बाजार के रुझान अस्पष्ट रहते हैं।
दीर्घकालीन निवेश पर ध्यान केन्द्रित करें
चूँकि बाज़ार केवल सीमित अवधि के लिए खुलता है, तो हो सकता है कोई अल्पकालिक लाभ नहीं होगा। इसके अलावा, मुहूर्त निवेश के दौरान बाज़ार का मिला-जुला रुझान और दिनों के सामान्य रुझानों से भिन्न हो सकता है। इसलिए, निवेशक को अल्पकालिक अवधि पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाए दीर्घकालीन निवेशों से उम्मीद लगानी चाहिए। ब्लू-चिप शेयरों का हिसाब लेने और एक निश्चित राशि इस तरह की प्रतिभूतियों में रखने के लिए यह शानदार समय है।
नए निवेशकों के लिए बढ़िया समय
यह त्यौहारों का उत्साह है या भारतीय निवेशकों की आम मान्यता, बात चाहे जो हो लेकिन मुहूर्त निवेश नए निवेशकों के लिए लघु निवेश करके बाज़ार में प्रवेश करने का बढ़िया समय हो सकता है। यह नए निवेशकों को एन मनोवैज्ञानिक लाभ प्रदान करने में सहायता करता है क्योंकि निवेश के सफ़र की शुरुआत एक शुभ अवसर के साथ होती है।
पोर्टफोलियो के पुनर्गठन का अवसर
अनुभवी कारोबारी इस अवसर का प्रयोग कोष में अलग-अलग सेक्टर के शेयर शामिल करके अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए कर सकते हैं। यह पोर्टफोलियो के सामान्य पुनर्गठन और विविधीकरण की शुरुआत करने का शानदार समय होगा।
क्या नहीं करें की सूची
वायदा सौदों (फ्यूचर्स) और विकल्पों से बचें
वायदा सौदों और विकल्पों (फ्यूचर्स और ऑप्शंस) द्वारा उत्पन्न उच्च जोखिम की परिणति घाटे में होती है और त्यौहार का आनंद एवं आभा आसानी से बर्बाद हो सकती है। इसके अलावा, चूँकि बाज़ार केवल एक छोटी अवधि के लिए ही खुलते हैं, हो सकता है कि फ्यूचर्स और ऑप्शंस की चाल से ठीक-ठीक रुझानों का पता नहीं चले। इसलिए, निवेशकों और कारोबारियों को वायदा सौदों और विकल्पों में निवेश करने से बचना चाहिए।
अंधाधुंध निवेश करने से बचें
मुहूर्त कारोबार का मतलब ऊँचे प्रतिलाभ की गारंटी नहीं होता है। अगर बाजार का मिला-जुला रुझान सकारात्मक हो तो भी ऐसे वक्त आते हैं जब मुहूर्त निवेश के दौरान बाजार में मंदी बनी रहती है। इसलिए, किसी भी अंधाधुंध निवेश या कारोबार करने से बचना चाहिए।
अफवाहों से बचें
पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय शेयर बाज़ार बढ़िया करता रहा है, और बाज़ार का रुझान अमूमन सकारात्मक है। हालांकि, निवेशकों को सूझ-बूझ के साथ फैसला सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों और उद्योगों से सम्बंधित हर तरह की अफवाहों से बचना चाहिए।
बहुत ज्यादा एक्सपोज़र से बचें
चूँकि बाज़ार केवल सीमित समय के लिए ही खुला रहेगा, किसी भी शेयर या प्रतिभूति पत्र (स्क्रिप) में बहुत ज्यादा एक्सपोज़र लेना सही नहीं होगा। चूँकि कुल सहभागिता कम होगी और शेयर के रुझान पूर्ववर्ती दिनों से भिन्न हो सकते हैं, इसलिए मुहूर्त निवेश के दौरान बाज़ार की मनोदशा के आधार पर अधिक निवेश करना सही नहीं रहेगा।
निष्कर्ष
मुहूर्त निवेश आकर्षक होता है, क्योंकि यह दिवाली के दिन किया जाता है। मन में त्यौहार का उत्साह होने के कारण यह समय अनुभवी और नए, दोनों तरह के निवेशकों के लिए फलदायक हो सकता है। हालांकि, सफलता की कुंजी यह है कि निवेशक भावना के प्रवाह में नहीं बहें, क्योंकि मुहूर्त निवेश सामान्य कारोबार से अलग होता है। इसके साथ ही, दिवाली का आनंद सुरक्षित रखने के लिए निवेश की बुनियादी बातों पर नजर रखना और ज्यादा जोखिम वाली गतिविधियों से बचना ज़रूरी है।