दिल्ली में राजस्थान की ओडीओपी डिस्प्ले विंडो का उद्घाटन

ए एन शिब्ली
नयी दिल्ली। भारत सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोजेक्ट (ओडीओपी) पहल का हर कोई स्वागत करता है। इसी सिलसिले में ओडीओपी डिस्प्ले विंडो का उद्घाटन राजसिको और आरईपीसी के अध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा द्वारा सोमवार, 21 अगस्त 2023 को राजस्थली एम्पोरियम, नई दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर वीनू गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव , उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, राजस्थान सरकार, शुभ्रा सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव और मुख्य आवासीय आयुक्त, राजस्थान सरकार, धीरज श्रीवास्तव, आयुक्त राजस्थान फाउंडेशन, राजस्थान सरकार, डॉ. मनीषा अरोड़ा, प्रबंध निदेशक, राजस्थान लघु उद्योग निगम, राजस्थान सरकार और अन्य विशिष्ट अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस अवसर पर राजीव अरोड़ा ने कहा, ‘ओडीओपी अपनी डिस्प्ले विंडो के माध्यम से राजस्थान के कारीगरों, शिल्पकारों और किसानों के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की क्षमता रखता है। राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा परिकल्पित इस पहल ने पहले ही परिणाम देना शुरू कर दिया है क्योंकि राज्य की एमएसएमई नीति के तहत औद्योगिक इकाइयां फल-फूल रही हैं। इसके अलावा, ओडीओपी मिशन निर्यातक बनो योजना के माध्यम से निर्यात के अवसरों को काफी बढ़ावा देगा। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि राजस्थान का निर्यात अब दोगुना हो गया है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
राजस्थान सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में ओडीओपी डिस्प्ले विंडो का उद्घाटन एक मील का पत्थर साबित होगा, जिसके परिणामस्वरूप कारीगरों, शिल्पकारों और किसानों की आय में वृद्धि होगी। राजस्थली एम्पोरियम में अत्याधुनिक ओडीओपी डिस्प्ले विंडो समकालीन सौंदर्यशास्त्र के साथ परंपरा का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है।
यह अनोखा शोकेस राजस्थान की बेहतरीन पेशकशों के क्यूरेटेड चयन का अनावरण करेगा, जिसमें शामिल हैं: ब्लू पॉटरी रत्न और आभूषण: लालित्य और समृद्धि राजस्थान के आभूषणों और जीवंत नीले मिट्टी के बर्तनों के जटिल डिजाइनों में मिलती है। जोधपुर की लकड़ी और लोहे की हस्तशिल्प: जोधपुर के कारीगरों की उत्कृष्ट रचनाएँ, जो लकड़ी और गढ़ा लोहे से बड़ी मेहनत से बनाई गई हैं, उनके कौशल और रचनात्मकता के प्रमाण के रूप में खड़ी हैं। कोटा का कोटा डोरिया: हल्के और जटिल बुनाई के लिए प्रसिद्ध नाजुक और विशिष्ट कोटा डोरिया वस्त्र, राजस्थान की कलात्मक विरासत के वास्तविक सार को दर्शाते हैं। नागौर के संगमरमर उत्पाद: प्राचीन संगमरमर को लुभावनी कला में बदलते हुए, कुशल हाथ और कारीगर स्थायी सुंदरता को आकार देते हैं।

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