ए एन शिब्ली
अगर यह कहा जाये कि दर्शकों के साथ धोखा हुआ है तो यह ग़लत नहीं होगा। अगर आप में से किसी को उम्मीद है कि नयी रिलीज़ हुई फिल्म एक विलेन रिटर्न्स पहले वाली एक विलेन की तरह अच्छा होगी तो यह आपकी भूल है। डाइरेक्टर मोहित सूरी की इस फिल्म में बिला वजह का इतना शोर है कि आप बोर हो जायेंगे। एक आम सिनेमा प्रेमी भी यह सोचने पर मजबूर हो जायेगा कि भाई इतने मर्डर क्यों हो रहे हैं और फालतू में इतनी लाउड म्यूज़िक की क्या ज़रुरत है। फिल्म में जॉन अब्राहम हैं , अर्जुन कपूर हैं , दिशा पाटनी हैं और तारा सुतरिया भी हैं मगर किसी का भी रोल ऐसा नहीं हैं कि आप उसकी तारीफ करें या ताली बाजायें। जॉन अब्राहम को कुछ ऐसे पेश किया गया है कि वह अजब लगते हैं।
फिल्म की जो कहानी है उसके अनुसार जॉन अब्राहम को दिशा पटानी से प्यार है मगर उन्हें धोखा मिला है जिससे वाह काफी नाराज़ हैं। एक करैक्टर अर्जुन कपूर हैं जिन्हें तारा सुतरिया से प्यार है। फिल्म में एक दो नहीं बल्कि कई मर्डर हैं लाउड म्यूज़िक के दौरान यह मर्डर होते रहते हैं हर कोई हैरान कि मर्डर कौन कर रहा है मगर जिस अंदाज़ में इस रहस्य को पेश किया जाना था वह नहीं हो सका। गालियां गाना बहुत ज़बरदस्त बना है मगर वह इस फिल्म को चलाने के लिए काफी नहीं है। अगर आप महेश भट्ट की फिल्में देखते रहे हैं तो जाइये देखने नहीं तो दूर ही रहिये।
Film Review: एक विलेन जैसी नहीं है एक विलेन रिटर्न्स
1984 के दंगों पर डाक्यूमेंट्री जल्द होगी रिलीज़
नयी दिल्ली। 1984 के सिक्ख नरसंहार और उसके बाद इन दंगों से आहत हुए परिवारों की दुर्दशा को दर्शाती डाक्यूमेंट्री फिल्म के विषय में आम जनता के संज्ञान में लाना और इसका ट्रेलर रिलीज़ करना हैl इसी उद्देश्य से नयी दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस हुई। प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य रूप से सरदार इंदर प्रीत सिंह फाउंडर ग्लोबल मिडास कैपिटल ने मीडिया को संबोधित किया और मिडिया के सवालों के जवाब भी दिएl इस बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनके प्रोडक्शन हाउस ने 1984 में सिक्खों के नरसिंहार के विषय में एक डाक्यूमेंट्री बनाई हैl इस डाक्यूमेंट्री को बनाने का कारण है आम जनता के सामने 1984 के दंगों से आहत हुए परिवारों की हालत दिखानाl उन्होंने कहा कि आज से 38 साल पहले हुए इस नरसंहार के शिकार हुए परिवारों के हाल पूछने वाला कोई नहीं हैl सरकारी स्तर पर यह बताया जाता है कि जो लोग इन दंगों में मारे गए थे उनके परिवारों का पुनर्स्थापन किया जा चुका हैl परन्तु वास्तविकता यह है कि जिन परिवारों के अपने अपने उस नरसंहार में मारे गए वो परिवार आज भी बहुत बुरी स्थिति में जीवन व्यतीत कर रहे हैंl
इंदर ने बताया कि जब उनकी टीम ने नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मिलकर उनके विषय में जाना तो पता चला कि ना उनके पास आजीविका का कोई प्रयाप्त साधन है और ना ही उनके बच्चों को स्कूल जाना नसीब हो पा रहा हैl सरकार कोई भी हो, इन दुखी परिवारों का साथ देने वाला कोई नहीं हैl 32 साल का समय केवल यह साबित करने में लग गया कि केवल उत्तर प्रदेश में इन दंगों में 127 लोगों ने अपनी जान गँवाई थीl अगर 32 साल यह साबित करने मैं लगे हैं कि इतने लोगों ने इन दंगों में अपनी जान गँवाई थीl यह सोचने वाली बात है कि इन लोगों को इंसाफ कब मिलेगा और जब इंसाफ मिलेगा तब इसकी गवाही देने वाले जिंदा भी रहेंगे या नहींl
उन्होंने बताया कि 1984 के दंगों पर बनाई गई डाक्यूमेंट्री “1984 Genocide of Sikhs” में इन दंगों में आहत हुए लोगों के इंटरव्यू शामिल किये गए हैं जो अपने आप में सच्चाई का साक्ष्य हैंl फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज़ करने के लिए ओटीटी प्लेटफार्म से बातचीत चल रही है
शानदार कोर्ट ड्रामा देखने के लिए फिल्म ‘ए होली कॉन्सपिरेसी’ ज़रूर देखें
नयी दिल्ली, बिना किसी हंगामा के एक ऐसी फिल्म बनी है जिसे हर किसी को देखना चाहिए। यह फिल्म है ‘ए होली कॉन्सपिरेसी’, जिसे विभिन्न प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में व्यापक प्रशंसा हासिल हो रही है। प्रसिद्ध अमेरिकी नाटक ‘इनहेरिट द विंड’ के आधार पर बनी ‘ए होली कॉन्सपिरेसी’ का निर्देशन साइबल मित्रा ने किया है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि ‘ए होली कॉन्सपिरेसी’ हर आयु वर्ग के दर्शकों के देखने योग्य फिल्म है।
‘ए होली कॉन्सपिरेसी’ में दिखाया गया है कि विज्ञान के एक शिक्षक को इसलिए गिरफ्तार कर उस पर मुकदमा चलाया गया, क्योंकि उसने छोटे शहर के स्कूल में विज्ञान पढ़ाते वक्त धर्म की भूमिका का उल्लेख नहीं किया। अदालत में चलने वाले मुकदमे के इर्द-गिर्द बुनी गई कहानी में नसीरुद्दीन शाह और सौमित्र चटर्जी वकीलों की भूमिका में हैं। यह फिल्म इस बहस के इर्द-गिर्द है कि क्या महत्वपूर्ण है- धर्म या विज्ञान? यानी, यह फिल्म एक परीक्षण भी है जो विज्ञान बनाम धर्म के महत्व और आवश्यकता पर सवाल उठाता है।
‘ए होली कॉन्सपिरेसी’ अपने तर्क के साथ घर पर आता है – नागरिकों के धार्मिक विश्वास में भिन्नता का संवैधानिक अधिकार उतना ही है, जितना एक धर्म के प्रति विशेष विश्वास करते हुए उसकी इसकी रक्षा करना। फिल्म मानवता पर संवादों के बजाय तर्क का उपयोग करती है और यह बताती है कि हर कोई समान पैदा होता है। यह फिल्म धर्म की राजनीति के बारे में बात करती है क्योंकि पता चल जाता है कि एक स्थानीय राजनेता बाबू सोरेन धर्म को राजनीति से जोड़कर अपना मतलब और मकसद साधना चाहता है।
5 अगस्त को रिलीज होगी फिल्म ‘हरियाणा’
नयी दिल्ली। जल्द रिलीज होनेवाली फिल्म ‘हरियाणा’ की स्टारकास्ट इसका प्रमोशन करने दिल्ली पहुंची थी। 5 अगस्त, 2022 को रिलीज होने के लिए तैयार इस फिल्म का प्रमोशनल कार्यक्रम राजेंद्र नगर में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में अभिनेता यश टोंक, अश्लेषा सावंत, आकर्षण सिंह, मोनिस शर्मा, रोबी मारिह के साथ निर्देशक संदीप बसवाना मौजूद थे।
‘हरियाणा’ तीन भाइयों- महेंद्र, जयबीर और जुगनू की कहानी है। सबसे बड़ा भाई महेंद्र जिम्मेदार है और वही परिवार में हर चीज का ख्याल रखता है। दूसरा भाई जयबीर छात्र है, जबकि सबसे छोटे भाई जुगनू को परिवार के सभी सदस्य बहुत प्यार करते हैं। कहानी में एक दिलचस्प मोड़ तक आता है, जब तीनों भाइयों को प्यार हो जाता है।
अभिनेत्री मोनिस ने बताया, ‘‘हरियाणा’ एक प्यारी प्रेम कहानी है जो मोहब्बत के एक अलग दृष्टिकोण को सामने लाती है। मुझे यकीन है कि दर्शक इस फिल्म को पसंद करेंगे।’ वहीं, अभिनेता रोबी ने कहा, ‘मैं जुगनू नामक चरित्र निभा रहा हूं, जो एक मासूम और शरारती युवा है और आलिया भट्ट से प्यार करना शुरू कर देता है और उससे शादी करना चाहता है।
‘एक विलेन रिटर्न्स’ किसी फिल्म का रीमेक नहीं: एकता कपूर
हाल ही में अभिनेता- अर्जुन कपूर, जॉन अब्राहम और दिशा पटानी अपनी आनेवाली फिल्म ‘एक विलेन रिटर्न्स’ के प्रमोशन के सिलसिले में दिल्ली पहुंचे। नेहरू प्लेस के आईनॉक्स में आयोजित यह कार्यक्रम में फिल्म के कलाकारों के साथ प्रोड्यूसर भूषण कुमार और एकता कपूर भी मौजूद थे। फिल्म 29 जुलाई 2022 को रिलीज होने के लिए बिल्कुल तैयार है। इस अवसर पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में एकता कपूर ने कहा कि यह बिलकुल ग़लत है कि यह फिल्म किसी फिल्म का रीमेक है। कार्यक्रम में अर्जुन कपूर ने बताया, ‘यह अब तक मेरे द्वारा निभाई गई सबसे चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं में से एक रही है। फिल्म में मेरा चरित्र ग्रे है और यह इस तरह के चरित्र का सबसे खतरनाक रूप भी है, क्योंकि वह लोगों से नफरत करना चाहता है। मुझे वाकई में इस भूमिका को निभाने में मजा आया।
जॉन अब्राहम ने कहा, ‘मैंने अपनी पिछली फिल्मों में कई ग्रे शेड्स निभाए हैं। ऐसे में मेरे लिए अब ऐसा किरदार उबाऊ लगने लगा है। लेकिन, जब मैंने फिल्म की स्क्रिप्ट देखी तो मुझे वास्तव में इसमें बहुत दम लगा। यही वजह रही कि किरदार को निभाने में बहुत मजा भी आया। सभी चारों कलाकारों- तारा, अर्जुन, दिशा और खुद मैंने इस फिल्म में एक से बढ़कर एक अलग रंग खेला है, क्योंकि फिल्म में बहुत सारे टर्न और ट्विस्ट हैं।’
राहुल मित्रा, रणधीर कपूर, राइमा सेन, कुमार मंगत करेंगे ‘नमस्ते वियतनाम महोत्सव’ में शिरकत
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल में की गई घोषणा, जिसमें उन्होंने भारत की एक्ट ईस्ट नीति की कुंजी के रूप में वियतनाम को महत्वपूर्ण साथी देश बताया है, वियतनाम के लोग भी भारत के साथ अपनी दोस्ती एवं पूर्व के रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यही वजह है कि इस बार वियतनाम में भी भारत की खुश्बू बिखरेगी, जिसके सुगंध से वहां के लोग मंत्रमुग्ध हो जाएंगे, क्योंकि पहली बार वहां के शहरों हो ची मिन्ह और न्हा ट्रांग में ‘नमस्ते वियतनाम उत्सव’ का आयोजन होने जा रहा है। 12 से 21 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस ‘नमस्ते वियतनाम उत्सव’ में भारत के पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता राहुल के नेतृत्व में भारतीय फिल्म उद्योग का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल शिरकत करने जा रहा है। इस प्रतिनिधिमंडल में फिल्मकार उमेश शुक्ला, राहुल रवैल, कुमार मंगत, श्रीनारायण सिंह, मिखिल मुसाले, राजेश मापुस्कर, चंद्रकांत सिंह, किरण कुमार कोनेरू, नितिन तेज आहूजा के साथ अभिनेता रणधीर कपूर, राइमा सेन, बालिका वधू स्टार अविका गौर, सोमा लैशराम, हिमाक्षी कलिता, सुलख्याना बरुआ, फिल्म और लाइफस्टाइल पत्रकार कोमल नाहटा और रुचिका मेहता सहित आदि शामिल होंगे। इतना ही नहीं, ये सारी शख्सियत फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर वॉक भी करेंगे। महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर भारत के सबसे बड़े शोमैन राज कपूर पर आधारित पुस्तक ‘राज कपूर: द मास्टर एट वर्क’ का विमोचन भी किया जाएगा।
यह महोत्सव भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के साथ-साथ भारत और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के उत्सव का हिस्सा होगा जिसका आयोजन भारतीय दूतावास, भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा किया जा रहा है। भारतीय राजदूत एच.ई. प्रणय वर्मा और भारत के महावाणिज्यदूत डॉ. मदन मोहन सेठी इस प्रतिष्ठित 10 दिवसीय मेगा फेस्टिवल की मेजबानी करेंगे, जिसे कैप्टन राहुल बाली द्वारा क्यूरेट किया गया है, जो दुनियाभर में भारत के फिल्मोत्सवों का सफलतापूर्वक आयोजन कर रहे हैं।
इस मेगा फेस्टिवल में संस्कृति, व्यापार, निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यटन से संबंधित कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और बैठकों से संबंधित गतिविधियां होंगी। विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार के अवसरों का पता लगाने के लिए कोरोना महामारी के बाद दोनों देशों के उद्यमियों को फिर से आपस में जोड़ने के अलावा प्रस्तावित कार्यक्रम भारत की विविध संस्कृति के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे। यह उत्सव संस्कृति और वाणिज्य का संगम होगा। इस मेगा फेस्टिवल के जरिये पर्यटन, व्यापार, कला, संस्कृति, संगीत और फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिए संवाद को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच एक महान नेटवर्किंग मंच बनने की उम्मीद भी है।
MSG ने लॉन्च किया एक अनोखा नया इन्स्परेशनल गाना
बागपत। उत्तर प्रदेश के बरनावा, जिला बागपत स्थित शाह सतनाम जी आश्रम में शनिवार शाम को आयोजित एक विडीओ कॉन्फ़्रेन्स कर दुनिया भर से जुड़े लोगों के बीच संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने नए भजन ”पाप छुपाके, पुण्य दिखाके करे बन्दा तेरा शैतान, देख भगवान तेरा इन्सान तुझको समझे है नादान” को अपने यूट्यूब चैनल Saint MSG https://youtube.com/c/SaintMSGInsan पर लॉन्च किया। 5 मिनट 22 सेकेंड के इस ऑडियो भजन के लॉन्च होते ही ये भजन सोशल मीडिया पर हाथों हाथ वायरल हो गया और कुछ घण्टे में 20 लाख से अधिक लोग देख चुके हैंI
हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडू, गुजरात, बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूएई, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली, इंग्लैंड, दुबई और कुवैत सहित कई देशों में इस गाने पर नाचती साध-संगत की वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब नजर आई। आपको बता दें कि इस इन्स्परेशनल गाने को संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने स्वयं लिखा, गाया व संगीतबद्ध किया है।
लोगों को दीवाना बना रहा फिल्म ‘सोहरियां दा पिंड आ गया’ का जादू
मुंबई। मनोरंजक प्रेम कहानी ‘सोहरियां दा पिंड आ गया’ 8 जुलाई 2022 को पर्दे पर दस्तक देने वाली है। जैसे-जैसे फिल्म की रिलीज डेट नजदीक आ रही है दर्शकों की उत्सुकता बढ़ रही है। दर्शकों की प्लेलिस्ट में फिल्म के दमदार गाने तो पहले से ही सुनने को मिल रहे हैं और अब ट्रेलर ने भी एक अलग ही सस्पेंस पैदा कर दिया है। फिल्म के प्रमोशन में इसके कलाकार जोर—शोर से जुटे है और फिल्म के निर्माता भी दर्शकों की उत्सुकता बरकरार रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। फिल्म की कहानी, इसके मुख्य पात्र, ट्रेलर, गाने सभी मिलकर ‘सोहरियां दा पिंड आ गया’ को सभी आयु वर्ग के दर्शकों के लिए इसे एक जरूर देखने योग्य फिल्म बनाते हैं।
फिल्म में गुरनाम भुल्लर और सरगुन मेहता का लुक जहां शानदार है, वहीं पर्दे पर उनकी केमेस्ट्री भी दमदार नजर आती है। फिल्म के गाने गुरनाम भुल्लर द्वारा गाए, लिखे और कंपोज किए गए हैं, जबकि इसका म्यूजिक दाउद म्यूजिक, लेडी गिल, चेत सिंह और रैक्स म्यूजिक ने दिया है।
फिल्म ‘सोहरियां दा पिंड आ गया’ की कहानी दर्शकों को भावनाओं के रोलर कोस्टर राइड पर ले जाएगी। कहानी 90 के दशक की संस्कृति और मूल्यों को दर्शाती है जब माता-पिता के साथ संबंधों या शादी के बारे में बात करना आसान नहीं था। लेकिन जब गुरनाम भुल्लर की जगह जस बाजवा की शादी का प्रस्ताव आता है, तो सरगुन और गुरनाम, दोनों के अहंकार भी सामने आता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरगुन या गुरनाम में से कौन किसके गांव को अपनी ससुराल बना लेता है या अहंकार छोड़कर एक साथ आ जाता है। यह फिल्म निश्चित रूप से अब तक की सर्वश्रेष्ठ रोमांटिक फिल्मों में से एक साबित होने वाली है।
पंजाबी सिनेमा के चमकते सितारे गुरनाम भुल्लर और सरगुन मेहता लगातार दर्शकों का दिल जीत रहे हैं। ‘सोहरियां दा पिंड आ गया’ में गुरनाम भुल्लर और सरगुन मेहता मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। अब फैंस गुरनाम भुल्लर और सरगुन मेहता को एक साथ देखने के लिए बेताब हैं। फिल्म की शानदार स्टार कास्ट में जस बाजवा, जैस्मीन बाजवा, शिविका दीवान और हरदीप गिल और कई अन्य शामिल हैं।
कई प्रमुख कंपनियों में आईटीएलएच के विद्यार्थी जॉब पाने में सफल
मुंबई। इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी लर्निंग हब (आईटीएलएच), तेजी से बढ़ रहा एक इंक्युबेटर है, जो कोडिंग स्किल्स और डिजाइन (यूआईयूएक्स) में दक्षता हासिल करने में विद्यार्थियों की सहायता करता है। आईटीएलएच ने हाल ही में एक स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की है, क्योंकि इसके 26 विद्यार्थियों को देश की कुछ सबसे प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी कंपनियों में नौकरी मिली है। सफलता की यह कहानियां विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित तकनीकी ज्ञान और कौशल पर उनकी मजबूत पकड़ को दिखाती हैं, क्योंकि जानी-मानी और उद्योग में अग्रणी कंपनियों, जैसे बायजूस, एक्सेंचर, टेक महिन्द्रा और फ्लिपकार्ट को आईटीएलएच के टेक इंक्युबेटर से अपने कुशल पेशवर मिले हैं।
पुणे की शरवरी उमेश पाटिल यह बड़ी उपलब्धि पाने वाले विद्यार्थियों में से एक हैं। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, अपनी कड़ी मेहनत और आईटीएलएच के पथप्रदर्शक अध्यापन के दम पर उन्हें बायजूस में इलस्ट्रेटर एवं यूआई डिजाइनर के तौर पर नियुक्त किया गया। पुणे से कुल 10 विद्यार्थी प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्त हुए हैं।
उपलब्धि पाने वालों को उनकी कोशिशों के लिये बधाई देते हुए, आईटीएलएच के सह-संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक एलेक्स जॉर्ज ने कहा, “हमारा मुख्य मिशन हमेशा से प्रौद्योगिकी के भारतीय विद्यार्थियों में छुपी प्रतिभा को बढ़ावा देने का था, ताकि उन्हें अच्छी कंपनियों के साथ अपने कॅरियर की ऊँचाइयों को छूने का मौका मिले। हमारे कई विद्यार्थी अपना अंतिम लक्ष्य पा चुके हैं, जो था अपस्किल होना और अच्छी नौकरी पाना और इसके साथ ही हमारे प्रोग्राम ने अपनी क्षमता साबित कर दी है। यह देखकर मुझे बहुत खुशी हुई है कि टियर-2 शहरों के कई विद्यार्थियों ने बेजोड़ प्रदर्शन किया है और आईटीएलएच से अपना कोर्स पूरा करने के बाद अपने उद्देश्य में सफल हुए हैं।
एंजल वन 2022 के लिए फॉर्च्यून इंडिया सूची – नेक्स्ट 500 में ‘द राइजिंग स्टार’ के रूप में उभरी
मुंबई। फिनटेक कंपनी एंजल वन लिमिटेड (जिसे पहले एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने देश के अगले 500 सबसे बड़े कॉरपोरेशंस की द नेक्स्ट 500 – फॉर्च्यून इंडिया सूची में द राइजिंग स्टार का खिताब हासिल किया। एंजल वन इस साल 160वें स्थान पर है, जो 2021 की 369 रैंक की तुलना में 209 रैंक ऊपर है।
फॉर्च्यून इंडिया नेक्स्ट 500 देश के अगले 500 सबसे बड़े कॉरपोरेशंस की रैंकिंग है, जिन्होंने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद जबरदस्त मजबूती दिखाई है। फॉर्च्यून इंडिया ने दो सूचियों में 500 से 2000 करोड़ रुपये की आय वाली 500 कंपनियों को सूचीबद्ध किया है, जिसमें सेक्टोरल स्टार्स और राइजिंग स्टार्स शामिल हैं।
एंजल वन उन कुछ कंपनियों में से एक है जिसे राइजिंग स्टार के रूप में सम्मानित किया जा रहा है। एक ऐसी कंपनी जिसने अपने क्षेत्र में सबसे अधिक वृद्धि की है। राइजिंग स्टार की पहचान पिछले साल की लिस्टिंग की तुलना में रैंक में सबसे ज्यादा आगे बढ़ने वाली कंपनियों के बारे में भी बताती है।
एक नई उपलब्धि हासिल करने के बारे में बात करते हुए एंजल वन लिमिटेड के सीईओ श्री नारायण गंगाधर ने कहा, “कंपनी की बढ़ती रैंक हमारे ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण से प्रेरित है क्योंकि हम बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए टेक्नोलॉजी की शक्ति का लाभ उठाते हैं। इससे परिचालन और वित्तीय रूप से सभी व्यावसायिक मापदंडों पर हमारे प्रदर्शन में सुधार हुआ है। यह सम्मान हमारे लिए यूजर के अनुकूल समाधान बनाने की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए एक प्रेरणा है।”
एंजल वन ने हाल ही में 10 मिलियन का आंकड़ा पार करते हुए अपने ग्राहक आधार को दोगुना कर लिया है। फिनटेक कंपनी ने एआरक्यू प्राइम (सिफारिश इंजन), स्मार्ट मनी (एजुकेशन प्लेटफॉर्म), स्मार्टएपीआई (ऑटोमेटेड ट्रेडिंग), आईट्रेड प्राइम (शून्य ब्रोकरेज) और तीसरे पक्ष के उत्पादों जैसे वेस्टेड, स्मॉलकेस, स्ट्रीक और सेंसिबल जैसे सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी उत्पादों के साथ जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है।
एंजल वन लिमिटेड के मुख्य विकास अधिकारी प्रभाकर तिवारी ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में हमने जो दृष्टिकोण और रणनीति अपनाई है, उसके बिना यह मान्यता संभव नहीं है। अपने यूजर को एक सहज अनुभव प्रदान करने के साथ, हमने अपने धन सृजन समाधान को टियर 2, 3 और उससे आगे के शहरों में भी सभी के लिए सुलभ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। हमारे विकास का अगला चरण हमारे सुपर एप पर आधारित होगा, जो एक शक्तिशाली वेब और मोबाइल प्लेटफॉर्म है और यह ग्राहकों को सर्वोच्च अनुभव प्रदान करेगा।’’