Monday, December 23, 2024
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8 दिसंबर को भाजपा मुख्यालय पर करीब 7000 टीचर्स धरना देंगे

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र और भाजपा के आधीन आने वाली एजेंसियों पर एमसीडी का करीब 27,800 करोड़ रुपए बकाया है। केंद्र सरकार पर 12,444 करोड़, साउथ एमसीडी पर 2500 करोड़, डीडीए पर 857 करोड़ रुपए और होर्डिंग्स का 12000 करोड़ रुपए नॉर्थ एमसीडी का बकाया है। एमसीडी यह बकाया पैसा वसूलकर कर्मचारियों को वेतन दे सकती है लेकिन दिल्ली सरकार को ऐंठने और बदनाम करने के लिए ऐसा नहीं करती। वह जानकर कर्मचारियों को हड़ताल करने देती है। इसी के चलते डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के बाद अब टीचर्स भी हड़ताल पर चले गए हैं। 8 दिसंबर को भाजपा मुख्यालय पर करीब 7000 टीचर्स धरना देंगे। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में दिल्ली की जनता भाजपा को एमसीडी से छुट्टी देगी। जिसके बाद दिल्ली सरकार के साथ निगम में भी अच्छा काम होगा।

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम इस पर मुद्दे पर दो-तीन बार प्रेस वार्ता कर चुके हैं कि नॉर्थ एमसीडी ने अपने डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ, टीचर्स को और अन्य कर्मचारियों को दिवाली का बोनस तो बहुत दूर की बात है, उन्होंने दिवाली पर उनको तनख्वाह तक नहीं दी। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद उन्होंने तनख्वाह जारी नहीं की। 3 महीने की तनख्वाह बकाया है और 5 महीने का डीए, एचआरए बकाया है।

डॉक्टर्स और नर्सेस डेंगू के सीजन में हड़ताल पर चले गए। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करना बंद किया हुआ है। और अब 29 नवंबर यानी कि परसों से नॉर्थ एमसीडी के करीब 7000 टीचर्स ने बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज लेना भी बंद कर दिया। यानी कि प्राइमरी स्कूल के करीब डेढ़ लाख बच्चे, जो हमारी दिल्ली का भविष्य हैं, उनकी क्लासेज भी अब बंद हैं। यह बड़ी शर्म की बात है। और टीचर्स ने हड़ताल करने से पहले कई बार भाजपा मुख्यालय और भाजपा के नेताओं को चेतावनी दी थी। लेकिन बावजूद इसके कोई हल नहीं निकाला गया।

भाजपा नेताओं के झूठे वादों की पोल खेलते हुए उन्होंने कहा कि एक बात रिकॉर्ड के तौर पर मैं आपको बता दूं, हालांकि सभी जानते हैं फिर भी मैं आपको बता दूं कि एमसीडी में दर्जनों विभाग हैं, जिसमें अबतक कर्मचारियों की कई हड़तालें हुई हैं। 2018 में भूख हड़ताल सफाई कर्मचारियों द्वारा की गई जो लगभग 2 महीने चली। उस दौरान मनोज तिवारी ने झूठे वादे किए लेकिन उसमें से अभी तक एक भी वादा पूरा नहीं किया। उसके बाद सितंबर 2020 में एमसीडी के सभी वर्ग ए, बी, सी, डी वर्ग के सभी कर्मचारी, डॉक्टर्स, नर्सेज, टीचर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, सब लोगों ने एक लंबी हड़ताल की। फिर से भाजपा के नेताओं ने उनसे बड़े-बड़े वादे किए वह वादे भी अभी तक पूरी नहीं किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि अब एमसीडी के डॉक्टरों के बाद एमसीडी के टीचर्स हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने कहा है कि 8 दिसंबर को भाजपा मुख्यालय पर करीब 7000 टीचर धरना देंगे। यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो उसके बाद वह अपनी हड़ताल को और गंभीरता से आगे बढ़ाएंगे। एक सामान्य सी बात सबके दिमाग में आती होगी कि ऐसा क्या कारण है कि नॉर्थ एमसीडी, ईस्ट एमसीडी या कई बार साउथ एमसीडी में भी बार-बार हड़ताल की जाती है। ऐसा क्यों है कि अपने ही कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दी जाती है।

साल 2022 में भी जलवा क़ायम रहेगा एकता कपूर का

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मुंबई। एकता कपूर को सही मायनों कंटेंट क्वीन माना जाता है। अपनी पद्म श्री जीत में मग्न, फिल्म निर्माता ने टीवी लैंडस्केप को बदल कर उसे आकार दिया है। एक सफल 2021 के अंत के साथ, निर्माता 2022 को और भी बेहतर बनाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है, जिसमें 23 प्रोजेक्ट्स रिलीज के लिए तैयार हैं।

साल 2022 में रिलीज़ होने वाले अपने प्रोजेक्ट्स के बारे में बात करते हुए एकता कहती हैं, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरी टीम और मैं 2022 में 23 से अधिक परियोजनाओं को रिलीज करने के लिए तैयार हैं। हमारे पास विभिन्न प्लेटफार्म पर रिलीज करने के लिए कुछ अद्भुत कंटेंट तैयार है, चाहे वह थिएटर हो, वेब शो हो या टीवी चैनल। जब दर्शकों को मनोरंजन प्रदान करने की बात आती है तो बालाजी में हम हमेशा प्रयोग करने में विश्वास करते हैं और अपनी आगामी परियोजनाओं के साथ हमने स्तर को एक पायदान ऊपर ले जाने की कोशिश की है।”

कुछ प्रोजेक्ट्स शूट हो गए है और रिलीज के लिए तैयार हैं, जबकि कुछ अभी भी डेवलपमेंट स्टेज में हैं। #hashtagwarss, वर्डिक्ट 2, मेंटलहुड S2, अपहरन 2, बाईस लॉकर रूम, क्लास ऑफ 2021, बारिश 3, बैंड एड, पौरशपुर सीजन 2, बैंक हेईस्ट, ए कोल्ड मेस, फेरी, ऑल्ट बालाजी के कुछ प्रोजेक्ट हैं जो रिलीज के लिए तैयार हैं। टीवी स्पेस में हमारे पास नागिन 6, कसम तेरे प्यार की 2, कहां हम चले, इतना करो न मुझे प्यार 2 है। और, फिल्मों की बात करे तो, लाइन-अप में एक विलेन रिटर्न्स, फ्रेडी, यू टर्न, हंसल मेहता की अगली थ्रिलर, जर्सी, गुड बाय, केटीना, शहजादा, शूटआउट एट भायखला, दोबारा, एलएसडी 2 है।

2021 में एकता कपूर ने कई शो रिलीज़ किए थे और उनकी कई फ़िल्में ऐसी भी थीं, जिनकी शूटिंग पूरे साल हुई है। फिल्म निर्माता अमिताभ बच्चन, जॉन अब्राहम, नीना गुप्ता, दिशा पटानी, करीना कपूर, हंसल मेहता सहित इंडस्ट्री के कई अन्य बड़े नामों के साथ काम करने के लिए तैयार है। उनके पास लाइन में 4 हिट फिल्में हैं, साथ ही टीवी और वेब कंटेंट भी दस्तक देने के लिए तैयार हैं।

क्या साजिद नाडियाडवाला फ़िल्म ‘तड़प’ के ग्रैंड प्रीमियर का बना रहे हैं प्लान?

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मुंबई। आजकल फिल्म प्रीमियर को बीते दिनों की बात मानी जाती है (विशेष रूप से पूर्व-कोविड 19 लॉकडाउन युग), लेकिन निर्माता साजिद नाडियाडवाला इस युग को फिर से जीवंत करने के लिए तैयार हैं और फिल्म प्रीमियर के जादू को वापस लाने के लिए कमर कस ली है। साजिद को न केवल एक व्यावहारिक निर्माता के रूप में जाना जाता है, बल्कि अपनी फिल्मों की रिलीज से पहले प्रमोशनल इवेंट्स पर जमकर खर्च करने के लिए भी जाने जाते है। हाउसफुल 4 की पूरी कास्ट और मीडिया बिरादरी के साथ ट्रेन का सफर याद है? अब, सूत्रों की माने तो, साजिद अपनी बहुप्रतीक्षित अगली ‘तड़प’ के लिए एक ग्रैंड फिल्म प्रीमियर की योजना बना रहे हैं, जो अहान शेट्टी की पहली फिल्म है।

डेवलपमेंट से जुड़े एक सूत्र ने बताया, “लंबे समय के बाद, बी-टाउन को ‘तड़प’ के साथ एक ग्रैंड फिल्म प्रीमियर देखने मिलेगा और इसके पीछे का ब्रेनचाइल्ड खुद साजिद नाडियाडवाला है। पता चला है कि इस लव स्टोरी का ग्रैंड प्रीमियर 1 दिसंबर को मुंबई में होगा। यह बॉलीवुड और स्पोर्ट्स, फैशन और कॉर्पोरेट बैकग्राउंड की प्रसिद्ध हस्तियों के साथ बड़ी उपस्थिति में एक ग्रैंड अफेयर होगा। ” यह पता चला है कि साजिद, जिन्हें अहान पर पूरा भरोसा है, उन्होंने उनकी पहली फिल्म को बड़े पैमाने पर तैयार किया है और इसके लिए एक ग्रैंड प्रीमियर करना चाहते है। बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली निर्माताओं में से एक के रूप में पहचाने जाने वाले, साजिद यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते है कि ‘तड़प’ का प्रीमियर अहान के लिए सबसे बड़ा हो।

अरुणाचल सरकार ने संजय दत्त को एंबेसडर और राहुल मित्रा को ब्रांड एडवाइजर के रूप में साइन किया

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ईटानगर: भाजपा के नेतृत्व वाली अरुणाचल प्रदेश सरकार ने बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त को प्रदेश का ब्रांड एंबेसडर और पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और ब्रांडिंग विशेषज्ञ राहुल मित्रा को ब्रांड सलाहकार के रूप में साइन किया है। यह घोषणा मुख्यमंत्री पेमा खांडू और विधानसभा अध्यक्ष पासंग सोना दोरजी ने संजय दत्त और राहुल मित्रा की मौजूदगी में राज्य के नामकरण के 50वें वर्ष को चिह्नित करते हुए स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर एक भव्य समारोह में की। संजय दत्त एवं राहुल मित्रा इस समारोह में शामिल होने के लिए मुंबई से चार्टर्ड फ्लाइट से पहले डिब्रूगढ़, फिर वहां से हेलीकॉप्टर से मेचुका की सुरम्य घाटी पहुंचे, जहां कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर राहुल मित्रा फिल्म्स द्वारा संकल्पित, निष्पादित और टाप ऐड फिल्म निर्माता और ड्रमर शिराज भट्टाचार्य द्वारा शूट किया गया एक बड़ा मीडिया अभियान शुरू किया गया था, जिसमें संजय दत्त को युवा आइकन, प्रकृति प्रेमी, नशामुक्ति प्रस्तावक और हमेशा खुद को आगे बढ़ाने वाली शख्सियत के रूप में पेश किया गया। अरुणाचल पर्यटन के लिए पर्यटकों के लिए खानपान, ऐड फिल्मों के अलावा संजय दत्त राज्य के युवाओं के साथ नशामुक्ति अभियान और अन्य प्रमुख ऐसे मुद्दों पर पहल करेंगे, जो राज्य में चिंता का कारण बनते हैं। इस तरह की ऐड फिल्मों की शूटिंग राज्य के जीरो गांव, पक्के घाटी, दंबुक, नामसाई, परशुराम कुंड, पासीघाट, मेचुका और तवांग में बड़े पैमाने पर हो रही है। करीब महीने तक चलने वाला यह विशेष उत्सव 20 जनवरी, 2022 को जीरो में शुरू होगा, जबकि समापन समारोह 20 फरवरी को राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर ईटानगर में होगा।

बायजूस और लाडली फाउंडेशन ने बच्‍चों को मुफ्त लर्निंग प्रोग्राम्‍स से सशक्‍त करने के लिये भागीदारी की

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नई दिल्‍ली। हर बच्‍चे को अच्‍छी गुणवत्‍ता की शिक्षा तक पहुँच देने के एक प्रयास में, बायजूस ने अपनी पहल ‘एज्‍युकेशन फॉर ऑल’ के माध्‍यम से लाडली फाउंडेशन के साथ भागीदारी की है। इस भागीदारी से 1,00,000 गरीब बच्‍चों का जीवन सकारात्‍मक रूप से प्रभावित होगा। तीन सालों के लिए चरणबद्ध ढंग से लॉन्‍च की गई, यह भागीदारी कक्षा 6 से 10वीं के बच्‍चों को बायजूस के उच्‍च-गुणवत्‍ता वाले और टेक्‍नोलॉजी से संचालित लर्निंग प्रोग्राम्‍स निशुल्‍क प्रदान करेगी। पहले चरण में 26 राज्‍यों में लागू, यह प्रोग्राम बिहार, गुजरात, मणिपुर, मध्‍यप्रदेश, उत्‍तराखण्‍ड, तेलंगाना और केरल में उल्‍लेखनीय परिणाम दिखा रहा है। इस साझेदारी के कई सहायक प्रोग्राम को भी शुरू किया गया है। इनमें से एक प्रोग्राम है ई-पाठशाला प्रोग्राम जिसके माध्‍यम से लाडली फाउंडेशन के वालंटियर्स एवं इंटर्न्‍स बायजूस प्‍लेटफॉर्म का असरदार ढंग से इस्‍तेमाल कर लाभार्थी स्‍टूडेंट्स को मार्गदर्शित करते हैं।

इस पहल के बारे में बायजूस में सामाजिक पहलों की वीपी मानसी कासलीवाल ने कहा, “हम लाडली फाउंडेशन के साथ साझेदारी करके उत्‍सहित हैं ताकि सामाजिक-आर्थिक बाधाओं में बच्‍चों को गुणवत्‍तापूर्ण लर्निंग की पहुंच बनाने के एक कदम करीब आ सकें। हमारा दृढ़ विश्‍वास है कि शिक्षासमाज को आकार देने के लिए महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है, और इस सहक्रियता से हम बच्‍चों को उनकी आकांक्षा पूरी करने में मदद करने के लिए प्रभावित करने एवं उन्‍हें सशक्‍त बनाने की पूरी उम्‍मीद है। हमारी’एज्‍युकेशन फॉर ऑल’ पहल के माध्‍यम से, हम शिक्षा में मौजूदा अंतर को भरने , डिजिटल विभाजन को खत्‍म करने और टेक्‍नोलॉजी से संचालित लर्निंग की मदद से व्‍यापक प्रभाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

लाडली फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसे 2010 में देशभर में लड़कियों की जिंदगी बदलने के विजन के साथ लॉन्‍च किया गया था। इसका संचालन 17 कर्मचारियों, 2300 वालंटियर्स और 1000 से अधिक डायनैमिक इंटर्न्‍स के सहयोग से किया जाता है। इन इंटर्न्‍स को विभिन्‍न यूनिवर्सिटी से उनकी छुट्टियों के दौरान लिया जाता है। यूनिसेफ की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि कोविड-19 महामारी ने न सिर्फ गरीबी बढ़ाई है बल्कि इसने 247 मिलियन बच्‍चों को स्‍कूल से बाहर कर दिया है। इसका परिणाम यह हुआ कि स्‍कूल में सुरक्षित जगह नहीं मिली और बालश्रम में वृद्धि हुई और 100 मिलियन लड़कियां बाल विवाह के जोखिम में आ गईं। बायजूस और लाडली फाउंडेशन साथ मिलकर इस शैक्षणिक संकट के खिलाफ देशव्‍यापी लड़ाई में मदद के लिए महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

इस साझेदारी पर लाडली फाउंडेशन के फाउंडर देवेन्‍द्र कुमार ने कहा, “शिक्षा के मामले में भारत कई बाधाओं से मुकाबला कर रहा है। ग्रामीण भारत में बच्‍चों की एक बड़ी आबादी के पास आधुनिक युग की मूलभूत डिजिटल सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन अच्‍छी बात यह है कि कई बच्‍चों के पास कम से कम स्‍मार्टफोन तो है। उन्‍हें स्‍मार्ट डिवाइसेस के जरिये अच्‍छे कंटेन्‍ट से सशक्‍त करना एक बेहतर कल के निर्माण में एक बड़ा कदम है। हम ‘एज्‍युकेशन फॉर ऑल’ पहल के लिये बायजूस के शुक्रगुजार हैं, जिसने बच्चियों के उत्‍थान के हमारे मिशन को आगे बढ़ाने में सहायता की है।”

पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित स्टडी टूर में जामिया के छात्रों का चयन

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नयी दिल्ली। पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन विभाग के दो छात्र, अर्थात् मो. वासिल असरार (पर्यटन एवं आतिथ्य में पीएचडी) और देवेश ठाकुर (बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट) को कोहिमा, नागालैंड के स्टडी टूर में भाग लेने के लिए पूरे भारत के 50 छात्रों में से चुना गया है। यह चयन सह-पाठयक्रम गतिविधियों एवं कार्यक्रमों में की गई भागीदारी के आधार पर पर्यटन मंत्रालय और इंडियन यूनिवर्सिटीज एसोसिएशन द्वारा निर्धारित मानदंडों पर आधारित था। यह आयोजन 27 – 29 नवंबर 2021 को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट और नागालैंड के हॉर्नबिल महोत्सव 2021 के द्वारा आयोजित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम की मेजबानी पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और नागालैंड सरकार द्वारा की जा रही है। इस कार्यक्रम में 8 राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ जानी-मानी हस्तियां और एडीजी, पर्यटन शामिल होंगे। इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम और मुख्यमंत्री आवास पर नागालैंड सरकार द्वारा रात्रिभोज, किसामा हेरिटेज विलेज और किसामा युद्ध संग्रहालय और मोरंग्स जैसे विभिन्न कार्यक्रम शामिल होंगे। इसके अलावा, पर्यटन पर एक बी2बी बैठक और पैनल चर्चा भी होगी।

पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन विभाग की अध्यक्ष सारा हुसैन कहती हैं, ”विभाग के छात्र पर्यटन उद्योग में सकारात्मक योगदान देने के लिए काफी उत्सुक हैं। शिक्षण और अधिगम का हमारा आदर्श वाक्य ‘करके सीखना’ है। यह बहुत गर्व की बात है कि हमारे छात्र इस स्टडी टूर से लाभ पाने वाले देश भर के 50 छात्रों में शामिल हैं।”

सेंट्रल विस्टा परियोजना को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

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नयी दिल्ली। मोदी सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिल गई है। प्लॉट के लैंड यूज़ में बदलाव को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया जहां लुटियंस दिल्ली में उपराष्ट्रपति का नया आधिकारिक आवास बनेगा। न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा कि संबंधित अधिकारियों द्वारा पर्याप्त स्पष्टीकरण दिये गये हैं जो भूखंड के भूमि उपयोग में परिवर्तन को सही ठहराते हैं। कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए यह भी कह दिया कि यहां कोई प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं बनाई जा रही। इस जमीन का इस्तेमाल हमेशा सरकारी कामों के लिए ही किया जाता रहा है। दरअसल, याचिका में कहा गया था कि जहां उपराष्ट्रपति का आवास बनाया जा रहा है वहां इससे चिल्ड्रन पार्क और हरियाली खत्म हो जाएगी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह कहा कि अगर उपराष्ट्रपति का आवास वहां बनाया जाएगा तो उसमें हरियाली होनी तय है। पीठ ने कहा, “हमें इस मामले की और जांच करने का कोई कारण नहीं मिला और इसलिए इस याचिका को खारिज करके पूरे विवाद को खत्म कर रहे हैं।” 2019 में घोषित सेंट्रल विस्टा पुनरुद्धार परियोजना में 900 से 1,200 सांसदों के बैठने की क्षमता वाले एक नए त्रिकोणीय संसद भवन की परिकल्पना की गई है, जिसका निर्माण अगस्त, 2022 तक किया जाना है, जब देश अपना 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर की दूरी तक फैली परियोजना के तहत 2024 तक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण किया जाना है। शीर्ष अदालत भूखंड संख्या एक के भूमि उपयोग को मनोरंजन क्षेत्र से आवासीय क्षेत्र में बदलने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के शिक्षकों को दी आठ गारंटी

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नई दिल्ली। पंजाब में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी दिल्ली की तरह यहां भी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाएगी। आज ‘आप’ संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के शिक्षकों को 8 गारंटी देते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद सभी आउटसोर्सिंग और ठेके पर काम करने वाले शिक्षकों को पक्का किया जाएगा। दिल्ली की तरह पंजाब में भी एक पारदर्शी ट्रांसफर पॉलिसी लागू करेंगे और शिक्षकों से नॉन टीचिंग का काम वापस लिया जाएगा। साथ ही, रिक्त पदों को भरेंगे, शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजेंगे, प्रमोशन पॉलिसी लाएंगे और शिक्षकों व उनके परिवार को कैशलेस मेडिकल की सुविधा देंगे। ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 70 साल में भाजपा और कांग्रेस की कई राज्यों में सरकार बनी, लेकिन उनसे सरकारी स्कूल ठीक नहीं हुए। दिल्ली की जनता ने हमें एक मौका दिया और हमने सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर दिया। हमने पंजाब के पुननिर्माण का वीणा उठाया है। इस मुहिम में शामिल होने के लिए सभी शिक्षकों का आह्वान करते हुए अपील करता हूं कि आपने कांग्रेस और अकाली दल को मौका देकर देखा, अब एक मौका आम आदमी पार्टी को भी देकर देकर देखिए।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने दो दिवसीय पंजाब दौरे के आखरी दिन मंगलवार को अमृतसर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिक्षकों के संबंध में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले एक-डेढ़ महीने से मेरे पास पंजाब के अलग-अलग इलाकों से शिक्षक मिलने के लिए आ रहे हैं। कच्चे और पक्के हर किस्म के शिक्षक मिलने आ रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि पंजाब में खासकर सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल है। पंजाब के 24 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। इन 24 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में है। पढ़ाई के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। उन्होंने बताया कि बहुत सारे सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी शिक्षक नहीं है। सातवीं-सातवीं कक्षा के स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं हैं। कई स्कूल ऐसे हैं, जिनमें सातों कक्षा के लिए एक ही शिक्षक है। शिक्षकों ने बताया कि सरकार ने उसके उपर पुताई करा दी और स्मार्ट स्कूल लिखवा दिया। उन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बना दिया।

हल्दीराम ने पेश किया प्लांट वाला क़ीमा

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मुंबई। जीएफआई इंडिया के सहयोग से स्थापित हल्दीराम और बीव्हेज फूड्स भारतीय उपभोक्ताओं के लिए फूड प्लेट के केंद्र में प्लांट प्रोटीन डाल रहे हैं। नमकीन, मिठाइयाँ, पश्चिमी स्नॅक्स और खाने के लिए तैयार खाने की रेंज अब उद्यम कर रही हैं। प्लांट प्रोटीन सेगमेंट में कंपनी के साथ-साथ के लिए एक नया मील का पत्थर चिह्नित करना संयंत्र प्रोटीन पारिस्थितिकी तंत्र। प्रिय फूड ब्रांड हल्दीराम एंड प्लांट द्वारा लॉन्च- आधारित मांस कंपनी बीवीजी फूड्स, विशेषज्ञ गैर-लाभकारी गुड फूड इंस्टीट्यूट (जीएफआई) द्वारा समर्थित भारत, तेजी से बढ़ते पौधे-आधारित खाद्य श्रेणी में बड़े पैमाने पर बाजार की गति को रेखांकित करता है।

कीमा पाव और कीमा समोसा को हल्दीराम के शीतकालीन विशेष मेनू के हिस्से के रूप में लॉन्च किया जाएगा |उत्तर भारत में फैले सभी 80 रेस्तरां में 2021 पेशकश की । अच्छाई के साथ बनाया गया वनस्पति प्रोटीन और ताजी सब्जियों के कीमा पाव और कीमा समोसा क्लासिक पर एक रीटेक है , भारतीय पसंदीदा – स्वादिष्ट स्वादों को सूँघने वाले होंठ लेकिन बिना अपराधबोध के बीव्हेज का लक्ष्य है।

इस रोमांचक से परे आने वाले महीनों में अतिरिक्त चैनलों के माध्यम से अपने उत्पादों को लॉन्च करें और उपभोक्ता विभिन्न उत्पाद निर्माणों को और भी अधिक देखने की उम्मीद कर सकते हैं और निकट भविष्य में साझेदारी। यह लॉन्च अभी तक तेजी से में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. भारत में बढ़ते पौधे-आधारित खाद्य उद्योग और बीवीईजी फूड्स के लिए कैप में एक और सुविधा स्टोर श्रृंखला 24 सेवन के साथ उनकी हालिया सफलता लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, बीव्हेज फूड्स के संस्थापक, आकांक्षा और प्रतीक घई ने कहा, “हल्दीराम हमेशा से ही हर उम्र के लोगों के लिए खानपान की लंबी विरासत के साथ एक परिवार का पसंदीदा रहा है कई चेहरों पर मुस्कान के साथ थाली। हमारे उत्पाद विकास और नवाचार टीमों के पास है | हाथ मिलाया और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया कि उत्पाद उपभोक्ताओं के सर्वकालिक प्रतिध्वनित हों|हल्दीराम के पसंदीदा और हम लोगों की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए उत्सुक हैं।

विशेषज्ञ गैर-लाभकारी संस्था द गुड फ़ूड इंस्टीट्यूट इंडिया द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि उद्योग में ‘स्मार्ट प्रोटीन’ तेजी से बढ़ रहा है, 2020 में वैश्विक स्तर पर 3 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया गया और 2021 भारतीय कंपनियों के लिए एक ब्रेकआउट पल साबित हुआ। अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, जीएफआई इंडिया के प्रबंध

मारुति सुजु़की और टोयोटा त्सुशो ग्रुप की वैहिकल स्क्रैपिंग एवं रीसाईक्लिंग यूनिट के भारत में संचालन का आरंभ

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नोएडा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी ने आज सरकार द्वारा स्वीकृत ईएलवी स्क्रैपिंग एवं रिसाईक्लिंग यूनिट, मारुति सुज़ुकी तोयोत्सु इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (एमएसटीआई) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महामहिम, श्री सतोषी सुज़ुकी, एम्बेसडर एक्सट्राऑर्डिनरी एवं प्लेनिपोटेंशियरी, जापान दूतावास, भारत मौजूद थे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy) की ओर कदम बढ़ाते हुए एंड-ऑफ-लाईफ वाहनों (ईएलवी) के नियोजित, पारदर्शी एवं पर्यावरण के लिए मित्रवत विखंडन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, मारुति सुज़ुकी और टोयोटा त्सुशो ग्रुप ने एमएसटीआई की स्थापना के लिए हाथ मिलाए हैं।

10,993 Sq. Mtr. की यह सुविधा प्रतिवर्ष 24,000 से ज्यादा ईएलवी स्क्रैप कर रिसाईकल कर सकती है। 44 करोड़ के निवेश के साथ निर्मित इस सुविधा में आधुनिक व टेक्नॉलॉजी की दृष्टि से उन्नत मशीनों द्वारा वैज्ञानिक तरीके से ईएलवी को विखंडित और स्क्रैप किया जा सकता है। आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य के अनुरूप, इस सुविधा में इस्तेमाल होने वाले सभी उपकरणों को भारत में बनाया गया है। एमएसटीआई में विश्व प्रमाणित क्वालिटी एवं पर्यावरण के मानकों का पालन किया जाता है। इनमें संपूर्ण सॉलिड व लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट शामिल है, जिसमें ईएलवी से लिक्विड व गैसों का शून्य उत्सर्जन सुनिश्चित होता है।

इस सुविधा का उद्घाटन करते हुए, श्री नितिन गडकरी, माननीय केंद्र सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री ने कहा, ‘‘अनफिट और प्रदूषण करने वाले वाहनों को चरणबद्ध रूप से भारतीय सड़कों से हटाने का परिवेश विकसित करने के लिए सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने दूरदर्शितापूर्ण National Automobile Scrappage Policy प्रस्तुत की है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमें अत्याधुनिक स्क्रैपिंग और रिसाईक्लिंग यूनिटों की जरूरत है। मैं मारुति सुज़ुकी और टोयोटा त्सुशो ग्रुप को वैश्विक मानकों के अनुरूप यह आधुनिक सुविधा स्थापित करने की बधाई देता हूँ। मैं मारुति एवं अन्य अंशधारकों से पूरे देश में इसी तरह की स्क्रैपिंग एवं रिसाईक्लिंग यूनिटों के एक परिवेश का निर्माण करने का आग्रह करता हूँ। इससे उनकी कारों के लिए भारतीय सड़कें सुरक्षित बनेंगी, हवा स्वच्छ होगी और कच्चा माल सस्ता मिल सकेगा।’’

उद्घाटन के अवसर पर, श्री केनिची आयुकावा, चेयरमैन, एमएसटीआई एवं मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘माननीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी देश में स्वच्छ, हरे-भरे व सुरक्षित मोबिलिटी के परिवेश के अग्रदूत हैं। आज इस नई सुविधा के उद्घाटन के लिए हम उनके आभारी हैं। मारुति सुज़ुकी में हम संधानों के प्रभावशाली उपयोग व संरक्षण द्वारा मूल्य का निर्माण करने में यकीन करते हैं। हमारी व्यवसायिक प्रक्रियाएं और उत्पाद कम, अल्प, हल्के, स्वच्छ व छोटे (fewer, smaller, lighter, neater, and shorter) के सिद्धांतों पर आधारित हैं।’’

श्री आयुकावा ने कहा, ‘‘अभी तक कार की उपयोगिता समाप्त हो जाने के बाद उसके निस्तारण के लिए कोई भी वैज्ञानिक और स्वच्छ तरीका मौजूद नहीं था। इस कमी को पूरा करने के लिए एमएसटीआई वैश्विक प्रक्रिया पद्धति का इस्तेमाल करता है। यह केवल एक शुरुआत है। हमारे साझेदारों के साथ हम भारत में इस तरह के और ज्यादा आधुनिक ईएलवी स्क्रैप एवं रिसाईकल सेंटर खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’