Tuesday, May 30, 2023

कोरिया-भारत द्विपक्षीय सम्बन्धों के 50 साल पूरे होने पर समारोह का आयोजन

Must Read

ए एन शिब्ली
नई दिल्ली। भारत-कोरिया राजनयिक सम्बन्धों की स्वर्ण जयंती (50 वर्ष) के अवसर पर भारत-कोरिया फ़्यूचर इंडस्ट्री पार्टनरशिप इवेंट 2023 ” का आयोजन किया गया। सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते भारत अगली पीढ़ी के वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में तेज़ी से उभर रहा है। भारत सरकार ने इसे बढ़ावा देने और विनिर्माण क्षेत्र तथा भारत में एवं विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई क़दम उठाये हैं। कोरिया आज ईवी, आईसीटी और कार्बन न्यूट्रल (ग्रीन इंडस्ट्रीज़) जैसे सबसे अधिक मांग वाले क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है और कई कोरियाई कंपनियां पहले से ही भारत के विनिर्माण उद्योग में प्रमुख प्लेयर के रूप में उभर रही हैं।
कोरिया और भारत के बीच मज़बूत आर्थिक साझेदारी है, जो तेज़ी से बढ़ रही है। कोरिया के व्यापार, उद्योग और ऊर्जा मंत्रालय (MOTIE) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 2022 में भारत के साथ कोरिया के व्यापार का आकार 27.8 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष (2021) के कुल 23.7 बिलियन डॉलर से 17.3% अधिक था। यह वार्षिक आधार पर दोनों देशों के बीच सबसे बड़ी व्यापार मात्रा थी, क्योंकि निर्यात और आयात दोनों में काफी वृद्धि हुई थी। भारत में कोरिया का निर्यात 21.0% बढ़कर 18.9 बिलियन डॉलर का हो गया, जबकि आयात 10.5% बढ़कर 8.9 बिलियन डॉलर का हो गया।
एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ़ कोरिया के अनुसार, 2022 में (जनवरी-सितंबर तक) भारत में कोरिया का निवेश साल-दर-साल 54% बढ़कर 348 मिलियन डॉलर हो गया, जो कि महामारी के बाद धीरे-धीरे सुधार दिखा रहा है। बिजली, ऑटोमोबाइल और रसायन जैसे विनिर्माण उद्योगों के पिछले बड़े निवेश के अलावा, निवेश की इस नयी प्रवृत्ति का विस्तार भोजन, कपड़ा और डायग्नोस्टिक किट जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है।
26 अप्रैल, 2023 को “इंडिया-कोरिया फ़्यूचर इंडस्ट्री पार्टनरशिप फ़ोरम 2023” प्रौद्योगिकी, नवाचार और विनिर्माण में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और सम्बन्धों को मज़बूत करने का एक मंच था। इस आयोजन का उद्देश्य भविष्य के उद्योग क्षेत्र (ईवी, आईसीटी और कार्बन न्यूट्रल (ग्रीन) इंडस्ट्रीज़) में सहयोग के नये रास्ते तलाश कर संयुक्त उद्यमों, रणनीतिक साझेदारी और निवेश के अवसर पैदा करना है।इस कार्यक्रम में लगभग 150 कोरियाई और भारतीय प्रतिभागियों की भागीदारी, उच्च स्तरीय मुख्य वक्ता, प्रतिष्ठित सरकार और उद्योग द्वारा सरकारी नीतियों की प्रस्तुति शामिल थी। भारत और कोरिया के विशेषज्ञ इस उद्योग में नवीनतम रुझानों और विकास में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे।
भारत में कोरियाई राजदूत महामहिम चांग जे-बोक और आर्थिक सहयोग और व्यापार मामलों, KOTRA के कार्यकारी उपाध्यक्ष, श्री ताएहो किम ने इस फ़ोरम की शोभा बढ़ायी। आर्थिक सहयोग और व्यापार मामलों, KOTRA के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री ताएहो किम की टिप्पणी भारत और कोरिया के बीच दीर्घकालिक और उपयोगी राजनयिक और व्यापार सम्बन्धों के लिए एक वसीयतनामा थी।

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img
Latest News

भारत में में 73% संगठन रैंनसमवेयर के शिकार: सोफोस

ए एन शिब्ली नई दिल्ली। साइबर सुरक्षा प्रदान करने में एक वैश्विक लीडर सोफोस ने आज अपनी वार्षिक "स्टेट ऑफ़...
- Advertisement -spot_img

More Articles Like This

- Advertisement -spot_img