ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान के चौथे सीज़न में सर्वोच्च 10 विजेताओं की घोषणा की गई है, और अपने बिज़नेस वेंचर्स की शुरुआत के लिए उनमें से प्रत्येक को 10 लाख रु. का पुरस्कार दिया गया है।ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान महिलाओं को उद्यमशील बनने का प्रोत्साहन देने के लिए एक मंच है। इस प्रक्रिया में महिलाएं नौकरियों की निर्माता और वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनती हैं। 4 सफल सीज़न के संचालन के बाद इस फ्लैगशिप अभियान को इस सीज़न में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने रुचि दिखाई है। ब्रिटानिया मारी गोल्ड की टीम ने 80,000 से ज्यादा प्रतिभागियों को व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा प्रशिक्षण दिया है।
इस साल चयनित प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रतिष्ठित ज्यूरी सदस्यों के समक्ष रखे, जिनमें रश्मि डागा, सायरी चहल, पिया बहादुर, लथा चंद्रमौली, और रुचिका भुवाल्का जैसी महिला उद्यमी शामिल थीं। इस ज्यूरी में प्रतिष्ठित व्यवसायिक और मीडिया हस्तियों के साथ ब्रिटानिया की नेतृत्वकर्ता टीम के सदस्य भी शामिल थे।
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रोग्राम चार सफल सीज़न तक संचालन कर चुका है और उभरती हुई वुमेन प्रेन्योर्स को फंडिंग और कौशल का सहयोग प्राप्त करने का एक परिवेश प्रदान कर चुका है। इन चार सालों में इस अभियान ने नेशनल स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एनएसडीसी) और गूगल के साथ गठबंधन किया ताकि एक बिज़नेस के वातावरण में जरूरी वित्तीय साक्षरता का ऑनलाईन प्रशिक्षण, माईक्रो उद्यमशीलता का कौशल एवं संचार का कौशल प्रदान किया जा सके।
सीज़न 4 का एक मुख्य आकर्षण यह है कि गूगल के वीमैनविल प्रोग्राम की पहुँच सभी प्रतिभागियों को मिलेगी। यह एक व्यवसायिक साक्षरता कार्यक्रम है, जिसमें अपनी रुचि को व्यवसाय में बदलने, एक उद्यम के प्रबंधन, और वृद्धि के लिए इसे प्रमोट करने के बारे में ‘‘हाउ टू’’ पाठ्यक्रम होगा। ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रतियोगिता 4.0 के फिनाले के बारे में अमित दोशी, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा, ‘‘ब्रिटानिया मारी गोल्ड ने समय के साथ पूरे देश की महिलाओं के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित कर लिया है। विश्व बैंक द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार हर एक सौ उद्यमियों में महिला उद्यमी केवल सात हैं। स्टेटिस्टिक्स एवं प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन मंत्रालय द्वारा की गई छठवीं आर्थिक जनगणना के अनुसार, भारत में कल उद्यमियों में महिलाओं की संख्या 13.76 प्रतिशत है। माई स्टार्टअप प्रोग्राम के साथ हमारा मिशन भारत में उद्यमशीलता के परिवेश में महिलाओं का प्रतिनिधित्व स्थिर और सतत रूप से बढ़ाना है। यह प्रोग्राम 3 मुख्य जरूरतों, वित्तीय सहायता, कौशल और बाजार की पहुँच पर केंद्रित है। सीज़न 4 में भारत में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने इस कार्यक्रम में रुचि दिखाई, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।