Friday, January 10, 2025
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एकता के जन्मदिन पर लॉन्च की गई एथनिक वियर की नई रेंज

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मुंबई। टीवी की ज़रीना एकता आर. कपूर और एंटरटेनमेन्ट कॉमर्स प्लेटफॉर्म रोपोसो ने अपने सह-निर्मित ब्राण्ड ‘एक’ के बैनर तले अपैरल की नई रेंज का लॉन्च किया है। एकता के जन्मदिन के मौके पर लॉन्च की गई ‘एक’ की यह नई रेंज महिलाओं को आधुनिक एवं फैशनेबल एथनिक वियर का अनूठा अनुभव प्रदान करेगी।
नवम्बर 2021 में ‘एक’ के सफल लॉन्च के बाद यह नया लॉन्च किया गया है। उपभोक्ता ‘एक’ के मौजूदा प्रोडक्ट्स-होम डेकोर, फर्नीशिंग एवं वैलनैस एक्सेसरीज़ – को खूब पसंद कर रहे हैं। इसी सफलता से प्रेरित होकर एकता और रोपोसो ने अपने ब्राण्ड ‘एक’ का विस्तार कर उपभोक्ताओं के लिए अपैरल लाने का फैसला लिया है।
‘एक’ 100 फीसदी कॉटन से बने तीन कलेक्शन- चारबाघ, सियाही और कियारी लेकर आया है जिसमें कुर्ता, बॉटम और दुपट्टों की बेहतरीन रेंज शामिल है। ‘एक’ के नैतिक मूल्यों से जुड़े ये प्रोडक्ट अपने उपभोक्ताओं को भावनात्मक वैलनैस और सकारात्मक ऊर्जा का अनूठा अहसास देंगे। ‘एक’ के अन्य प्रोडक्ट्स की तरह अपैरल को भी स्थानीय भारतीय कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है, ये अपैरल भारतीय कारीगरी एवं आधुनिक डिज़ाइनों का बेहतरीन संयोजन हैं। चारबाघ कलेक्शन में खूबसूरत फूलों और प्रकृति की थीम पर आधारित प्रिन्ट हैं जो शांति का प्रतीक हैं। वहीं सियाही प्रिन्ट का इंडिगो कलेक्शन खुशी का प्रतीक है। कियारी कलेक्शन में कच्चे आम की थीम पर पर आधारित प्रिन्ट हैं जो रिलेक्सिंग अनुभव प्रदान करते हैं।
‘एक’ के अपैरल की यह रेंज रोपोसो और लॉक स्क्रीन प्लेटफॉर्म ग्लांस पर उपलब्ध है, जिसके कुल यूज़र्स की संख्या तकरीबन 200 मिलियन है। ‘एक’के प्रोडक्ट्स www.worldofek.com के साथ-साथ अन्य ई-कॉमर्स आउटलेट्स पर भी उपलब्ध हैं।
नए लॉन्च के बारे में बात करते हुए एकता आर. कपूर ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि ब्राण्ड ‘एक’ तेज़ी से विकसित हो रहा हैं। मैंने रोपोसो के साथ मिलकर इस ब्राण्ड का लॉन्च किया और अब हम इस प्लेटफॉर्म पर अपैरल की नई रेंज ला रहे हैं। ‘एक’ को अब तक मिली सफलता से मैं बेहद खुश हूं। ‘एक’ के कुछ प्रोडक्ट्स जैसे कॉपर बोतल- लॉन्च के पहले ही महीने में आउट ऑफ स्टॉक हो गए। ‘एक’ ज्वैलरी कलेक्शन में से एविल आई नैकलैस को उपभोक्ताओं ने ज़बरदस्त पसंद किया। मेरे दोस्त और टीवी स्टार करण कुन्द्रा द्वारा इसे तेजस्वी प्रकाश को उपहार में देने के बाद तो इसकी लोकप्रियता खूब बढ़ गई। मुझे उम्मीद है कि उपभोक्ता हमारे अपैरल को भी इतना ही प्यार देंगे।’

पीआईडी क्या होता है और यह कैसे महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित करता है

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डॉ चंचल शर्मा

महिलाओं में होने वाली एक ऐसी बीमारी है। जिसका अगर समय पर डायग्नोसिस नही कराया और फिर समय से उपचार भी नही कराया तो यह आपकी प्रेगनेंसी को प्रभावित करती है। पीआईडी का पूरा नाम पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज है।

क्या होती है पीआइडी ?
यह बीमारी महिला के प्रजनन अंगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। क्योंकि इसके उत्पन्न होने की वजह बैक्टीरिया होता है। यह बैक्टीरिया संबंध बनाने के दौरान पुरुषों के द्वारा महिलाओं में प्रवेश कर जाता है। इस बीमारी को गर्भाशय संक्रमण के नाम से भी जानते हैं। यदि इसकी सही समय पर पहचान न हो सकी तो यह महिलाओं के जीवन के लिए खतरा भी बन सकता है।
पीआइडी से संक्रमित महिला में किस प्रकार के लक्षण होते है। जो इस बात कि पुष्टि करते है। कि महिला पीआईडी संक्रमण से प्रभावित है –
पीआइडी के कुछ खास लक्षण है। जिसके आधार पर पीआईडी की पहचान की जा सकती है। जैसे महिला की योनि में जलन होना, योनि में संक्रमण यह एक सामान्य संकेत है। जो पीआईडी वाली महिलाओं में डॉक्टरों को अक्सर देखने को मिलते है। लगातार वजाइनल डिस्चार्ज के कारण भी महिलाओं की योनि में खुजली की समस्या हो जाती है। वह भी पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज का लक्षण है। महिलाओं के पेट के निचले भाग में तेजी के साथ दर्द होता है। यह दर्द कुछ देर के लिए भी हो सकता है। और कभी-कभी लगातार भी बना रह सकता है। यह ऐसा इसलिए होता है कि हर महिला के शरीर की प्रकति भिन्न-भिन्न होती है। पेल्विक एरिया में सूजन व ज्यादा ब्लीडिंग भी पीआईडी का लक्षण है। अनियमित पीरियड्स भी पीआईडी के लक्षण हो सकते हैं। हल्का बुखार भी कई बार पीआईडी का लक्षण बन सकता है। सेक्सुअल इंटर कोर्स के बाद ब्लीडिंग भी पीआईडी का कारण बनता है। यदि किसी महिला के साथ इस तरह की समस्या है। तो आपको जल्द ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
क्या आयुर्वेद से पीआईडी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है?
जी हाँ, बिल्कुल आयुर्वेद से आप पीआईडी जैसे गंभीर यौन संक्रमण जैसी समस्या से छुटकारा पा सकती है। और खुद की इस बीमारी से दूर कर सकती हैं।
आयुर्वेद योनि संक्रमण के लिए बहुत ही विशेष चिकित्सा का प्रावधान है। जिसे यौनि धूपम कहते है। यह इस विशिष्ठ चिकित्सा पद्धति है। जिसका प्रयोग केवल पेल्विक अंगों के संक्रमण को दूर करने के लिए किया जाता है। यह चिकित्सा पद्धति महिलाओं की योनि में पनप रहें बैक्टीरियां को आयुर्वेदिक औषधियों की धुनी के माध्यम से जड़ से खत्म कर दिया जाता है। इस चिकित्सा पद्धति का लाभ तत्काल प्रभाव से लागू होता है। और प्रभावित महिला का इसका बहुत ही अच्छा लाभ प्राप्त होता है। परंतु इस चिकित्सा पद्धति का प्रयोग बिना डॉक्टरी सलाह के नही करना चाहिए और किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में ही करवाना चाहिए।
महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी यह खास जानकारी आशा आयुर्वेदा की इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ चंचल शर्मा से प्रेसवार्ता के दौरान प्राप्त हुई है।

एक खास मैसेज देने के लिए बनी है फिल्म ‘जनहित में जारी’

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नयी दिल्ली। हम सब जानते हैं कि भारत में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो कंडोम इस्तेमाल तो करते हैं मगर उन्हें इसे खरीदने में शर्म आती है। इसका नाम लेने से भी घबराते हैं लोग। इसी इशू पर एक फिल्म बनी है जनहित में जारी। हाल ही में नुसरत भरुचा और अनुद सिंह अपनी 10 जून को रिलीज होने जा रही फिल्म ‘जनहित में जारी’ के प्रमोशन के सिलसिले में दिल्ली आए थे। नेहरू प्लेस के आईनॉक्स में आयोजित प्रमोशनल कार्यक्रम में पंजाबी सिंगर रफ्तार, फिल्म के प्रोड्यूसर विनोद भानूशाली , लेखक राज शांडालिया और डायरेक्टर जय बसंतू सिंह भी मौजूद थे।
फिल्म ‘जनहित में जारी’ एक युवती की कहानी है, जो एक योद्धा है और भारत के मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर में कंडोम बेचने का चुनौतीपूर्ण काम करती है। फिल्म सामाजिक वर्जनाओं के बीच उनके सामने आने वाली कठिनाइयों को सामने लाती है, जिसके जरिये यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि वह अपने परिवार और पूरे शहर के प्रतिरोध को कैसे संभालती है।
निदेशक जय ने सेक्स वर्कर्स के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के नए कानून के बारे में बताया, ‘मुझे यकीन है कि देह—व्यापार को कानूनी घोषित करने का सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय देश के नागरिकों के लिए फायदेमंद है।’ आशा है यह फिल्म लोगों को पसंद आएगी और समाज को एक मैसेज जाएगा।

खुदा हाफिज चैप्टर II अग्नि परीक्षा 8 जुलाई 2022 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी

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मुंबई। खुदा हाफिज की ओटीटी पर शानदार सफलता के बाद, पैनोरामा स्टूडियो प्रशंसकों कि ख़ुशी के लिए फिल्म के दूसरे अध्याय को सिनेमाघरों में रिलीज कर रहे है। खुदा हाफिज चैप्टर II अग्नि परीक्षा के निर्माताओं ने इसकी रिलीज की तारीख का खुलासा किया है। विद्युत जामवाल और शिवालिका ओबेरॉय-स्टारर 8 जुलाई 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। एक्शन ड्रामा विद्युत और शिवालिका के मुख्य किरदार समीर और नरगिस की प्रेम कहानी को पर्दे पर दिखाया गया हैं। जिसमे कैसे दोनो को परिस्थितियों और समाज द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

विद्युत कहते हैं, “मैं दर्शकों और प्रशंसकों का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मेरे द्वारा निभाए गए हर किरदार को प्यार दिया है। समीर को बहुत सारा प्यार देने के लिए में उनका जितना धन्यवाद करू उतना कम हैं। 8 जुलाई को, मैं आपको समीर के रूप में सिनेमाघरों में देखूंगा, जो प्यार का प्रतीक है। मेरे लिए सिनेमाघरों में दर्शकों का मनोरंजन करने की खुशी से बढ़कर कुछ नहीं है।”

शिवालिका ओबेरॉय कहती हैं, “खुदा हाफिज के साथ, हम (विद्युत और मैं) दर्शकों से उनकी डिजिटल स्क्रीन पर समीर और नरगिस के रूप में मिले थे, और अब हम उनके दूसरे अध्याय के साथ फिर से मिलने वाले हैं और इस बार 8 जुलाई को सिनेमाघरों में। अगर आपने कभी सोचा होगा कि हैप्पी एंडिंग के बाद क्या होता है, तो यह फिल्म निश्चित रूप से आपके लिए है।”

फिल्म निर्माता, फारूक कबीर कहते हैं, “खुदा हाफिज चैप्टर II अग्नि परीक्षा में प्यार की सुंदरता और जिसे आप प्यार करते हैं, उस के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने की भावना को दर्शाता है। पूरी टीम इसकी रिलीज की तारीख की घोषणा करते हुए खुश है। पहली किस्त देखने के बाद खुदा हाफिज, विद्युत के प्रशंसक और फिल्म के दर्शक चाहते थे कि यह सिनेमाघरों में रिलीज हो। हम 8 जुलाई को सिनेमाघरों में दूसरे अध्याय के साथ उनसे मिलने के वादे को पूरा कर रहे हैं।”

पैनोरामा स्टूडियोज के संस्थापक और एमडी, कुमार मंगत पाठक कहते हैं, “खुदा हाफिज को मिले अपार प्यार और इसकी सफलता से प्रोत्साहित होने के बाद, पैनोरामा स्टूडियोज ने एक साल के अंदर दूसरी किस्त को बनाने की घोषणा की थी। हम 8 जुलाई को विद्युत जामवाल और शिवालिका ओबेरॉय के साथ फिल्म के अगले भाग को बड़े पर्दे पर लाने की खुशी है और ओटीटी रिलीज़ के बाद फिल्म को एक बड़े कैनवास पर प्रदर्शित करने के लिए तैयार है।”

मुकेश खन्ना की अगुआई में जय हिंद अभियान सम्पन्न

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नयी दिल्ली। पिछले लगातार 6 वर्षों से केंद्र सरकार,राज्य सरकारों तक अपनी मांगें संग्राम फाउंडेशन के तहत चल रहा जय हिंद अभियान रखता आ रहा है लेकिन किसी ने मांगों पर कोई जवाब नही दिया।अतः सरकार का ध्यान दिलाने के लिए 5 जून को जंतर मंतर पर स्वतंत्रता सेनानियों सम्बन्धी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया जिसमें पूरे देश से अभियान के सहयोगियों ने हिस्सा लिया। इस मोर्चे में मुकेश खन्ना,राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल सिंह,राष्ट्रीय सचिव दीपक त्रिपाठी के अलावा स्वतंत्रता सेनानियों के कई परिजनों ने भी हिस्सा लिया।
मोर्चे के दौरान मुकेश खन्ना ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के लिए उठ रही जायज मांग को नजरअंदाज कर रही है।क्यों नही भगतसिंह, चंद्रशेखर आज़ाद जैसे नामो को भारतरत्न नही दिया जाता?क्यों नही इनके नामो से सरकारी योजनाएं चलाई जाती?
गोपाल सिंह ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 6 वर्षों के निरन्तर प्रयासों के बावजूद सरकार का ध्यान न देना उनका स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति उदासीन रवैया दर्शाता है।दीपक त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता में कहा कि यदि अभियान की मांगें नही मानी जातीं तो हम अपना प्रदर्शन आगे भी करेंगे और जब तक सरकार जवाब नही देती तब तक हम अपने लोकतांत्रिक प्रयासों को जारी रखेंगे।उन्होंने बताया कि क्या भारतरत्न,राष्ट्रीय राजमार्गों के नामकरण, पाठ्यक्रम में विस्तृत उल्लेख इत्यादि मांगें स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जायज नही हैं और अगर जायज नही है तो सरकार खुलकर कहे।अगर हमारी मांगें जायज है तो तत्काल इसपर कार्यवाई हो।मुम्बई से जय हिंद अभियान के सैकड़ों सहयोगी पूरे दिन अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिये जंतर मंतर पर डटे रहे।

फिजिक्स वाला छात्रों को वितरित करेगा 50 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप

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नई दिल्ली। भारत के सबसे किफायती एड-टेक प्लेटफॉर्म पीडब्लू (फिजिक्सवाला) ने अपनी दूसरी वर्षगांठ पर 50 करोड़ की छात्रवृत्ति देने का ऐलान किया है। यह स्कॉलरशिप पीडब्लू ऐप में नामांकन करने वाले मौजूदा और नए छात्रों को प्रदान की जाएगी। पीडब्लू का उद्देश्य छात्रों को सस्ती और सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करना है ताकि माता-पिता को शिक्षा का अतिरिक्त बोझ न उठाना पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए पीडब्लू यह 50 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान करेगा।
पीडब्लू (फिजिक्सवाला) के संस्थापक और सीईओ अलख पांडे ने कहा, “हमारा उद्देश्य पूरे भारत में छात्रों के लिए सस्ती और बेहतर शिक्षा मुहैया कराना है। पीडब्लू ऐप पर छात्रवृत्ति प्रदान करके हम आश्वस्त कर रहे हैं कि माता-पिता अपने बच्चों को बिना अतिरिक्त लागत के आसानी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। यह तो बस एक शुरुआत है, आने वाले भविष्य में इस तरह के और भी स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स की घोषणा की जाएगी।”
पीडब्लू स्कॉलरशिप ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों से आने वाले युवाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी। जिनके पास उच्च गुणवत्ता वाली प्रशिक्षण की कमी है। इस छात्रवृत्ति के माध्यम से, पीडब्लू ऐप का उद्देश्य छात्रों को जेईई और एनईईटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के आकलन के साथ-साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का आत्मविश्वास के साथ सामना करने में मदद करना है।

अलख पांडे ने कहा, ” दूसरी वर्षगांठ पर, पीडब्लू ने 1000 रुपये का वॉलेट क्रेडिट दिया है। जो इस वर्ष के सत्र के पाठ्यक्रमों में छात्रवृत्ति के रूप में लागू होगा। इस अभियान में छात्रों को आगे बढ़कर अपने दोस्तों को छात्रवृत्ति लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि वे भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के साथ अध्ययन करने का अवसर न चूकें।“

धमाका के लिए तैयार है कमल हासन की ‘विक्रम हिटलिस्ट’

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नयी दिल्ली। सुपरस्टार कमल हासन आगामी एक्शन थ्रिलर ‘विक्रम हिटलिस्ट’ के प्रचार में जी—जान से जुटे हैं। प्रचार के सिलसिले में ही पिछले दिनों ‘विक्रम हिटलिस्ट’ के निर्माताओं ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का दौरा किया और पीवीआर सिनेमा में प्रशंसकों और मीडिया के साथ बातचीत की, जिसे ‘विक्रम पीवीआर हिटलिस्ट’ के रूप में भी रीब्रांड किया गया था। कमल हासन अभिनीत फिल्म ‘विक्रम हिटलिस्ट’ की चर्चा तभी से हो रही है जब इसके निर्माण की घोषणा ही गई थी, लेकिन जब फिल्म बन गई तो आज यह रिलीज से पहले से ही सभी की जुबां पर चढ़ गई है। ‘विक्रम हिटलिस्ट’ टीम अपनी फिल्म के प्रचार के क्रम में दिल्ली, कोचीन, मुंबई और देश के अन्य शहरों में घूम रही है।
जैसे-जैसे फिल्म की रिलीज की तारीख करीब आ रही है, वैसे-वैसे फिल्म को लेकर लोगों की जिज्ञासा और उत्साह का स्तर भी ऊंचा होता जा रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय फिल्मों में क्षेत्रीयता के अंतर के बारे में पूछने पर कमल हासन ने बताया, “मैं उत्तर या दक्षिण भारतीय इंसान नहीं, बल्कि एक भारतीय नागरिक हूं और हमारे लिए केवल यही सच मायने भी रखता है।’ फिल्म के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक्शन फिल्मों की शूटिंग के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।’ हाल ही में रिलीज हुई इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से यू/ए सर्टिफिकेट मिला है और यह 3 जून को दर्शकों को रोमांचित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

ऋद्धिमा कपूर साहनी की मौजूदगी में बच्‍चों के लिए आर्ट वर्कशॉप का आयोजन

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नोएडा : स्‍टार्ट इंडिया फाउंडेशन ने एशियन पेंट्स के सा‍थ मिलकर पोस्‍ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट फॉर चाइल्‍ड हेल्‍थ नोएडा में बच्‍चों के लिए स्‍टार्ट केयर वर्कशॉप का आयोजन किया। यह कार्यशाला अपनी तरह का एक अनूठा कला आयोजन थी और स्‍टार्ट इंडिया फाउंडेशन के कला मध्यवर्तन ‘स्‍टार्ट केयर’ का विस्‍तार थी। स्‍टार्ट केयर का लक्ष्‍य सरकार द्वारा संचालित संस्‍थानों में जरूरी राहत और आनंद पहुंचाना है। स्‍टार्ट केयर के फलस्‍वरूप जिस संस्‍थान का सबसे पहले कायाकल्‍प होगा, वह नोएडा का पोस्‍ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट फॉर चाइल्‍ड हेल्‍थ है। वर्कशॉप में ऋद्धिमा कपूर साहनी भी मौजूद थीं और उनके साथ मौजूद थीं वे मम्‍मी ब्‍लॉगर्स, जो कला के लिए रुझान में बच्‍चों को सपोर्ट कर रही थीं। पेपर आर्टिस्‍ट संजीव कुमार चौहान ने अस्‍पताल में ऐसी विधि से कागज के खिलौने बनाने में बच्‍चों की मदद की, जो कला को उनके लिए ज्‍यादा मजेदार और सुलभ बनाती हैं।
स्‍टार्ट केयर वर्कशॉप रचनात्‍मक रुचि और योग्‍यता को बढ़ावा देते हुए बच्‍चों को आराम और कला-निर्माण की प्रक्रिया का आनंद देती है। वर्कशॉप में ऐसी गतिविधियां हुईं, जिनमें सभी बच्‍चों की रचनात्‍मक अभिव्‍यक्ति सुनिश्चित करने के तरीके शामिल थे, चाहे बच्‍चे चाहे वार्ड में हों या बेड के पास। कह सकते हैं कि यह वर्कशॉप अस्‍पताल में होने के तनावपूर्ण और डराने वाले अनुभव को खासकर नन्‍हे मरीजों के लिये अनुकूल बनाने की एक कोशिश है। यानी, अस्‍पताल में बच्‍चों और उनकी देखभाल करने वालों के लिए मजेदार गतिविधियां आयोजित कर एशियन पेंट्स और स्‍टार्ट इंडिया फाउंडेशन बच्‍चों के अस्‍पताल में स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल के समग्र अनुभव पर सकारात्‍मक धारणा बना रहे हैं।
स्‍टार्ट इंडिया फाउंडेशन के सह-संस्‍थापक अर्जुन बहल ने कहा, ‘हमने ऐसी जगहों पर कला को लाकर उनमें बदलाव करने के उद्देश्‍य से स्‍टार्ट केयर प्रोजेक्‍ट शुरू किया है जिनकी आमतौर पर उपेक्षा की जाती है, जैसे कि बच्‍चों के अस्‍पताल, ओल्‍ड एज होम्‍स, ऑर्फन होम्‍स, आदि। हमारा मिशन सरकारों, एनजीओ और लाभ-निरपेक्ष संगठनों से फंडिंग पाने वाली जगहों में दृश्यात्मक विवरण, रंगों और जीवंतता से योगदान देना है। इस वर्कशॉप के जरिये हम अस्‍पताल में नन्‍हे मरीजों को अपनापन का एहसास देने के लिए जुड़ाव की एक गहन प्रक्रिया लाने और म्‍युरल बनाने की प्रक्रिया में उन्‍हें सहभागी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम आभारी हैं कि हमारे सपने में हमारा भागीदार एशियन पेंट्स इस तरह के महत्‍वपूर्ण प्रोजेक्‍ट्स में हमारा साथ दे रहा है। मैं द पोस्‍ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्‍ड हेल्‍थ, नोएडा के प्रबंधन और फैकल्‍टी मेम्‍बर्स को भी धन्‍यवाद देता हूं जिन्‍होंने पहले एडिशन में हमारे साथ काम किया और ऐसी जगहें बनाने के हमारे सपने को साकार किया जहां कला उनके लिए सुलभ हो, जिन्‍हें उसकी सबसे ज्‍यादा जरूरत है।’

शहीद मंगल पांडे, राजगुरू, अशफाक उल्ला खान के वंशज के साथ मुकेश खन्ना जंतरमंतर पर निकालेंगे मोर्चा

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नयी दिल्ली। 5 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर मुकेश खन्ना, गोपाल सिंह और दीपक त्रिपाठी स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार वालों के साथ मोर्चा करने वाले हैं। और यह मांग सामने रखने वाले हैं कि शहीदों के परिवार वालों के हित में कुछ किया जाए।
इस मोर्चा पे मुख्य उपस्थिति मुकेश खन्ना, रघुनाथ पांडे (शहीद मंगल पांडे के वंशज), सत्यशील राजगुरु (शहीद राजगुरु के पौत्र), आफाकुल्ला खान (शहीद अशफाक उल्ला खान के वंशज), डॉ भारती दत्त (असेम्बली कांड के मशहूर स्वतंत्रता सेनानी श्री बटुकेश्वर दत्त की पुत्री), गोपाल सिंह (राष्ट्रीय अध्यक्ष जय हिंद अभियान) और दीपक त्रिपाठी (राष्ट्रीय सह संचालक-जय हिंद अभियान) की होगी। यहां स्वतंत्रता सेनानियों के और भी वंशज आ सकते हैं।

आपको बता दें कि जय हिंद अभियान एक ऐसी मुहिम है जो स्वतंत्रता सेनानियों के हितार्थ संग्राम फाउंडेशन के तहत चलाया जा रहा है। इसके संचालक गोपाल सिंह, सह संचालक दीपक त्रिपाठी, मार्गदर्शक मुकेश खन्ना, प्रेरणास्रोत एकनाथ शिन्देजी हैं। यह अभियान देश के हित में अपनी मांगों के साथ आगे बढ़ रहा है। सभी स्वतंत्रता सेनानी हमेशा के लिए भारतीय इतिहास में अमर हो जाएं और हर दिन किसी न किसी रूप में हर हिंदुस्तानी उन्हें याद करता रहे। इसी कोशिश में यह अभियान चलाया जा रहा है।

शक्तिमान फेम मुकेश खन्ना का कहना है कि लगभग 5 साल पहले गोपाल सिंह और दीपक त्रिपाठी को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने की जिज्ञासा हुई। निरंतर अध्ययन के बाद इनको कई अविश्वसनीय बातें पता चलीं। इनके ज़ेहन में यह बात आई कि हमारे देश मे क्रांतिकारियों के नाम पर कुछ विशेष है नहीं। किसी राजमार्ग, किसी स्टेडियम, किसी राज्य, जिला में इनके नाम पर किसी पुरुस्कार का नाम क्यों नहीं है। स्वतंत्रता के बाद किसी भी सरकार ने इन्हें शहीद का दर्जा दिया नहीं, इसपर संशय बना हुआ है, क्यों नहीं किया गया ऐसा? क्रांतिकारियों की निशानियों को भी राष्ट्रीय धरोहर के रूप में नहीं सहेजा जा रहा है।

टी20 फिनाले की मेजबानी की तैयारी में जुटे आमिर खान

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मुंबई। आई पी एल के फाइनल्स में लॉन्च होने वाले लाल सिंह चड्ढा के ट्रेलर की घोषणा ने सभी को हैरान कर दिया है क्योंकि ऐसा करने से दर्शकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर क्रिकेट और सिनेमा दोनों को अनुभव करने का मौका मिलने वाला हैं।ट्रेलर जहां 29 मई को टी20 फिनाले के दूसरे टाइमआउट में पहली पारी के दौरान दिखाया जाएगा, वहीं आमिर खान इसके फिनाले को होस्ट करने की तैयारी में हैं। लाल सिंह चड्ढा के निर्माताओं द्वारा साझा किए गए लेटेस्ट वीडियो के अनुसार, आमिर खान भी टी 20 फाइनल्स की मेजबानी करते दिखाई देंगे, जहां वह वर्ल्ड फेमस क्रिकेटर्स के साथ कुछ डायलॉग्स बोलते नजर आने वाले हैं जिसमें हरभजन भी एक है, जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है। आमिर टीवी चैनल के क्रू मेंबर से टिप्स ले रहे हैं कि उन्हें हरभजन से किस तरह के सवाल पूछने चाहिए। जैसा कि वीडियो में देख सकते है कि इसके लिए आमिर अपने इंटरव्यूइंग स्किल्सको टेस्ट कर रहें है और जिसके चलते वो एर मजेदार सिचुएशन में फंस गए।

क्रिकेट और सिनेमा के इस तरह एक साथ आने के ज्रिक को ग्लोबल लेवल मार्केटिंग बाइबल्स में हमेशा हमेशा के लिए डॉक्यूमेंट किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के इतिहास में पहले कभी भी किसी अपकमिंग फिल्म का ट्रेलर भारतीय टेलीविजन पर अनावरण नहीं किया गया है। क्रिकेट और सिनेमा प्रेमियों के बीच उत्साह ने लाल सिंह चड्ढा को इंटरनेट पर सबसे चर्चित विषय बना दिया है। फिल्म के लीड स्टार के अलावा लोग फिल्म को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए अनोखे रणनीतियों और कदमों से भी प्रभावित हैं। टी20 फिनाले मैच के दौरान ट्रेलर का अनावरण इतिहास में अब तक कभी नहीं किया गया एक अनोखे तरह का प्रमोशन है और इसने केवल आमिर खान के ड्रीम प्रोजेक्ट की प्रत्याशा को जोड़ा है।