फर्टिलिटी और डाइट बहुत ही हॉट विषय हैं। और प्रजनन संबंधी खानपान उसका हिस्सा हैं। लेकिन क्या कुछ खानपान के सेवन से वास्तव में आपकी प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है? प्रजनन संबंधी समस्याएं जोड़ों के 15 प्रतिशत तक प्रभावित करती हैं। माता-पिता बनने की राह कभी-कभी एक बड़ी चुनौती हो सकती है, लेकिन जान लें कि आप उन चुनौतियों में अकेले नहीं हैं। कभी-कभी अलग पर्यावरणीय और जेनेटिक्स कारणों से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों के प्राकृतिक समाधान होते हैं, जो हमारे रसोईघर में ही मिलते है। निसंतानता के इलाज के लिए ये 5 घरेलू नुस्खे सबसे कारगर हैं।
जैसे हल्दी जो सबसे फायदेमंद रहती है। इसमें करक्यूमिन नाम का कमपाउंड होता है। जो अनियमित मासिक धर्म, फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने या किसी भी तरह इनफर्टिलिटी की समस्या को हल्दी से ठीक किया जा सकता है। आप खाने के साथ-साथ पेय में भी हल्दी मिला सकते हैं। हमारे किचन में दालचीनी भी मौजूद रहती जिसकी खुराक लेने से पीसीओएस वाली महिलाओं में अनियमित पीरियड्स चक्र शुरू हो सकता है, जो महिला निसंतानता का एक सामान्य कारण है। तो इस लिहाजे से माने तो बंद फैलोपियन ट्यूब को खोलने के लिए मददगार माना जाता है।
अदरक एक बहुत ही सामान्य सामग्री है जो हर किचन में पाई जाती है। इसके कई फायदे हैं और अन्य प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट भी शामिल है।
अधिकतर मामलों में इसका इस्तेमाल पीरियड्स में होने वाले दर्द के लिए किया जाता है। साथ ही एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में भी निजात दिलाने के लिए असरदायक होता है। लहसून एक ऐसा हर्बस है जो मुख्य रुप से शरीरिक फंशन की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। लहसून के सेवन से फर्टिलिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है।
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