मुंबई। मक्कल सेलवन विजय सेतुपति के जन्मदिन पर, प्राइम वीडियो ने उनकी अपकमिंग क्राइम थ्रिलर फर्ज़ी का एक दिलचस्प वीडियो जारी किया है, जिसमें अभिनेता को सुपरकॉप माइकल के रूप में दिखाया गया है, जो शाहिद कपूर द्वारा निभाए गए कॉन-आर्टिस्ट सनी की तलाश में है। जारी वीडियो में एक तेजतर्रार पुलिस ऑफिसर के जीवन की झलक दिखाई गई है, जो देश से जालसाजी के नेटवर्क को खत्म करने पर उतारू है और इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है। जहां यह जांबाज़ पुलिस वाला मनसुख (के के मेनन) एंड आर्टिस्ट को पकड़ने की तैयारी कर रहा है, वहीं उसकी मिलनसार हरकतों को नजरअंदाज़ कर पाना मुश्किल है। थिरकने वाले बैकग्राउंड म्यूजिक से भरपूर यह वीडियो दुनिया भर में उनके प्रशंसकों और दर्शकों के लिए एक परफेक्ट विजुअल ट्रीट है।
फर्ज़ी राज और डीके के सिग्नेचर ह्यूमर के साथ आठ-एपिसोड की एक क्राइम थ्रिलर है, जिसे एक क्लेवर अंडरडॉग स्ट्रीट आर्टिस्ट की नज़र से बताया गया है जो एलीट क्लास का पक्ष लेने वाले सिस्टम को फेल करने की कोशिश कर रहा है। इस सीरीज का प्रीमियर 10 फरवरी से प्राइम वीडियो पर भारत और 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में होगा।
विजय सेतुपति के जन्मदिन पर फर्जी से उनका कैरेक्टर वीडियो जारी
ह्वावे इंडिया ने भारत में अपने टेक4ऑल सीएसआर कार्यक्रमों का विस्तार किया
नई दिल्ली। अपने देशव्यापी सीएसआर अभियान, टेक4ऑल के अंतर्गत, ह्वावे इंडिया भारत में वंचित क्षेत्रों को प्राथमिक हैल्थकेयर एवं डिजिटल शिक्षा प्रदान करने की अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धता की ओर काम कर रहा है। इस पहल में आज ह्वावे इंडिया वॉकहार्ड्ट फाउंडेशन के साथ गठबंधन में दो मोबाईल मेडिकल यूनिट्स को रवाना किया। इस कार्यक्रम में बस के अंदर एक पूर्ण रूप से सुसज्जित डिजिटल एजुकेशन सेंटर, डिजिबस का प्रदर्शन किया गया, जिसका उपयोग दूरदराज के इलाकों में सीमित उपलब्धता के साथ रहने वाले लोगों को शिक्षा प्रदान करने के लिए किया जाएगा। डिजिबस अभियान के साझेदार प्रधानमंत्री के अंत्योदय कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं और देश के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।
इस कार्यक्रम में वित्त के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री, भारत सरकार डॉ. भगवत किशनराव करड के साथ डॉ. हुजैफा खोरकीवाला, सीईओ – वॉकहार्ड्ट फाउंडेशन; मिस चारु कपूर, सीओओ, एनआईआईटी फाउंडेशन और श्री हर्ष खुराना, चीफ – रैगुलेटरी, कॉर्पोरेट मामले एवं संचार विभाग, ह्वावे इंडिया शामिल हुए। इस अभियान में अनुबंध की अवधि में 13 मोबाईल मेडिकल यूनिट्स द्वारा लगभग 3,25,000 मरीजों और 4 डिजिबसों द्वारा 1,50,000 विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। ये वाहन दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के छोटे शहरों व स्थानों में चलाए जाएंगे।
फ्लैग-ऑफ के अवसर पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार, डॉ. भगवत किशनराव करड ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य सेवा एवं शिक्षा हमारे समाज के मजबूत स्तंभ हैं, जिन्हें एक मजबूत डिजिटल इंडिया का निर्माण करने के लिए लगातार मजबूत किया जाना चाहिए। हमारे विविधतापूर्ण और विशाल देश में एक प्रतिभागितापूर्ण दृष्टिकोण जरूरी है,जिसमें सरकार से लेकर कॉर्पोरेट सेक्टर और नागरिक समाज तक हर किसी की भूमिका हो, और सभी लोग एक उद्देश्य की ओर काम करें। मेरा विश्वास है कि हमारे सामूहिक प्रयास हमें और ज्यादा अवसरों का सृजन करने में मदद करेंगे जिससे वंचितों को समाज में समानता के साथ उन अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।’’
वॉकहार्ड्ट-ह्वावे मोबाईल मेडिकल क्लिनिक्स का संचालन एक टीम करेगी, जिसमें एक डॉक्टर, एक फार्मेसिस्ट, और एक ड्राईवर होगा, और ये जिन स्थानों पर पहुँचेंगे, वहाँ स्थानीय नागरिकों के लिए निशुल्क ओपीडी/स्वास्थ्य जाँच प्रदान करेंगे। वाहनों की नियमित निगरानी के लिए वैन में जीपीएस सिस्टम लगा होगा, जिसकी मदद से अधिकारी नियमित आधार पर वैन की प्रगति का निरीक्षण कर सकेंगे।
हरेक एनआईआईटी फाउंडेशन-ह्वावे 5जी इनेबल्ड डिजि बस में रिमोट टीचर/प्रेज़ेंटर इंटरैक्शन के लिए 20 डेस्कटॉप और 30 मोबाईल, इनडोर और आउटडोर डिजिटल स्क्रीन, 5जी इनेबल्ड नेटवर्क होंगे। ये वाहन देश के दूरदराज के और ग्रामीण इलाकों में युवाओं, महिलाओं और वंचितों को डिजिटल जागरुकता, शिक्षा, और कौशल प्रदान करेंगे। डिजि बस में अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी जैसे 5जी संचार, इमर्सिव और वर्चुअल सहयोग, कंटेंट मैनेजमेंट, सिक्योरिटी एवं एज़ एआई का उपयोग किया गया है ताकि ग्रामीण समुदायों को निरंतर विश्वस्तरीय शिक्षा सुविधाएं मिलती रहें। इन वाहनों में ई-लर्निंग और रिमोट क्लासरूम्स के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं और कैटालोग हैं, जिनकी मदद से स्थानीय सुपरवाईज़र विद्यार्थियों को वित्तीय साक्षरता, बेसिक आईटी, डिजिटल साक्षरता, स्टेम, वीडियो आधारित शिक्षा आदि अनेक कोर्स कराने के लिए अस्थायी डिजिटल स्कूल के रूप में इनका उपयोग करता है।
ह्वावे टेलीकॉमिनिकेशन्स (इंडिया) कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के वाईस प्रेसिडेंट, श्री आकाश माथुर ने कहा, ‘‘विश्व को बेहतर बनाने के लिए लोगों को कनेक्ट करने के ह्वावे के फोकस के अनुरूप एक दीर्घकालिक विज़न जरूरी है। हमारा मानना है कि अच्छा स्वास्थ्य और शिक्षा हर जगह के और हर नागरिक का अधिकार हैं। आज शुरू किए गए इस अभियान द्वारा हमारा उद्देश्य शिक्षा को सभी तक पहुँचाना है। लागत, इंटरनेट की उपलब्धता, और जानकारी की कमी के कारण महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए डिजिटल सुविधाओं का विस्तार भारत की एक बड़ी समस्या है। देश के अंतिम छोर तक डिजिटल कनेक्शन स्थापित करने के प्रयास निरंतर जारी हैं। हमारा मानना है कि इस तरह के अभियान विकास की ओर बढ़ने के लिए आधार तैयार करेंगे।’’
ह्वावे सामाजिक और सामुदायिक कल्याण के लिए सालों से विभिन्न एनजीओ के साथ साझेदारी करता आ रहा है। स्कूलों में स्वच्छता और डिजिटल सुविधाएं स्थापित करना, मुख्य संस्थानों में शोध परियोजनाओं को फंड देना, कोविड राहत कार्यक्रम में सहयोग करना, और आपदा राहत फंड में योगदान देना इसके मुख्य प्रयासों में शामिल हैं। इनके अलावा, ह्वावे ने भारत में अपने सीएसआर कार्यक्रमों के तहत 94 स्कूलों में स्वच्छता सुविधाओं के निर्माण में योगदान दिया है, 50 से ज्यादा सरकारी एवं मान्यताप्राप्त विद्यालयों में 55,000 से ज्यादा विद्यार्थियों के लिए मिड-डे मील का वित्तपोषण किया है, और 101 स्कूलों में डिजिटल/स्मार्ट क्लासरूम्स बनाए हैं, जिससे उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में लगभग 40,000 विद्यार्थियों को लाभ मिला है। ह्वावे ने किसानों को कृषि के लिए आईओटी समाधान प्रदान करने के लिए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हैल्थकेयर एकेडमी की स्थापना और बिहार एवं उत्तर प्रदेश में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस की स्थापना के लिए औद्योगिक हितधारकों के सीएसआर फाउंडेशंस के साथ भी साझेदारी की है।
विश्व सिंधी सेवा संगम द्वारा 5वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
नयी दिल्ली। वीएसएसएस ने दिल्ली में 81 देशों और 29 राज्यों के साथ 5वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया, साथ ही भारतीय स्वतंत्रता के 75वें अमृत महोत्सव और शहीद हेमू कलानी की 100वीं जयंती को भारत के शीर्ष नेताओं और हमारी अपनी हस्तियों के साथ मनाया। तीन दिवसीय उत्सव में , विशाल जेठवा, अनूप सोनी, मन्नारा चोपड़ा, फैसल खान, सुरेंद्र पाल सिंह, जितेन लालवानी, मोहित लालवानी, महेशारी, दिरवेनारी, कमलारी निरांक, नथानी, किशोर परवानी, लता अवतानी, ऑप गुरबानी, लक्ष्मी चंद मकरानी, भरत वटवानी, काजल चंदिरमणि, घनश्याम वासवानी, सचिन शर्मा और कई और दुनिया भर के 37 गायकों के साथ।
वीएसएसएस के लक्ष्यों और उद्देश्यों में आईएएस/आईपीएस कैडर में शामिल होने के इच्छुक वंचित और असाधारण (योग्य) सिंधी युवाओं को बढ़ावा देना शामिल है, सिंधी छात्रों को सिंधी भाषा में डिप्लोमा लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए सिंधी भाषा को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए जो उन्हें सिविल सेवाओं तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा। . महिला सशक्तिकरण, सिंधी वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल।
संवैधानिक अधिकारों के अनुसार हर राज्य में सिंधी साहित्य अकादमी होनी चाहिए जो अभी केवल 5 राज्यों में है, वीएसएसएस भी सरकार से दिल्ली में सिंधी भवन बनाने का अनुरोध करता है। वीएसएसएस यह भी बताता है कि 1 करोड़ से अधिक आबादी वाले सिंधी भारत में सबसे अधिक करदाता हैं।
लायन डॉ. राजू वी मनवानी कहते हैं, “हम सिंधी संस्कृति को पूरी दुनिया में खासकर युवाओं के बीच बढ़ावा देना चाहते हैं। आज के युवा अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन आदि बोलना चाहते हैं, क्योंकि वास्तव में उन्हें सिंधी में बोलना कभी सिखाया ही नहीं गया था।
ईश्वर की पोस्टमैन बन गई हूं : अरुणा गोयनका
राजधानी दिल्ली की पॉश कॉलोनी वसंत कुंज से सटे बाबू जगजीवन रोड के राम मंदिर वाली वाली रोड पर आपको एक के बाद एक आलीशान फार्महाउस नजर आएंगे, जिनके विशाल गेट आपको अक्सर बंद नजर आते हैं, लेकिन इन्हीं फार्महाउसों के बीचोंबीच बना भव्य फार्महाउस कंचनश्री इसका अपवाद है। इसके गेट पर कुछ सालों से हर सुबह ब्रेकफास्ट, दोपहर को भोजन और शाम की चाय का लंगर का संचालन इस फार्महाउस की मालकिन, जिन्हें यहां के ज्यादातर लोग ‘माताजी’ के नाम से जानते है, बिना किसी बाहरी या सरकारी मदद के घरेलू लंगर चलाती हैं। खास बात यह कि दोपहर के भोजन में दाल, सब्जी, चावल गरीबों को मुफ्त बांटे जाते हैं।
यहां चार साथियों के साथ भोजन कर रहे बिहार के मधुबनी से दिल्ली आए दिहाड़ी मजदूर रंजीत सिंह ने बताया कि वे करीब बीस दिन से साथियों के साथ यहां के फार्महाउस में चल रहे निर्माण कार्य के लिए रोज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक मजदूरी करते हैं, लेकिन सुबह का नाश्ता और शाम की चाय यहीं से पाते हैं। रंजीत कहते हैं कि माताजी के इस लंगर का पता मुझे यहां फार्महाऊस में पहले से काम कर रहे मजदूर साथियों ने बताया। अब रोज करीब सौ रुपये ज्यादा बचा पाता हूं। वहीं, करीब दस साल के बेटे और छोटी बेटी के साथ भोजन करने वाली शीला मिश्रा ने कहा कि वह करीब तीन साल से हफ्ते में तीन-चार बार भोजन करने के लिए मुनिरका के पास की झुग्गी बस्ती से यहां आ रही हैं। बस में टिकट नहीं लगता, तो हम तीनों यहां आ जाते है। रोज आदर के साथ हम सब को पेट भरकर अलग-अलग तरह का खाना मिलता है। दोपहर का खाना यहां खाने और कई बार रेहड़ी लगाने वाले अपने पति के लिए भी खाना साथ ले जाने से अब हम तीन हजार रुपये ज्यादा बचा पाते हैं। मैं ही नहीं, यहां आनेवाले करीब ढाई-तीन सौ लोगों के लिए माताजी ‘अन्नपूर्णा’ हैं, जो हमें रोज ताजा खाना खिला रही हैं।
हम माजदूरों से अभी बात कर ही रहे थे कि उसी बीच एक सभ्य महिला वहां आईं और यहां बांटे जा रहे भोजन का निरीक्षण करने के साथ भोजन बांट रहे स्टाफ को कुछ समझाने लगीं। मैंने गेट पर खड़े फॉर्म हाउस के वॉचमैन से महिला के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि यही अरुणा जी हैं। फॉर्म हाउस की मालकिन हैं और इस लंगर को चलाती हैं। इसके बाद मैंने वापस फार्महाउस जा रही अरुणा जी को बताया कि मैं पत्रकार हूं। आपके और इस लंगर कमे बारे में जानना चाहता हूं। इस पर उन्होंने बस यही कहा- ‘अब तो मैं ईश्वर की पोस्टमैन बन गई हूं। वह कुछ मुझे करने को देता है, तो अपनी सामर्थ्य से बिना किसी स्वार्थ के वह कर रही हूं। मुझे ईश्वर के इस कार्य का प्रचार नहीं चाहिए।’
मेरे अनुरोध पर उन्होंने बताया, ‘मेरा नाम अरुणा गोयनका है। पिता मारवाड़ी बिजनेसमैन थे। वह जापान में बिजनेस करते थे, वहीं मेरा जन्म हुआ। बाद में हम सब वापस दिल्ली आ गया यहां हम साउथ एक्सटेंशन में आ बसे। यहां भी लंगर शुरू किया। साउथ एक्स में भी साफ पानी लेने और लंगर खाने के लिए चार-पांच किलोमीटर दूर से लोग आते थे। उसके बाद ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टीट््यूट में प्रतिदिन यहां आने वाले रोगियों के लिए दोपहर के भोजन का प्रबंध अपनी ओर से करने लगी। इसी बीच हम वसंत कुंज कंचनश्री फार्महाउस में आ बसे। फार्म हाउस में काम कर रहे मजदूरों से लेकर इनमें काम करने वाले स्टाफ को चाय-लंच के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। पैसे की तंगी के चलते कई बार ये मजदूर भर पेट खा भी नहीं पाते हैं। ऐसे में मैने सबसे पहले अपने फार्महाउस के गेट पर आरओ पानी की टंकी लगवाई और टंकी में 24 घंटे साफ पानी उपलब्ध रहे, ऐसा इंतजाम किया। अगले ही दिन से मैंने फार्म हाऊस के गेट पर कुछ लोगों के लिए सुबह के नाश्ते से लंच और शाम की चाय तक का इंतजाम अपने स्टाफ के साथ मिलकर किया। मैने देखा हर दिन गेट पर चाय भोजन प्रसाद के लिए आने वालों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में मैंने अपनी जमा-पूंजी और अपनी सामर्थ्य शक्ति के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए प्रसाद का प्रबंध करने का बीड़ा उठा लिया। अब हमारे यहां रोज 250 से 300 लोगों के लिए लंगर का इंतजाम होता है। ईश्वर की कृपा से जो भी कर रही हूं, उसमें मेरे माता-पिता का ही पूरा आर्थिक योगदान है। वैसे तो ईश्वर सबकुछ कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने मुझे अपना पोस्टमैन बनाया है। ईश्वर जितना चाहते हैं, उसके अनुसार मैं कार्य कर रही हूं।’
उन्हांने बताया लंगर में बांटी जानेवाली सब्जियों से लेकर चावल तक ऑर्गेनिक फूड हैं, क्योंकि मेरा मानना है कि मैं जो खुद खाती हूं, वही सब दूसरो को भी खिलाऊं। मैंने फार्महाउस की 80 फीसदी भूमि पर ऑर्गेनिक सब्जियां लगा रखी हैं। गेट पर बंटने वाले भोजन में यही सब्जियां इस्तेमाल होती है। इतना ही नहीं, लंगर प्रसाद के लिए हम राजस्थान से ऑर्गेनिक मसाले, दाले, गेहूं आदि मंगाते हैं। इन्हीं का प्रयोग अपनी रसोई से लेकर हर रोज होने वाले इस लंगर में भी करती हूं। अरुणा जी इस पुनीत कार्य के लिए किसी से मदद नहीं लेती हैं। उनका कहना है सब माता-पिता के आशीर्वाद से चल जाता है वह कहती हैं, ‘मेरा मानना है कि जो लोग आर्थिक तौर पर कमजोर या लाचार हैं, उन्हें पौष्टिक भोजन देना हमारी जिम्मेदारी है। सबसे ज्यादा नुकसानदायक हैं बाजार में उपलब्ध रिफाइंड तेल और केमिकल युक्त सब्जियां।‘
महिलाएं इन 4 आदतों से बना लें दूरी
वर्तमान समय में न जाने ऐसे कितने कारण हैं जिससे महिलाओं को गर्भधारण करने में बहुत बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। निसंतानता के अंकड़ों की बात करें तो हर 6 में से 1 दंपति इस समस्या से ग्रसित होते है। पुरुष के अलावा महिला का फिट होना बेहद जरुरी है लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली और गलत खानपान की आदत के चलते महिलाओं को इनफर्टिलिटी की समस्या होने लगती है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इन दिनों इनफर्टिलिटी इतनी ज्यादा क्यों बढ़ रही है? तो चलिए हम आपको बताते हैं ऐसी चार आदते जो महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को बढ़ाने का मुख्य कारण बनता है।
धुम्रपान और शराब
यह कहने में संकोच होता है, लेकिन रिसर्च के अनुसार पहले की तुलना में महिलाएं धुम्रपान और शराब का सेवन ज्यादा करती हैं। और यहीं धुम्रपान पीने की आदत महिलाओं की प्रजनन क्षमता को कम करती है, क्योंकि तंबाकू और एल्कोहल में विषाक्त पदार्थ मौजूद होते है जो महिलाओं के अंडाशय को प्रभावित करते है।
खराब आहार
भूख लगने से कम खाना या ज्यादा मात्रा में खाना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। कम खाने से शरीर को कम या न के बराबर जरुरी पोषक तत्व मिलते है। वहीं दूसरी ओर ज्यादा खाने से मोटापा बढ़ता है जो महिलाओं में पीसीओडी या पीसीओएस जैसी गंभीर समस्या को जन्म देता है। जिसके कारण हार्मोन असमानताएं की समस्या पैदा हो जाती है और महिलाओं में इनफर्टिलिटी का खतरा बढ़ सकता है।
तनाव
आजकल की तनाव भरी जिंदगी में स्ट्रेस होना बेहद आम बात है, लेकिन क्या आप जानते है कि बेवजह जिन बातों को लेकर अधिक तनाव लें लेते है जो प्रेगनेंसी में सबसे बड़ी बाधा हैं। ऐसा माना जाता है कि हर इंसान का शरीर स्ट्रेस को अलग तरीके से हैंडल करता है। इस वजह से हमारे शरीर पर इसका असर अलग-अलग पड़ता है। स्ट्रेस के कारण भूलने की बीमारी, थकान, बार-बार मूड बदलना और इंफेक्शन भी असानी से हो सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक ज्यादा तनाव लेने से शुक्राणु अंडे तक पहुंच नहीं पाता और महिला प्रेगनेंट नहीं हो पाती है।
फैलोपियन ट्यूब
आजकल ज्यादातर महिलाओं में यह समस्या बेहद आम हो गई है कि उनकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाती है। जिसके कारण शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुंच पाता है और निषेचन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती है। ऐसा माना जाता है कि महिलाओं की दो ट्यूब होती है अगर एक ट्यूब बंद हो जाती है तो महिला फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के साथ गर्भवती हो सकती है। लेकिन अगर दोनों ट्यूब बंद है तो महिला किसी भी कीमत पर नेचुरल तरीके से गर्भधारण नहीं कर सकती है।
इन चीजों का रखें ध्यान
आयुर्वेद के अनुसार इनफर्टिलिटी को दूर करने के लिए महिलाओं को अपनी लाइफस्टाइल को बदलना बेहद जरुरी है। जिसमें रोजाना योग, सही समय पर सोना और अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखना होता है। आज प्रचीन आयुर्वेद में ऐसी जड़ी-बुटियां एवं औषधिया उपल्बध है जो महिला में प्रजनन अक्षमता को दूर करती हैं। आयुर्वेद की पुरानी पंचकर्म पद्धति है जो महिलाओं की सूनी कोख भरने के लिए वरदान साबित हुआ है।
फ़िल्म ‘कुत्ते’ के निर्माताओं ने म्यूजिक लॉन्च के लिए किया ग्रैंड कॉन्सर्ट का आयोजन
मुंबई। अपकमिंग केपर थ्रिलर ‘कुत्ते’ के निर्माता दर्शकों को करीब लाने और फिल्म के उत्साह को बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। अब जैसा कि ये फिल्म 13 जनवरी को रिलीज होने के लिए तैयार है, निर्माताओं ने एक ग्रैंड कॉन्सर्ट के दौरान फिल्म का म्यूजिक लॉन्च करने का फैसला किया है। फिल्म के म्यूजिक लॉन्च की पूरी तैयारी हो चुकी है जो कि जुहू के सी फेसिंग वैन्यू पर बेहद शानदार तरीके से किया जाने वाला है। जबकि फिल्म के दो चार्टबस्टर्स गानें ‘फिर धन ते नान’ और ‘आवारा डाग्स’ पहले ही लोगों की प्ले लिस्ट में धूम मचा रहें है, वहीं इस म्यूजिक ल़ॉन्च इवेंट के दौरान बाकी गानों से भी पर्दा उठ जाएगा। सोर्सेज की मानें तो इस ग्रैंड कॉन्सर्ट की ओपनिंग गुलजार साहब करेंगे जिन्हें विशाल भारद्वाज अपना मेंटर मानते हैं। इस धमाकेदार इवेंट में सिंगर्स द्वारा कुछ परफॉर्मेंस भी की जाएंगी। 10 जनवरी को होने वाले इस ग्रैंड इवेंट में अर्जुन कपूर, तब्बू, नसीरुद्दीन शाह, राधिका मदान, कोंकणा सेनशर्मा, कुमुद मिश्रा और शार्दुल भारद्वाज भी नजर आएंगे।
लव फिल्म्स और विशाल भारद्वाज फिल्म्स के बैनर तले लव रंजन, विशाल भारद्वाज, अंकुर गर्ग और रेखा भारद्वाज द्वारा निर्मित ‘कुत्ते’ गुलशन कुमार और भूषण कुमार की टी-सीरीज़ द्वारा प्रस्तुत है। फिल्म का संगीत विशाल भारद्वाज देंगे और इसके बोल गुलजार ने लिखे हैं। कुत्ते 13 जनवरी 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
बोनी कपूर, राहुल मित्रा, सुभाष घई, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी और अन्य सेलेब्स से मिले योगी आदित्यनाथ
मुंबई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने उत्तर प्रदेश में निवेश लाने के लिए मुंबई में अपना पहला बड़ा घरेलू रोड शो शुरू किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में शीर्ष उद्योगपतियों से मिलने के बाद गुरुवार शाम कोलाबा के ताज होटल में चुनिंदा हस्तियों और फिल्मी हस्तियों के साथ बातचीत की। उल्लेखनीय विशिष्ट अतिथियों में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता बोनी कपूर, राहुल मित्रा, सुभाष घई, चंद्र प्रकाश द्विवेदी, राजकुमार संतोषी, मधुर भंडारकर, अनिल शर्मा, श्रीनारायण सिंह के अलावा अभिनेता जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, रवि किशन, राजपाल यादव, अर्जन बाजवा, मनोज जोशी और राहुल देव और गायक सोनू निगम, कैलाश खेर और गीतकार मनोज मुंतजिर शामिल थे। ओटीटी और स्टूडियो का प्रतिनिधित्व वायकॉम 18 के अजीत अंधारे, तेजकरण सिंह बजाज ओरिजिनल्स जियो स्टूडियोज, अपर्णा पुरोहित, इंडिया ओरिजिनल्स की हेड, अमेज़न प्राइम वीडियो, आशीष सिंह कंसल्टेंट लाइका प्रोडक्शंस, लाडा गुरुदेन सिंह हेड सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल, नितिन तेज आहूजा, सीईओ प्रोड्यूसर्स ने किया। मुख्यमंत्री ने फिल्म उद्योग से विशेष आमंत्रितों के साथ लंबी बातचीत की और ग्रेटर नोएडा में आगामी फिल्म सिटी पर चर्चा की।
इस अवसर पर फिल्म बंधु और फिल्म सिटी पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। फिल्म निर्माता और ब्रांडिंग विशेषज्ञ राहुल मित्रा ने मुख्यमंत्री के साथ इस विशेष बातचीत के लिए फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर राहुल मित्रा ने योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘तीन चीजों-स्पष्ट प्रोत्साहन, प्रशासनिक सुधार और निचले स्तरों पर सरकारी अधिकारियों का संवेदीकरण ने यूपी फिल्म नीति को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक बना दिया है। मैं ओटीटी को सब्सिडी नीति का हिस्सा बनाने के लिए कह रहा हूं और मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री ने आज इसकी घोषणा भी कर दी।
हैदराबाद एफसी के खिलाफ घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेगी एफसी गोवा
गोवा, 4 जनवरी: एफसी गोवा गुरुवार को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2022-23 के मैचवीक 14 मुकाबले में गोवा स्थित अपने घरेलू मैदान जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हैदराबाद एफसी की मेजबानी करेगी। हैदराबाद एफसी 28 अंकों के साथ इस समय लीग लीडर मुम्बई सिटी एफसी से दो अंक पीछे है, जबकि एफसी गोवा 19 अंक लेकर 5वें स्थान पर है।
हैदराबाद एफसी के पास पिछले सीजन में 43 गोल के साथ लीग में सबसे अच्छा अटैकिंग रिकॉर्ड है, लेकिन इस सीजन में मौजूदा चैम्पियन उतने अच्छे से स्कोर नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि, उनके मजबूत रक्षात्मक रिकॉर्ड ने सुनिश्चित किया है कि उनके ऊपर कमतर स्कोरिंग क्षमता का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े। उन्होंने 12 मैचों में केवल सात गोल खाए हैं, जो इस मुकाबले और उनके बाकी सीजन के लिए अच्छा है।
आईएसएल इतिहास में शीर्ष गोल स्कोरर बार्थोलोम्यू ओग्बेचे पिछले सीजन की तरह खतरनाक नहीं दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि वो अब तक सिर्फ तीन गोल कर पाए। हावी सिवेरिओ ने चार गोल किए हैं, जबकि हालिचरण नार्जरी और मोहम्मद यासिर की विंगर जोड़ी ने उनके बीच सात असिस्ट प्रदान किए हैं।
हैदराबाद एफसी के मुख्य कोच हेड कोच मैनोलो मार्कुएज ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकार किया कि दोनों पक्षों के बीच हुई पिछली भिड़ंत में उनकी टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। उन्होंने कहा, “हम पूरी तरह से जानते हैं कि हमें एक बहुत अच्छा खेलना है। जीत या हार या फिर ड्रा – कभी-कभी यह सब सोच-विचार का विषय होता है – लेकिन हमें कम से कम अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
दूसरी ओर, एफसी गोवा ने अपने पिछले दो मैचों में अंक गंवाए हैं। गौर्स को जमशेदपुर एफसी के खिलाफ 2-2 से ड्रा में अंतिम क्षणों में गोल की आवश्यकता थी और उसके अगले सप्ताह एटीके मोहन बागान के खिलाफ 2-1 मिली हार के दौरान वे अपना स्तर उठाकर बराबरी नहीं पा सके। उन दो मैचों में एक जीत गौर्स को छठे स्थान पर मौजूद ओडिशा एफसी से काफी आगे रखती, जगरनॉट्स के खाते में पिछले चार मैचों में एक अंक आए हैं। फिलहाल, अंकों की बराबरी के बावजूद एफसी गोवा इस समय पांचवें स्थान पर है।
इकर ग्वारोटक्सेना और नूह सदाउई ने पांच-पांच गोल करके इस सीजन में प्रभावित किया है, लेकिन आगे बढ़ने के लिए उन दोनों से बहुत अधिक पूछा गया है। सेंटर-फॉरवर्ड अल्वारो वाजक्वेज इस सीजन में अब तक केवल एक ही गोल कर पाए हैं। हालांकि, उन्होंने अधिकांश मैचों में गेंद पर अधिक नियंत्रण रखने का आनंद लिया है, लेकिन वे इसे परिणाम में नहीं बदल पाए हैं।
एफसी गोवा के मुख्य कोच कार्लोस पेना प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते समय अपनी टीम की निरंतरता की कमी को लेकर बहुत चिंतित नहीं थे। उन्होंने कहा, “हमें यह सोचने की जरूरत है कि हम कहां से आए हैं। आप जानते हैं कि पिछले सीजन में यह टीम 9वें स्थान पर रही थी। जीतने वाली मानसिकता बनाना मुश्किल है। हमने सीजन की शुरुआत से काफी चीजों में सुधार किया है। टीम की प्रतिस्पर्धा की क्षमता को हर जगह देखा जा सकता है।”
दोनों टीमें हीरो आईएसएल में सात मौकों पर मिल चुकी हैं। एफसी गोवा ने तीन जीत, दो हार और दो ड्रा के साथ बेहतर हेड-टू-हेड रिकॉर्ड रखा है। अक्टूबर में जब दोनों टीमें मिली थी, तो हैदराबाद एफसी को हावी सिवरिओ का गोल 13वें मिनट में मिला और फिर 1-0 की बढ़त बनाए रखी।
सीके बिरला हॉस्पिटल में चार लेवल के स्लिप डिस्क से पीड़ित मरीज की एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी
नई दिल्ली। विश्व स्तर की क्लिनिकल उत्कृष्टता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता मजबूत करते हुए सीके बिरला हॉस्पिटल ने तमिलनाडु के एक युवा मरीज का एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी द्वारा सफल इलाज किया। यह मरीज 4 लेवल (एल2 से एस1) स्लिप डिस्क से पीड़ित था। यह 28 वर्षीय मरीज स्पाईन की गंभीर समस्या के कारण चलने-फिरने में असमर्थ था, और उसे ओपन स्पाईन सर्जरी का परामर्श दिया गया था, जिसमें उसके शरीर पर बड़े दाग लगते, खून चढ़ाना पड़ता, और ऑपरेशन के बाद उसकी लंबे समय तक देखभाल करनी पड़ती।
सीके बिरला हॉस्पिटल में डॉ. अश्वनी मैचंद, ऑर्थोपीडिक्स विभाग के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने उसकी जाँच करने के बाद उसे एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी (ईएसएस) कराने का परामर्श दिया। ईएसएस एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें बहुत छोटा चीरा (1 ईंच से कम) लगाया जाता है और एंडोस्कोप के साथ एक छोटे ट्यूबुलर सिस्टम द्वारा सर्जरी करने वाले हिस्से को देखा जाता है। यद्यपि एंडोस्कोपिक सर्जिकल प्रक्रियाओं का इस्तेमाल आम तौर से शरीर के अन्य हिस्सों (जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाईनल) के इलाज के लिए किया जाता है, पर ऑप्टिक्स, टिश्यू को देखने, और स्पाईनल इमेजिंग में हुई प्रगति के कारण ईएसएस कई मरीजों के लिए इलाज का प्राथमिक विकल्प बन गई है।
सीके बिरला हैल्थकेयर के चीफ एग्ज़िक्यूटिव ऑफिसर, श्री अक्षत सेठ ने कहा, ‘‘हम अपने मरीजों को एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी जैसे एडवांस्ड मेडिकल इनोवेशन और तकनीकों का इस्तेमाल कर विश्वस्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हर बार की तरह यह सर्जरी भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की हमारी विरासत का प्रमाण है।’’
डॉ. अश्वनी मैचंद ने कहा, ‘‘यह एक मुश्किल सर्जरी थी क्योंकि स्लिप डिस्क 4 लेवल तक पहुँच चुकी थी, जो बहुत दुर्लभ होता है। हमने एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी का परामर्श दिया क्योंकि यह मिनिमली इन्वेज़िव स्पाईन सर्जरी की सबसे उन्नत और आधुनिक विधि है, जो मरीज को पारंपरिक स्पाईन सर्जरी के मुकाबले कम दर्द में तेजी से स्वास्थ्यलाभ प्रदान करती है। ईएसएस द्वारा ऑपरेशन के बाद स्पाईन की सामान्य गतिशीलता की सीमा को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। सर्जरी के बाद 6 घंटे में ही मरीज चलने-फिरने लगा, और ऑपरेशन के बाद उसकी उचित देखभाल करते हुए उसे सर्जरी के 48 घंटे बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।’’
कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने उभरते एक्टर्स के लिए लिखा इमोशनल नोट
मुंबई। कईयों का सपना साकार करने वाले मुकेश छाबड़ा ने समय-समय पर अपने कास्टिंग स्किल्स के जरिए कुछ बेहद बेहतरीन टैलेंट्स को दुनिया के सामने लॉन्च किया है। उन्होंने कई सपनों को सच किया है और इस साल भी वह ऐसा ही करना चाहते हैं, बल्कि इससे और बेहतर करना चाहते हैं। यह समझते हुए कि ‘काम, पैसा, शोहरत, संघर्ष’ एक अभिनेता के जीवन के कुछ अहम चीजे हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर सभी इच्छुक अभिनेताओं के लिए एक वॉर्म नोट लिखा।
उन्होंने अपने नोट में लिखा हैं, “काम, पैसा, शोहरत, संघर्ष- ऐसा लगता है जैसे इन सपनों ने आज कल बहुत से यंग एक्टर्स की सुख और शांति छीन ली है। आप में से बहुत सारे लोगों को उदास, निराश और हताश देखकर मुझे बहुत दुख होता है। इस नए साल की खुशियों का ख्याल हम सभी को रखना है, न केवल अपने लिए बल्कि अपने आसपास के लोगों के लिए भी। क्रिएटिव लोगों की कम्यूनिटी के रूप में, हमें एक-दूसरे का ख्याल रखना होगा, सपोर्ट करना होगा, मदद के लिए हाथ बढ़ाना होगा और कभी-कभी रोने के लिए सिर्फ एक कंधा देना होगा। हमारे अपने कम्यूनिटी के बीच ईर्ष्या, कॉम्पिटिशन के लिए कोई जगह नहीं हो सकती। मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि मैं अपनी तरफ से ज्यादा से ज्यादा अभिनेताओं को काम देने के लिए दिन-रात काम कर रहा हूं, और ऐसा करते रहने का वादा करता हूं।
2023 में पाइपलाइन में बहुत सारी शानदार परियोजनाएं हैं और मैं हर प्रतिभाशाली व्यक्ति को अपनी आर्टिस्टिक स्किल्स को स्क्रीन पर दिखाने का अवसर देने का वादा करता हूं। आपके साइड से, मैं खुश चेहरे, उज्ज्वल आंखें और एक कम्यूनिटी को देखने की आशा करता हूं जो एक दूसरे का समर्थन और प्यार करता है। मैं आप सभी शानदार अभिनेताओं के साथ काम करने की उम्मीद करता हूं, जिनकी आंखों में सपने हैं, बहुत जल्द। तो, कृपया, विश्वास बनाए रखें🤗
हैप्पी न्यू ईयर ♥️✨
खूब सारा प्यार ♥️
@castingchhabra”