ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। सरहदों से परे एक अलग किस्म की दुनिया की अनूठी कल्पना करने वाली बहुप्रतीक्षित फ़िल्म ‘द क्रिएटर – सर्जनहार’ का ट्रेलर आज नई दिल्ली के कनॉट प्लेस के पीवीआर प्लाज़ा में भव्य अंदाज़ में लॉन्च किया गया. इस मौके पर फ़िल्म के तमाम कलाकार और फ़िल्म के जुड़े अन्य प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं.
‘द क्रिएटर -सृजनहार’ एक ऐसे अनोखे विषय पर आधारित एक ऐसी अद्भुत फ़िल्म है जो ‘एक एक विश्व, एक धर्म’ की परिकल्पना को साकार करने की कोशिशों के तहत बनाई गई है. यह फ़िल्म दुनिया को सरहदों से आज़ाद करने की पुरज़ोर ढंग से वकालत करती है जिससे पूरे विश्व की भलाई छुपी हुई है.
इस फ़िल्म संकल्पना की है राजेश कराटे ‘गुरूजी’ ने जो इस फ़िल्म के निर्माता भी हैं जबकि फ़िल्म का लेखन और निर्देशन प्रवीण हिंगोनिया ने किया है, जो पिछले डेढ़ दशक से अभिनय की दुनिया में भी संलग्न हैं. लोकप्रिय टीवी शो ‘सीआईडी’ में दया की भूमिका निभाने वाले दयानंद शेट्टी, शाजी चौधरी, आर्य बब्बर, रजा मुराद, अनंत महादेवन, प्रमोद महोतो, नीलू कोहली, संजय स्वराज, गुरदीप कोहली, रोहित चौधरी, भुवनेश माम, जश्न कोहली, बुशरा शेख, हिमानी साहनी, अलिज़ा सहगल जैसे कलाकार इस फ़िल्म में अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे.
‘द क्रिएटर – सृजरहार’ में एक सशक्त विलेन के तौर पर नज़र आने वाले शाजी चौधरी इससे पहले फ़िल्म ‘जोधा अकबर’, सुपरहिट वेब सीरीज़ ‘मिर्ज़ापुर’, हाल ही में रिलीज़ हुई शाहरुख खान की ‘पठान’ में भी काम कर चुके हैं. ‘द क्रिएटर – सृजनहार’ में भी उनका एक अलग ही अंदाज़ देखने को मिलेगा.
दिल्ली में फ़िल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान दयानंद शेट्टी ने कहा, “इस फ़िल्म का विषय बेहद रोचक और अपने आप में बहुत अनूठा है और यही वजह है कि मैंने इस फ़िल्म में काम करने के लिए फ़ौरन हामी भर दी. यह फ़िल्म पूरे विश्व के कल्याण का संदेश देती है. फ़िल्म में मैं साइंटिस्ट डॉ. रे की भूमिका में हूं. मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को मेरे किरदार के साथ-साथ फ़िल्म भी बहुत पसंद आएगी.”
इस फ़िल्म की संकल्पना तैयार करने वाले और फ़िल्म के निर्माता राजेश कराटे ‘गुरूजी’ ने कहा कि यह मानव जाति की सबसे बड़ी त्रासदी है कि इस विश्व को अलग-अलग मुल्कों और अलग-अलग सरहदों में बांट दिया गया है जो मानव-जाति की समस्याओं की सबसे बड़ी जड़ भी है और इसी बात को ‘द क्रिएटर – सृजनहार’ में पुरज़ोर अंदाज़ में पेश किया गया है.
हमेशा से ही कुछ अलग करने की कोशिशों में जुटे रहने वाले फ़िल्म के लेखक और निर्देशक प्रवीण हिंगोनिया का मानना है कि यह फ़िल्म लोगों को एक ऐसे गंभीर मसले के बारे में जागरुक बनाएगी जिसके बारे में अमूमन लोग सोचते भी नहीं हैं.
लेखक-निर्देशक प्रवीण हिंगोनिया ने कहा, “द क्रिएटर – सृजनहार’ का निर्माण हमारे लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है. हमारे यहां तमाम तरह की फ़िल्में तो बनती हैं, लेकिन इतने बड़े स्तर पर इंसानियत की बात करने वाली ऐसी फ़िल्म कभी नहीं बनी होगी. हमें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं है सरहदों के बिना यह दुनिया कितनी ख़ूबसूरत हो सकती है.” ‘द क्रिएटर – सृजनहार’ 26 मई, 2023 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ की जाएगी. आप भी अनूठे विषय पर बनी इस फ़िल्म को अपने नज़दीकी सिनेमाघरों में देखना ना भूलें!
बहुप्रतीक्षित फ़िल्म ‘द क्रिएटर – सृजनहार’ का ट्रेलर लांच
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप सीज़न 4.0 ने 10 वुमेन प्रेन्योर्स के लिए 1 करोड़ रु. का सीड फंड जारी किया
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान के चौथे सीज़न में सर्वोच्च 10 विजेताओं की घोषणा की गई है, और अपने बिज़नेस वेंचर्स की शुरुआत के लिए उनमें से प्रत्येक को 10 लाख रु. का पुरस्कार दिया गया है।ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान महिलाओं को उद्यमशील बनने का प्रोत्साहन देने के लिए एक मंच है। इस प्रक्रिया में महिलाएं नौकरियों की निर्माता और वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनती हैं। 4 सफल सीज़न के संचालन के बाद इस फ्लैगशिप अभियान को इस सीज़न में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने रुचि दिखाई है। ब्रिटानिया मारी गोल्ड की टीम ने 80,000 से ज्यादा प्रतिभागियों को व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा प्रशिक्षण दिया है।
इस साल चयनित प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रतिष्ठित ज्यूरी सदस्यों के समक्ष रखे, जिनमें रश्मि डागा, सायरी चहल, पिया बहादुर, लथा चंद्रमौली, और रुचिका भुवाल्का जैसी महिला उद्यमी शामिल थीं। इस ज्यूरी में प्रतिष्ठित व्यवसायिक और मीडिया हस्तियों के साथ ब्रिटानिया की नेतृत्वकर्ता टीम के सदस्य भी शामिल थे।
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रोग्राम चार सफल सीज़न तक संचालन कर चुका है और उभरती हुई वुमेन प्रेन्योर्स को फंडिंग और कौशल का सहयोग प्राप्त करने का एक परिवेश प्रदान कर चुका है। इन चार सालों में इस अभियान ने नेशनल स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एनएसडीसी) और गूगल के साथ गठबंधन किया ताकि एक बिज़नेस के वातावरण में जरूरी वित्तीय साक्षरता का ऑनलाईन प्रशिक्षण, माईक्रो उद्यमशीलता का कौशल एवं संचार का कौशल प्रदान किया जा सके।
सीज़न 4 का एक मुख्य आकर्षण यह है कि गूगल के वीमैनविल प्रोग्राम की पहुँच सभी प्रतिभागियों को मिलेगी। यह एक व्यवसायिक साक्षरता कार्यक्रम है, जिसमें अपनी रुचि को व्यवसाय में बदलने, एक उद्यम के प्रबंधन, और वृद्धि के लिए इसे प्रमोट करने के बारे में ‘‘हाउ टू’’ पाठ्यक्रम होगा। ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रतियोगिता 4.0 के फिनाले के बारे में अमित दोशी, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा, ‘‘ब्रिटानिया मारी गोल्ड ने समय के साथ पूरे देश की महिलाओं के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित कर लिया है। विश्व बैंक द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार हर एक सौ उद्यमियों में महिला उद्यमी केवल सात हैं। स्टेटिस्टिक्स एवं प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन मंत्रालय द्वारा की गई छठवीं आर्थिक जनगणना के अनुसार, भारत में कल उद्यमियों में महिलाओं की संख्या 13.76 प्रतिशत है। माई स्टार्टअप प्रोग्राम के साथ हमारा मिशन भारत में उद्यमशीलता के परिवेश में महिलाओं का प्रतिनिधित्व स्थिर और सतत रूप से बढ़ाना है। यह प्रोग्राम 3 मुख्य जरूरतों, वित्तीय सहायता, कौशल और बाजार की पहुँच पर केंद्रित है। सीज़न 4 में भारत में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने इस कार्यक्रम में रुचि दिखाई, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
कोरिया-भारत द्विपक्षीय सम्बन्धों के 50 साल पूरे होने पर समारोह का आयोजन
ए एन शिब्ली
नई दिल्ली। भारत-कोरिया राजनयिक सम्बन्धों की स्वर्ण जयंती (50 वर्ष) के अवसर पर भारत-कोरिया फ़्यूचर इंडस्ट्री पार्टनरशिप इवेंट 2023 ” का आयोजन किया गया। सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते भारत अगली पीढ़ी के वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में तेज़ी से उभर रहा है। भारत सरकार ने इसे बढ़ावा देने और विनिर्माण क्षेत्र तथा भारत में एवं विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई क़दम उठाये हैं। कोरिया आज ईवी, आईसीटी और कार्बन न्यूट्रल (ग्रीन इंडस्ट्रीज़) जैसे सबसे अधिक मांग वाले क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है और कई कोरियाई कंपनियां पहले से ही भारत के विनिर्माण उद्योग में प्रमुख प्लेयर के रूप में उभर रही हैं।
कोरिया और भारत के बीच मज़बूत आर्थिक साझेदारी है, जो तेज़ी से बढ़ रही है। कोरिया के व्यापार, उद्योग और ऊर्जा मंत्रालय (MOTIE) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 2022 में भारत के साथ कोरिया के व्यापार का आकार 27.8 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष (2021) के कुल 23.7 बिलियन डॉलर से 17.3% अधिक था। यह वार्षिक आधार पर दोनों देशों के बीच सबसे बड़ी व्यापार मात्रा थी, क्योंकि निर्यात और आयात दोनों में काफी वृद्धि हुई थी। भारत में कोरिया का निर्यात 21.0% बढ़कर 18.9 बिलियन डॉलर का हो गया, जबकि आयात 10.5% बढ़कर 8.9 बिलियन डॉलर का हो गया।
एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ़ कोरिया के अनुसार, 2022 में (जनवरी-सितंबर तक) भारत में कोरिया का निवेश साल-दर-साल 54% बढ़कर 348 मिलियन डॉलर हो गया, जो कि महामारी के बाद धीरे-धीरे सुधार दिखा रहा है। बिजली, ऑटोमोबाइल और रसायन जैसे विनिर्माण उद्योगों के पिछले बड़े निवेश के अलावा, निवेश की इस नयी प्रवृत्ति का विस्तार भोजन, कपड़ा और डायग्नोस्टिक किट जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है।
26 अप्रैल, 2023 को “इंडिया-कोरिया फ़्यूचर इंडस्ट्री पार्टनरशिप फ़ोरम 2023” प्रौद्योगिकी, नवाचार और विनिर्माण में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और सम्बन्धों को मज़बूत करने का एक मंच था। इस आयोजन का उद्देश्य भविष्य के उद्योग क्षेत्र (ईवी, आईसीटी और कार्बन न्यूट्रल (ग्रीन) इंडस्ट्रीज़) में सहयोग के नये रास्ते तलाश कर संयुक्त उद्यमों, रणनीतिक साझेदारी और निवेश के अवसर पैदा करना है।इस कार्यक्रम में लगभग 150 कोरियाई और भारतीय प्रतिभागियों की भागीदारी, उच्च स्तरीय मुख्य वक्ता, प्रतिष्ठित सरकार और उद्योग द्वारा सरकारी नीतियों की प्रस्तुति शामिल थी। भारत और कोरिया के विशेषज्ञ इस उद्योग में नवीनतम रुझानों और विकास में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे।
भारत में कोरियाई राजदूत महामहिम चांग जे-बोक और आर्थिक सहयोग और व्यापार मामलों, KOTRA के कार्यकारी उपाध्यक्ष, श्री ताएहो किम ने इस फ़ोरम की शोभा बढ़ायी। आर्थिक सहयोग और व्यापार मामलों, KOTRA के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री ताएहो किम की टिप्पणी भारत और कोरिया के बीच दीर्घकालिक और उपयोगी राजनयिक और व्यापार सम्बन्धों के लिए एक वसीयतनामा थी।
फिल्म ‘बैड बॉय’ का दिल्ली में प्रमोशन
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। नमाशी चक्रवर्ती और अमरीन स्टारर फिल्म ‘बैड बॉय’ ने अपने ट्रेलर आने के बाद से ही जबरदस्त तारीफ और सराहना बटोरी थी। फिल्म के ट्रेलर में दिखाई देने वाली शानदार स्टारकास्ट और आकर्षक कहानी के कारण दर्शक इस रोमांटिक ड्रामा को देखने के लिए बेहद उत्सुक थे। साजिद कुरैशी और अंजुम कुरैशी द्वारा निर्मित यह फिल्म इसी शुक्रवार, यानी 28 अप्रैल को रिलीज होगी।
फिल्म के प्रमोशन को लेकर फिल्म निर्माताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। हैदराबाद, कोलकाता, वाराणसी, पटना और इंदौर के बाद नमाशी चक्रवर्ती और अमरीन अपनी फिल्म फिल्म की रिलीज की तारीख के नजदीक आने पर दिल्ली पहुंचे। दोनों ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मीडिया मित्रों के साथ बातचीत की, जबकि 25 अप्रैल वे अपने प्रशंसकों के साथ एक कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
बता दें कि ‘बैड बॉय’ का निर्माण अंजुम कुरैशी और साजिद कुरैशी ने इनबॉक्स पिक्चर्स के बैनर तले किया है और यह 28 अप्रैल को रिलीज होगी।
जनता की मांग पर 5 अलग-अलग भाषाओं में ‘जय श्री राम’ के दिव्य 60 सेकंड के लिरिकल ऑडियो रिलीज़
मुंबई। अक्षय तृतीया , जिसे नई शुरुआत और शाश्वत समृद्धि के शुभ दिन के रूप में मनाया जाता है, इस अवसर पर टीम आदिपुरुष ने 5 अलग-अलग भाषाओं – हिंदी, तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ में ‘जय श्री राम’ का एक शानदार लिरिकल ऑडियो क्लिप जारी किया जो संगीतमय जोड़ी अजय-अतुल द्वारा रचित है, यह जोड़ी अपने तेजस भक्ति गीतों के लिए जानी जाती हैं और एक बार फिर अपने प्रशंसकों को जय श्री राम के शाश्वत मंत्रों से मंत्रमुग्ध करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसका वर्षों से अनुष्ठान किया जा रहा है और भविष्य में भी रहेगा। गाने को लेकर उत्साह और प्रशंसकों द्वारा विशेष अनुरोध को पूरा करने के बाद, टीम ने अब ‘जय श्री राम’ के बहुभाषी संस्करणों को रिलीज किया।
इस ट्रैक के साथ पैन-इंडिया सुपरस्टार प्रभास अभिनित राघव का शानदार पोस्टर को भी जारी किया गया है, जो पराक्रमी प्रभु श्री राम को उनके सभी वैभव में शक्ति, वीरता और ताकत प्रदान करता है। राघव के गुणों, उदारता और मजबूत चरित्र का प्रतीक है एक- वचनी, अपने शब्दों और प्रतिबद्धताओं पर कायम रहने के महत्व और एक – बानी के रूप में उन्होंने एक ही तीर से अपने लक्ष्य को हासिल किया था। यह दिव्य श्रद्धांजलि उत्सव के उत्साह में चार चांद लगाता है पोस्टर में प्रभु श्री राम के गुणों के साथ-साथ ‘जय श्री राम’ का नारा हमेशा के लिए अमर है।
आदिपुरुष फिल्म का निर्देशन ओम राउत ने किया हैं और टी-सीरीज़ के भूषण कुमार और कृष्ण कुमार, ओम राउत, प्रसाद सुतार और रेट्रोफाइल्स के राजेश नायर द्वारा निर्मित है। यह फिल्म 16 जून 2023 को विश्व स्तर पर रिलीज़ होने के लिए तैयार है।
ओरिएंट इलेक्ट्रिक ने ऊर्जा दक्ष बीएलडीसी पंखों की संपूर्ण रेंज पेश की
नयी दिल्ली। ओरिएंट इलेक्ट्रिक लिमिटेड, जो कि विविधीकृत 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सीके बिरला ग्रुप का हिस्सा है, द्वारा बीएलडीसी पंखों की एक विस्तृत रेंज की पेशकश की गई है। कंपनी भारतीय ग्राहकों को कम ऊर्जा की खपत वाले और लागत प्रभावी समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ओरिएंट के 5-स्टार रेटेड बीएलडीसी पंखे, साधारण पंखों की तुलना में 50% तक कम बिजली की खपत करते हैं, और साथ ही साथ, बेहतरीन एयर डिलीवरी भी देते हैं।
गौर करने वाली बात है कि स्वाभाविक रूप से अक्सर जिन पंखों के संचालन को हम किफायती समझते हैं, वही पंखे औसतन घरेलू ऊर्जा खपत का लगभग 21% हिस्सा होते हैं। इसके लिए, ग्राहकों को चाहिए कि वे कम ऊर्जा खपत वाले स्टार रेटेड पंखों का चयन करें। इसके समाधान के रूप में, ब्रशलेस डायरेक्ट करंट (बीएलडीसी) पंखे उत्कृष्टता से परिपूर्ण हैं, जो बिजली स्थानांतरित करने के लिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का उपयोग करने वाले पारंपरिक मोटर्स के बजाए स्थायी मैग्नेट्स का उपयोग करते हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल बीएलडीसी पंखों को ऊर्जा दक्ष एवं टिकाऊ बनाता है ।
राजन गुप्ता, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, ओरिएंट इलेक्ट्रिक लिमिटेड, ने कहा, ” एक जिम्मेदार ब्रांड के रूप में हम कम ऊर्जा की खपत करने वाले और लागत प्रभावी समाधान लाने के लिए प्रतिबद्ध है और भारतीय ग्राहकों को इसकी पूर्ति करने के लिए हम बीईई, ईईएसएल जैसे संस्थानों के साथ लगातार काम कर रहे है। भारत में ऊर्जा की माँग लगातार बढ़ रही है जिससे ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण का महत्व साफ तौर से उजागर होता है। बीएलडीसी पंखों की हमारी विस्तृत श्रृंखला इस दिशा में एक सार्थक कदम है, और हमें विश्वास है कि उपयोग के बाद ग्राहक इन पंखों की खूब सराहना करेंगे। सिर्फ एक बीएलडीसी पंखा, ग्राहक विशेष के बिजली के बिल पर सालाना लगभग 1600 रुपए की बचत कर सकता है। भारत पंखों के लिए एक बड़ा बाजार है और बीएलडीसी पंखों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल, देश के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा एवं धन की बचत तथा कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। एक इंडस्ट्री के रूप में, हम सब को साथ मिल कर भारतीय उपभोक्ताओं के हित के लिए उनको BLDC पंखो को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए । “
कंपनी द्वारा विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर हर स्टाइल, जरूरत और बजट को पूरा करने के लिए प्रीमियम, डेकोरेटिव और इकोनॉमी कैटेगरी में बड़ी संख्या में बीएलडीसी पंखों की पेशकश की जा रही है। कंपनी के सबसे अधिक बिक्री वाले बीएलडीसी पंखों में ऐरोक्वाईट, इकोटेक सुप्रीम और आईओटी बेस्ट एवं आवाज़ से कंट्रोल होने वाले आई-फ्लोट व एरोस्लिम पंखे शामिल हैं। ओरिएंट बीएलडीसी पंखे, विशिष्ट डिज़ाइन्स में आते हैं। साथ ही, इंडक्शन मोटर पंखों की तुलना में कम टूट-फूट की वजह से ये लंबे समय तक चलते हैं, बेहतर और तेज हवा प्रदान करते हैं, और कम-तेज होते वोल्टेज के दौरान भी कुशलता से काम करते हैं, जो कि पूरे भारत में एक आम समस्या है। ओरिएंट की बीएलडीसी की शानदार रेंज में रेगुलेटर-आधारित पंखे, आईआर रिमोट और आरएफ रिमोट वाले पंखे भी शामिल हैं। इस रेंज के कुछ मॉडल्स सबसे कम गति पर 5-वाट से भी कम बिजली की खपत करते हैं।
आलेख फाउन्डेशन ने आयोजित किए वुमेन अचीवर अवाॅर्ड्स
ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। महिलाओं के कल्याण एवं सशक्तीकरण को सुनिश्चित करने के प्रयास में आलेख फाउन्डेशन के संस्थापक डाॅ रेनी जाॅय ने गुंजन फाउन्डेशन की संस्थापक सुषमा सिंघवी के सहयोग से 23 अप्रैल को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित द लीला पैलेस में वुमेन अचीवर अवाॅर्ड्स का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान उन महिलाओं सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल कर उल्लेखनीय योगदान दिया है।
वुमेन अचीवर अवाॅर्ड बेहद सफल रहे। विभिन्न उद्योगों, कारोबारों, शिक्षा, विज्ञान, तकनीक, कला, खेल एवं मनोरंजन जगत से जुड़े दिग्गजों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया। जस्टिस (सेवानिवृत) एके सिकरी इस मौके पर मुख्य अतिथि थे, वहीं भाजपा की राष्ट्रीय मीडिया प्रवक्ता चारू प्रज्ञा माननीय अतिथि थीं।
पुरस्कार समारोह कार्यक्रम का आकर्षण केन्द्र रहा, इस दौरान उन महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। विजेताओं को उनके योगदान, कौशन, नेतृत्व एवं प्रतिबद्धता तथा समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के आधार पर चुना गया। जूरी में मौजूद दिग्गजों में शामिल थे, श्री के जे एल्फोन्स, पूर्व केबिनेट मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन; अनूप कुमार मित्तल, पूर्व सीएमडी, एनबीसीसी; रेवा नायर, चेयरपसैन, बाल सहयोग एवं पूर्व सचिव; एस वाय कुरैशी, भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त और उमा सुरेश प्रभु, सीएसआर कमेटी, हैड, इफको टोकिया जनरल इंश्योरेन्स कंपनी।
आलेख फाउन्डेशन की संस्थापक डाॅ रेनी जाॅय ने कहा, ‘‘पुरस्कार समारोह के आयोजन का फैसला इस तथ्य से प्रेरित है कि वर्तमान में भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। हमें इस मौके पर उन महिलाओं को सम्मानित करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। वुमेन अचीवर अवाॅर्ड महिलाओं की सफलता का जश्न है जो अगली पीढ़ी को भी लीडर एवं बदलावकर्ता बनने के लिए प्रेरित करता है।“
वुमेन अचीवर अववाॅर्ड महिलाओं की कड़ी मेहनत एवं समर्पण की पुष्टि करते हुए लिंग समानता एवं समावेशन के महत्व पर रोशनी डालता है। कार्यक्रम के दौरान कई प्रेरक भाषण, संगीत प्रदर्शन दिए गए, प्रतिभागियों को नेटवर्किंग के अवसर मिले। इस तरह यह आयोजन उपस्थितगणों के लिए यादगार बन गया।
पुलिस आयुक्त विवेक फनसलकर ने डॉ. अमर कुमार पांडे की पुस्तक ए डॉन्स नेमेसिस लॉन्च की
नयी दिल्ली। ‘ए डॉन्स नेमेसिस’ डॉ. अमर कुमार पांडे की लिखी किताब है, जिसमें डॉन रवि पुजारी का पीछा करने और उसकी गिरफ्तारी के दौरान आये अनुभवों का विवरण है। एक आईपीएस अधिकारी द्वारा संचालित एक लंबा ग्लोबल मिशन और एक स्मार्ट, सुनियोजित गिरफ्तारी! डॉ अमर कुमार पांडे एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और कर्नाटक राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक हैं, जिन्हें अपने काम और सेवाओं के लिए जाना जाता है। डॉ पांडे ने अपने एक प्रमुख ऑपरेशन, कुख्यात डॉन रवि पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में लिखी दूसरी पुस्तक को लॉन्च किया। ‘ए डॉन्स नेमेसिस’ नामक इस किताब का विमोचन पुलिस, आम नागरिक, प्रेस और फिल्म उद्योग के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस आयुक्त विवेक फनसलकर थे।
यह पुस्तक में डॉ. अमर कुमार पांडे द्वारा डॉन रवि पुजारी की खोज के लिए दुनिया भर में चलाये अभियान औत और अंत में पश्चिम अफ्रीकी देश सेनेगल उसका पता लगाकर और पहचान कर के, अंततः गिरफ्तारी और भारत में प्रत्यर्पित करने की कहानी है। यह डॉन छब्बीस साल से भूमिगत था, लेकिन उसकी देश भर में गंभीर आपराधिक गतिविधियां जारी थीं।
इस पुस्तक के भव्य लॉन्च के बारे में बात करते हुए, डॉ. अमर कुमार पांडे ने कहा, “ए डॉन्स नेमेसिस, डॉन रवि पुजारी को भारत के कानून के शिकंजे में कसने और उसे राष्ट्र के नागरिकों के प्रति जवाबदेह होने के लिए मजबूर करने की गाथा है। एक पुलिस अधिकारी के रूप में मेरे सम्पूर्ण सेवा काल में यह एक महत्वपूर्ण मामला था और मुझे लगता है कि इस पूरे अभियान को प्रत्येक भारतीय को जानना ज़रूरी है ताकि वे भारतीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा की जाने वाली मेहनत को जान सकें और उनका इस बात में विश्वास और दृढ़ हो जाए कि हर अपराधी न्याय के कटघरे तक लाया जाएगा।“
इस लॉन्च के भव्य अवसर पर निर्देशक और निर्माता उमेश शुक्ला (मेरी गो राउंड स्टूडियोज) ने इस रोमांचकारी कहानी पर एक प्रोजेक्ट की घोषणा की। इसके बारे में बात करते हुए वे कहते हैं “ए डॉन्स नेमेसिस डॉ अमर कुमार पांडे की एक इनसाईटफुल जर्नी है, और मुझे लगता है कि यह एक ऐसी कहानी है जिसके बारे में हर भारतीय को पता होना चाहिए। यह प्रेरणादायी है और हमारे भारतीय पुलिस बल के समर्पण को दर्शाता है कि किसी भी कीमत पर न्याय मिलना ही चाहिए।“
महिला सिनेमा को पुरुषों की इस टकटकी वाले दायरे और नजरिये से बाहर निकलना होगा: राहुल मित्रा
नई दिल्ली : लेखकों डॉ. हर्षाली सिंह और मोना वर्मा के साहित्यिक प्रयास हाउस ऑफ हार्मनी ने रविवार को राजधानी दिल्ली में अपने पहले संस्करण ‘स्प्रिंग फेस्ट 2023’ का समापन किया। इस मौके पर जाने-माने फिल्म निर्माता-अभिनेता और ब्रांडिंग विशेषज्ञ राहुल मित्रा ने भारतीय सिनेमा के दिलचस्प उपाख्यानों और तथ्यों का हवाला देते हुए फिल्मों में महिलाओं की स्थिति पर चर्चा की। राहुल मित्रा की ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’ ट्रायोलॉजी ने महिला पात्रों के मजबूत चित्रण के साथ ही एनआरआई केंद्रित फिल्मों से भारतीय सिनेमा के संदर्भ को भारतीय हृदयभूमि में बदल दिया। उनकी दूसरी फिल्म कंगना रनौत स्टारर ‘रिवॉल्वर रानी’ में भी मुख्य महिला चरित्र को सिर्फ शरारती, बेशर्म यौन और जटिल के रूप में देखा गया, कुछ ऐसा जो पहले पुरुषों का डोमेन था। उत्साही और संवादात्मक दर्शकों के भरेपूरे सदन में राहुल मित्रा ने दर्शकों का ध्यान फिल्मों में महिला पात्रों की बदलती भूमिका की ओर खींचा, जो वर्तमान में एक मां, युवती, मालकिन से लेकर मजबूत महिला तक का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने ऑफ स्क्रीन महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इस असमानता के कारण ही भारतीय सिनेमा में महिला पात्रों को बड़े पैमाने पर पुरुष परिप्रेक्ष्य के नजरिये से पेश किया गया है। स्वाभाविक रूप से ऐसे में रूढ़िवादिता और लैंगिक पूर्वाग्रह बढ़ा है। राहुल मित्रा ने कहा, ‘महिला सिनेमा को पुरुषों की इस टकटकी वाले दायरे और नजरिये से बाहर निकलना होगा।’
दिल्ली में किताबों की उभरती दुकान ‘कुंजुम’ द्वारा संचालित ‘स्प्रिंग फेस्ट—2023’ में प्रतिष्ठित लेखकों, कवियों, सामाजिक परिवर्तन निर्माताओं, पत्रकारों और फिल्म निर्माताओं ने हिस्सा लिया। हाउस ऑफ हार्मनी की संस्थापक डॉ. हर्षाली सिंह और मोना वर्मा ने कई नए लेखकों और कलाकारों को मंच प्रदान किया, जिन्होंने अपनी प्रस्तुति से माहौल को खुशनुमा बना दिया। दर्शक एआई की प्रासंगिकता, युद्ध के प्रभाव, चिकित्सा पेशेवरों द्वारा लेखन, महिलाओं के विभिन्न रंगों, इतिहास और पौराणिक कथाओं में कामुकता, लिंगात्मक तरलता व सरलता और भारतीय सिनेमा में महिलाओं की भूमिका से लेकर व्यापक स्पेक्ट्रम मुद्दों पर चर्चा से चिपके नजर आए।
कार्यक्रम में फिल्म निर्माता-अभिनेता राहुल मित्रा, सेवानिवृत्त मेजर जनरल जीडी बख्शी, कार्यकारी संपादक, स्तंभकार लेखक, व निदेशक-टाइम्स लिटरेचर फेस्टिवल्स एंड राइट इंडिया टाइम्स ऑफ इंडिया विनीता नांगिया, सामाजिक कार्यकर्ता महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, और ह्यूमन फॉर ह्यूमैनिटी के संस्थापक अनुराग चौहान, प्रख्यात वकील और केएलएफ के संस्थापक सुमंत बत्रा, हिंदू बिजनेस लाइन के एसोसिएट एडिटर शिशिर सिन्हा, न्यूज़9 प्लस के संपादक संदीप उन्नीथन, और आर्ट क्यूरेटर और इतिहासकार डॉ. अल्का पांडे, रीडोमेनिया के संस्थापक और प्रकाशक दीपंकर मुखर्जी, कुंजुम के संस्थापक अजय जैन और उनकी टीम से सुबीर डे और शांतनु रॉय आदि मौजूद थे। इस अवसर पर मोना और हर्षाली ने कहा, ‘हम अपने पहले संस्करण को शानदार प्रतिक्रिया से अभिभूत हैं और अब पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं।’
निर्देशक ओम राउत ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की
मुंबई। तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर और आदिपुरुष जैसे भव्य सिनेमाई उद्यम के लिए जाने जाने वाले प्रसिद्ध फिल्म निर्माता ओम राउत ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। ओम राउत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक दिल को छू लेने वाली तस्वीर साझा की, जहाँ पर वे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को शिवाजी और जीजा माता की महिमा भेंट करते हुए नज़र आ रहे हैं। साथ ही अपनी इस ख़ुशी को ज़ाहिर करते हुए उन्होंने लिखा , देश संस्कारों से बनता है।
राज माता जीजाऊ ने बाल्यकाल में बाल शिवाजी राजे को जो संस्कार दिये उसी के परिणाम स्वरूप वे हिंदवी स्वराज के ध्वजावाहक छत्रपति शिवाजी महाराज बनकर उभरे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को छत्रपति शिवाजी महाराज और राज माता जीजाऊ की मूर्ति उन्हें भेंट स्वरूप देकर मुझे अतुल्य आनन्द प्राप्त हुआ है।